पाकिस्तान के नैशनल असेंबली चुनाव के परिणाम सामने आ गए है. कोई भी पार्टी बहुमत के आकड़े तक नहीं पहुंच पाई. पाकिस्तान में तीन मुख्य राजनीतिक दलों ने गठबंधन सरकार के गठन के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए है.
पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद परिणामों में देरी के कारण माहौल खराब हो गया था. कई पार्टियों ने हंगामा और और विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने भी चुनाव में बढ़िया प्रदर्शन किया.
यह पाकिस्तान के इतिहास का 12वां आम चुनाव था. नेशनल असेंबली की सीटों के लिए 5000 प्रत्याशी मैदान में थे जिनमें 313 महिलाएं शामिल थी. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 336 सीटें हैं लेकिन सीधे चुनाव केवल 266 सीटों पर कराया गया. इसके अलावा चार प्रांतीय विधानसभाओं के 593 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए भी मतदान कराया गया.
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264 सीटों के नतीजे आये सामने:
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने रविवार को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली की 265 में से 264 सीटों के नतीजे प्रकाशित किए. धांधली की शिकायतों के कारण ईसीपी ने एक निर्वाचन क्षेत्र का परिणाम रोक दिया था. एक उम्मीदवार की मृत्यु के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था.
परिणामों की नवीनतम स्थिति:
- निर्दलीय (उनमें से कुछ पीटीआई से संबद्ध) - 97
- पीएमएलएन - 76
- पीपीपी - 54
- अन्य - 37
इस बीच, डॉन अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान की पीटीआई ने दावा किया है कि कम से कम 18 नेशनल असेंबली सीटों के नतीजे चुनाव अधिकारियों द्वारा 'गलत तरीके से बदले' गए थे.
पाकिस्तान नेशनल असेंबली इलेक्शन हाईलाइट्स:
जेल में बंद इमरान खान की पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 265 नेशनल असेंबली सीटों में से 97 सीटें हासिल कीं है.
वहीं पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पीएमएल-एन ने नेशनल असेंबली में 76 सीटें जीतीं. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने नेशनल असेंबली में 54 सीटें हासिल कीं.
वहीं मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) को 17 सीटें मिलीं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 76 सीटों के साथ तकनीकी रूप से संसद में सबसे बड़ी पार्टी है.
पाकिस्तान की कुल 265 असेंबली सीटों पर करीब 20 लाख वोट खारिज किये गए. वहीं चार सीटों पर खारिज वोटों की संख्या 15 हजार से अधिक रही. इसके अलावा 21 सीटों पर खारिज वोटों की संख्या 10-15 हजार तक रही.
67 सीटों पर खारिज वोटों की संख्या पांच हजार और हजार के बीच रही. इसके अतिरिक्त छह नेशनल असेंबली सीटों पर कैंसिल वोटों की संख्या हजार से कम रही.
सरकार बनाने की स्थिति में कौन:
प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के लिए 336 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 169 सीटों का साधारण बहुमत हासिल करना होगा. वहीं विधानसभा में प्रत्येक पार्टी की ताकत के आधार पर आवंटित 70 आरक्षित सीटें शामिल हैं.
इमरान खान की पार्टी समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 97 सीटें हासिल करते हुए सरकार बनाने के दावे के लिए एक छोटी पार्टी के साथ हाथ मिलाया.
स्पष्ट बहुमत न मिलने के कारण नवाज शरीफ और इमरान खान दोनों की पार्टियों को सरकार बनाने के लिए पीपीपी की जरूरत पड़ सकती है.
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