भारत के इतिहास में दिल्ली का अपना सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व रहा है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सत्ता भी दिल्ली के केंद्र से ही चलती है। देश में राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव लाने वाले फैसले यहां स्थित संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट में सुनने को मिलते हैं। वहीं, कई बार बसकर बिगड़ चुकी दिल्ली का अपना समृद्ध इतिहास रहा है, जहां विभिन्न राजाओं और बादशाहों का शासन रहा। अंततः देश की राजधानी नई दिल्ली कहलाई। हालांकि, कई लोग इस सवाल का जवाब दिल्ली देते हैं, जबकि यह सही नहीं हैं। क्योंकि, यहां दिल्ली और नई दिल्ली दोनों में ही अंतर है। इस लेख के माध्यम से हम एतिहासिक दिल्ली और नई दिल्ली के बारे में समझेंगे कि आखिर क्यों इन दोनों में अंतर है।
क्या है दिल्ली
दिल्ली का इतिहास ई.पूर्व छठवी शताब्दी का बताया जाता है। यहां पर अलग-अलग सात शासकों का शासन रहा, जिसमें खिलजी वंश, तुगलक वंश, सैय्यद वंश, लोधी और अंत में मुगलों ने राज किया। इस दौरान दिल्ली सात बार उजड़ी और सात बार इसे बसाया गया। चंदरबरदाई की रचना पृथ्वीराज रासो में तोमर वंश के राजा अनंगपाल को दिल्ली का संस्थापक बताया गया है। दिल्ली में तोमरवंश का शासनकाल 900 से 1200 ईसवी तक माना जाता है। दिल्ली या दिल्लिका शब्द का सबसे पहले प्रयोग उदयपुर में प्राप्त शिलालेखों में मिला है, जो कि 1170 ईसवी के बताए गए हैं। कुछ इतिहासकारों के मुताबिक, दिल्ली का नाम राजा ढिल्लू के दिल्हीका(800 ई पू) से माना गया है। यह मध्यकाल का पहला बसाया हुआ शहर था, जो कि वर्तमान में महरौली के पास है। 12वीं शताब्दी में राजा अनंगपाल तोमर ने लालकोट से अपना शासन चलाया। लालकोट की इमारत महरौली में देखने को मिल सकती है। वर्तमान में दिल्ली में प्रशासनिक स्तर पर 11 जिले हैं, जिसका एक जिला नई दिल्ली है। वहीं, दिल्ली उत्तर, पश्चिम और दक्षिण दिशा में हरियाणा राज्य से घिरी हुई है, जबकि इसके पूर्व में उत्तर प्रदेश है।
क्या है नई दिल्ली
आपको बता दें कि नई दिल्ली एक जिला है, जो कि दिल्ली में आता है। इसका अपना एक सीमित क्षेत्रफल है। वर्तमान में इस जिले की अपनी एक विधानसभा भी है। वहीं, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का भवन यानि संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, केंद्रीय मंत्रालय, हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट समेत विभिन्न महत्वपूर्ण भवन इसी जिले में हैं। ऐसे में राजनीतिक दृष्टि से भी यह जिला महत्वपूर्ण है। इसके इतिहास की बात करें, तो राजा जर्ज पंचम ने साल 1911 में दिल्ली दरबार में नई दिल्ली की स्थापना की थी। इसके बाद ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस और हर्बट बेकर ने नई दिल्ली को डिजाइन किया था। साल 1931 में तत्कालीन वाइस राय और गर्वनर जनरल ऑफ इंडिया लॉर्ड इरविन ने नई दिल्ली का उद्घाटन किया था।
दिल्ली और नई दिल्ली में अंतर
-दिल्ली का इतिहास करीब 600 ई पू का बताया जाता है, जबकि नई दिल्ली की स्थापना 1911 में की गई थी।
-दिल्ली 11 जिलों से मिलकर बनी है, जबकि नई दिल्ली दिल्ली का एक जिला है।
-दिल्ली 11 जिलों से बनकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कहलाती है, जो कि एक केंद्र शासित प्रदेश है, जबकि नई दिल्ली सिर्फ एक जिले के तौर पर जाना जाता है।
-दिल्ली अपनी सीमाओं को हरियाणा और उत्तरप्रदेश राज्य के साथ साझा करती है, जबकि नई दिल्ली की सीमा दिल्ली के अन्य जिलों के साथ लगती है।
-दिल्ली का कुल क्षेत्रफल 46,0208 वर्ग किलोमीटर है, जबकि नई दिल्ली का कुल क्षेत्रफल 42.7 वर्ग किलोमीटर है।
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