दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल में रेड और येलो कार्ड के बाद ब्लू कार्ड को लाने की तैयारी में है. इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड (आईएफएबी) ने हाल ही में ब्लू कार्ड का खेल के दौरान ट्रायल किया जायेगा. आईएफएबी फुटबॉल खेल के लिए नियम बनाने के लिए उत्तरदायी है.
1970 के फुटबॉल विश्व कप के बाद फुटबॉल में नए कार्ड को लांच करने की तैयारी की जा रही है. जल्द ही इसके बारें में आधिकारिक सूचना दी जाएगी. इस सीज़न में वेल्स में पहले से ही टेस्टिंग के तहत इस कार्ड का उपयोग किया जा चुका है.
आपने येलो और रेड कार्डों के बारें में तो सुना ही होगा लेकिन ब्लू कार्ड एक अलग तरह की चेतावनी होगी. इसका उपयोग पहली बार मेक्सिको में साल 1970 के फीफा विश्व कप के दौरान किया गया था. जिसे अब फिर से लाने की तैयारी की गयी है.
क्या है ब्लू कार्ड का नियम?
ब्लू कार्ड का उपयोग मैदान पर रेफरी द्वारा तब किया जायेगा जब कोई खिलाड़ी असहमति और नाराजगी व्यक्त करेगा. साथ ही यदि खिलाड़ी आक्रोशित होता है या रेफरी के फैसले से असहमत होता है तो उसे ब्लू कार्ड दिखाया जा सकता है.
ब्लू कार्ड दिखाए जाने के बाद खिलाड़ी को 10 मिनट के लिए खेल से बाहर होना होगा. 10 मिनट के बाद ही वह मैदान पर आ सकता है.
ब्लू कार्ड कब दिखाया जायेगा?
ब्लू कार्ड, खिलाड़ियों की असहमति के साथ-साथ निंदनीय व्यवहार करने पर दिया जायेगा. ब्लू कार्ड का उपयोग उल्लंघन करने वाले खिलाड़ियों को सिन-बिन (sin-bins) जारी करने के लिए किया जाएगा.
खेल में कब शामिल होगा ब्लू कार्ड:
इस कार्ड को येलो और रेड कार्डों के साथ शामिल करने से पहले इसको ट्रायल के तौर पर लांच किया जायेगा. लेकिन इसका ट्रायल कब से शुरू होगा अभी यह स्पष्ट नहीं है. साथ ही इसे कौन-कौन सी प्रतियोगिताएं में शामिल किया जायेगा यह भी स्पष्ट होना बाकी है.
आपको जानकारी के लिए बताते चले कि प्रीमियर लीग ने इस तरह के किसी भी ट्रायल का हिस्सा बनने से अभी साफ मना कर दिया है. यह भी माना जा रहा है कि इसका ट्रायल खेल की निचली प्रतियोगिताओं में किया जायेगा.
आईएफएबी जिन नियमों की घोषणा करेगा उसमें माना जा रहा है कि एक ही खेल में एक ही खिलाड़ी को पीला कार्ड और नीला कार्ड दिखाने पर लाल कार्ड मिल सकता है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि खेल के दौरान दो ब्लू कार्ड भी लाल कार्ड माना जायेगा.
ब्लू कार्ड पर क्या है अन्य राय:
आईएफएबी की माने तो इस नियम को खेल के बड़े-बड़े लीग और हायर लेवल के टूर्नामेंट में इस साल के अंत तक शामिल किया जा सकता है जिसपर मार्च में फैसला आ जायेगा. वहीं दूसरी ओर इस नियम को बकवास बताते हुए इंग्लैंड फुटबॉल टीम के मैनेजर गैरेथ साउथगेट ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी अनुशासन का पालन नहीं करता है तो उसे पूरे खेल से बाहर किया जाना चाहिए.
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