वर्तमान में आज स्मार्टफोन का चलन है और हर कोई स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहा है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि टीवी की जगह स्मार्टफोन ने ले ली है।
हालांकि, आज भी टीवी की अपनी अहमियत है और परिवार के बीच टीवी देखकर वक्त बिताने का अलग अहसास है। वहीं, आज के दौर में स्मार्टफोन के साथ-साथ स्मार्ट टीवी का भी चलन है, जिनमें न सिर्फ पिक्चर क्वालिटी बेहतर होती है, बल्कि साउंड क्वालिटी में भी वे अन्य टीवी की तुलना में अच्छा परफॉर्म करते हैं।
ऐसे में क्या आप जानते हैं कि आखिर LED TV कैसे काम करता है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
क्या होता है LED TV
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि LED TV क्या होता है। आपको बता दें कि यह एक तरह से एलसीडी टीवी होता है। इन टीवी में चित्र बनाने के लिए बैकलाइट के रूप में प्रकाश उत्सर्जक डायोड (Light Emitting Diodes) का उपयोग होता है, जबकि पांरपरिक टीवी को देखें, तो उनमें फ्लोरोसेंट लैंप का इस्तेमाल कर चित्र बनाए जाते थे।
कैसे काम करता है LED TV
-एलईडी टीवी बोर्ड में एक लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले(LCD) पैनल लगा होता है। इन पैनल में छोटे-छोटे पिक्सल होते हैं, जिनकी संख्या लाखों में होती हैं। ये पिक्सल रंग बदल सकते हैं।
-एलसीडी पैनल में लाइट निकालने के लिए बैकलाइट की जरूरत होती है, क्योंकि ये खुद से लाइट नहीं निकालते हैं। वहीं, एलईडी टीवी बैकलाइट से बना होता है, जिसके किनारे पर एज-लिट या फिर स्क्रीन के पीछे डायरेक्ट लिट लगे होते हैं।
-बैकलाइट से निकलने वाली रोशनी एलसीडी से पैनल से पास होती है।
-एलसीडी पैनल में मौजूद तरल क्रिस्टलों से जब करंट पास होता है, तो ये क्रम में आते हैं और रोशनी की मात्रा को नियंत्रण में रखते हैं। ये रोशनी हर पिक्सल से होकर गुजरती है।
-हर फिल्टर में हरे, लाल और नीले रंग के फिल्टर होते हैं। ऐसे में एलसीडी द्वारा रोशनी को कंट्रोल करते हुए हर पिक्सल स्क्रीन पर रंग निकलता है।
-अंत में लाखों पिक्सल मिलकर रंग और चमक को कंट्रोल करते हैं, जिससे एलसीडी पैनल स्क्रीन पर एक चित्र बनने में मदद मिलती है।
कितने प्रकार की होती है एलईडी बैकलाइट
एज-लिट एलईडी: यह एलईडी टीवी में किनारों पर चारों ओर मौजूद होती है। वहीं, रोशनी का समान वितरण करने के लिए डिफ्यूजर पैनल का इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि एज-लिट LED TV पतले होते हैं।
फुल-एरे एलईडी: इस प्रकार की एलईडी टीवी में अच्छी डिमिंग और अधिक समान बैकलाइटिंग होती है। इससे कंट्रास्ट और चित्र गुणवत्ता होती है। फुल-एरे एलईडी टीवी आमतौर पर अधिक महंगे और भारी होते हैं।
डायरेक्ट-लिट एलईडी: फुल-एरे एलईडी की तरह इसमें डायरेक्ट-लिट टीवी में एलईडी स्क्रीन के पीछे होती है।
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