सार्वजनिक क्षेत्र की तीन दूरसंचार कंपनियों भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL), महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) और आइटीआइ लिमिटेड के विलय की सिफारिश सार्वजनिक उपक्रम पुनर्गठन बोर्ड (BRPSE: बीआरपीएसई: Board for Reconstruction of Public Sector Enterprises) द्वारा की गई. केंद्र सरकार द्वारा बीआरपीएसई को वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी कंपनियों को परामर्श देने के लिए गठित किया गया है.
सार्वजनिक उपक्रम पुनर्गठन बोर्ड ने अपनी सिफारिश में बताया कि आइटीआइ लिमिटेड का बीएसएनएल (BSNL) में विलय किया जाए या फिर वह इसका अधिग्रहण कर ले. इससे आइटीआइ लिमिटेड को वित्तीय संकट से उबारा जा सकता है. साथ ही बीआरपीएसई ने अपनी सिफारिश में यह भी बताया कि एमटीएनएल (MTNL) के लिए बीएसएनएल से एक अलग इकाई के तौर पर काम करना वित्तीय रूप से लाभदायक नहीं है. क्योंकि बीएसएनएल देश के 22 दूरसंचार सर्किलों में से 20 सर्किलों में दूरसंचार और इससे जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराती है, जबकि एमटीएनएल सिर्फ दो सर्किलों (दिल्ली और मुंबई) में इस तरह की सेवाएं देती है.
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) दिल्ली व मुंबई को छोड़ पूरे भारत में दूरसंचार सेवा प्रदान करने वाली सार्वजनिक दूरसंचार कंपनी है. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) सिर्फ दिल्ली व मुंबई में दूरसंचार सेवा प्रदान करने वाली सार्वजनिक दूरसंचार कंपनी है. जबकि आइटीआइ लिमिटेड दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी है. ज्ञातव्य हो कि तीनों कंपनियां घाटे में हैं. वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान एमटीएनएल को 3781 करोड़ रुपये की आय पर 2611 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था. जबकि इसी दौरान आइटीआइ को 4596 करोड़ के राजस्व पर 459 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. बीएसएनएल को वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान 31738 करोड़ रुपये की आमदनी पर 2725 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था.
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