Monkeypox in India: कोरोना महामारी अभी दुनिया खत्म नहीं हुआ है, इसी बीच मंकीपॉक्स का प्रकोप (Monkeypox outbreak) तेजी से बढ़ने लगा है. कोरोना वायरस महामारी के संकट के बीच इस खतरनाक बीमारी (monkeypox disease) ने विश्वभर में चिंता पैदा कर दी है. बता दें कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया अब पूरी तेजी से मंकीपॉक्स (Monkeypox) की चपेट में आ रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 90 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं. यह बीमारी मात्र 15 दिन के अंदर 15 देशों में फैल गई है. ये सारे मामले यूके, यूरोपीय देश, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत 15 देशों में मिले हैं. हालांकि भारत में अभी एक भी मामले नहीं मिला है. बता दें इसी बीच मुंबई एयरपोर्ट एवं बीएमसी मंकीपॉक्स वायरस को लेकर अलर्ट पर है.
WHO ने दी सख्त चेतावनी
बेल्जियम के बाद ब्रिटेन ने भी 23 मई 2022 को मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए 21 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड अनिवार्य कर दिया है. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सख्त चेतावनी दी है कि किसी भी देश में इस बीमारी का एक केस भी आउटब्रेक माना जाएगा.
क्या मंकीपॉक्स दूसरी महामारी का कारण बन सकता है?
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस बीमारी का प्रकोप अभी बहुत ज्यादा व्यापक तो नहीं है लेकिन कुछ देशों में आए नए मामले ने लोगो में चिंता ज़रूर पैदा कर दिया है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक एक बार फिर वायरस के फैलने का वजह क्या है इसे लेकर अधिक जानकारी नहीं है, उनका कहना है कि फिलहाल आम जनता हेतु घबराने की कोई बात नहीं है.
भारत में मंकीपॉक्स (Monkeypox in India)
आपको बता दें कि भारत भी मंकीपॉक्स (monkeypox cases in india) को तेजी से फैलता देख अलर्ट हो गया है. हालांकि, अभी भारत में इस बीमारी का एक भी केस नहीं मिला है. मंकीपॉक्स को लेकर भारत सरकार (Monkeypox in India) की चिंता भी बढ़ गई है. केंद्र सरकार ने तेजी से फैलते संक्रमण को देखते हुए नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) तथा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को अलर्ट जारी किया है.
कितने देशों में फैला मंकीपॉक्स?
बता दें ब्रिटेन, अमेरिका, इजराइल, पुर्तगाल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, कनाडा, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं. केवल दो हफ्तों में ही केसों की संख्या 100 के पार जा चुकी है. हालांकि, सबसे बड़ी बात यह है कि इस बीमारी से अब तक एक भी मौत नहीं हुई है.
क्या है मंकीपॉक्स है (What is monkeypox)?
WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है जो चेचक की तरह है. यह पहली बार 1958 में कैद किए गए बंदर में पाया गया था. इसक संक्रमण की पुष्टि साल 1970 में पहली बार इंसान में हुई थी. मंकीपॉक्स का वायरस चेचक के वायरस के परिवार का ही सदस्य है.
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स का संक्रमण आंख, नाक एवं मुंह के जरिए फैल सकता है. यह बीमार व्यक्ति के कपड़े, बर्तन एवं बिस्तर को छूने से भी फैलता है. इसके अतिरिक्त बंदर, चूहे, गिलहरी जैसे जानवरों के काटने से या उनके खून एवं बॉडी फ्लुइड्स को छूने से भी मंकीपॉक्स आसानी से फैल सकता है.
मंकीपॉक्स के लक्षण (monkeypox symptoms)
WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स के लक्षण संक्रमण के 5वें दिन से 21वें दिन तक आ सकते हैं. बता दें शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं. इस बीमारी में बुखार, कमर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिर दर्द, कंपकंपी छूटना, थकान एवं सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं. इसके बाद चेहरे पर दाने उभरने लगते हैं, जो शरीर के दूसरे भागों में भी फैल जाते हैं तथा कुछ दिन बाद सूखकर गिर जाते हैं.
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