वैज्ञानिकों ने बच्चों में मिर्गी के दौरे के लिए जिम्मेदार पीआरआरटी2 नामक जीन की खोज की. मेलबर्न विश्वविद्यालय की अगुवाई में वैज्ञानिकों के एक अंतरराष्ट्रीय दल ने पीआरआरटी2 (PRRT2) नामक जीन जनवरी 2012 के तीसरे सप्ताह में खोजा.
बच्चों को पड़ने वाले मिर्गी के दौरे को ‘बेनाइन फैमीलियल इन्फैन्टाइल एपीलेप्सी’ (BFIE: Benign familial infantile epilepsy, बीएफआईई) कहा जाता है. यह समस्या सभी बच्चों को नहीं होती लेकिन जिन्हें होती है उन्हें छह माह से दो साल की उम्र के बीच मिर्गी के दौरे पड़ते हैं. दो साल की उम्र के बाद ये दौरे रूक जाते हैं.
वैज्ञानिकों की टीम ने यह पता लगाया कि पीआरआरटी2 नामक जीन में होने वाला परिवर्तन बीएफआईई के मुख्य कारणों में से एक है. बीएफआईई वाले बच्चों में पीआरआरटी2 जीन में परिवर्तन होता है. इस परिवर्तन की वजह से जीन प्रोटीन को सही तरीके से कूटबद्ध नहीं कर पाता.
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