जेके समूह के अध्यक्ष हरि शंकर सिंहानिया (एचएस सिंहानिया) का 23 फरवरी 2013 को निधन हो गया. वह 79 वर्ष के थे. इनका अंतिम संस्कार नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया गया. उद्योग क्षेत्र में उनके द्वारा दिए गए योगदान के लिए वर्ष 2003 में उन्हें पद्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया.
एचएस सिंहानिया वर्ष 1993-94 में इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी), पेरिस की अध्यक्षता करने वाले दूसरे भारतीय बने. वह लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) के निदेशक मंडल में वर्ष 1992 से 2007 के बीच पंद्रह वर्ष तक अध्यक्ष रहे.
एचएस सिंहानिया का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में 20 जून 1933 को हुआ था. वह विज्ञान में स्नातक थे. वह वर्ष 1951 में जेके समूह से जुड़े. उन्हें देश में अहम उद्योगों की स्थापना और उनकी उद्यम क्षमताओं के लिए जाना जाता है.
दिल्ली स्थित जेके समूह वाहनों के टायर, ट्यूब, पेपर, सीमेंट, बिजली ट्रांसमिशन उपकरण, ऊनी कपड़े, रेडीमेड सूट और परिधानों का निर्माण करता है. इसके अलावा खाद्य एवं डेयरी उत्पाद, हाइब्रिड बीज और कॉस्मेटिक्स सहित विभिन्न उत्पादों के उत्पादन से भी जुड़ा है. समूह की कंपनियों में जेके पेपर, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज, जेके लक्ष्मी सीमेंट वगैरह शामिल हैं. समूह की कंपनियों में कुल 30000 कर्मचारी कार्यरत हैं. इसके उत्पाद 80 से ज्यादा देशों में बेचे जा रहे हैं.
हरि शंकर सिंहानिया से सम्बंधित मुख्य तथ्य:
• वर्ष 2003 में उन्हें पद्य भूषण सम्मान से सम्मानित.
• वर्ष 2005 में स्वीडन का रॉयल आर्डर ऑफ़ द पोलर स्टार.
• वर्ष 2008 में पेपर इंडस्ट्री का इंटरनेशनल हाल ऑफ़ द फेम अवार्ड.
• वर्ष 2010 में इंटरप्राइज एशिया का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड.
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