उत्तर प्रदेश क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। प्रदेश के कुल क्षेत्रफल की बात करें, तो यह 240,928 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जो कि पूरे भारत का 7.33 फीसदी है। इसके साथ ही यह विविध संस्कृतियों, अनूठी परंपराओं और धार्मिक नगरियों का घर भी है। यही वजह है कि हर साल यहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी पर्यटन के लिए पहुंचते हैं।
भारत का यह राज्य सबसे अधिक जिले वाला राज्य भी है। यह बात हम सभी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय सीमा भी साझा करता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के कौन-से जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
पढ़ेंः उत्तर प्रदेश का सबसे अमीर व्यक्ति कौन है, जानें
उत्तर प्रदेश का परिचय
उत्तर प्रदेश राज्य का पुनर्गठन 1 नवंबर, 1956 को किया गया था। साल 1836 से इसे उत्तर-पश्चिम प्रांत के नाम से जाना जाता था। वहीं, 1877 से उत्तर-पश्चिम आगरा एवं अवध प्रांत के नाम से जाना जाने लगा। इसके बाद 1902 से इसका नाम संयुक्त प्रांत आगरा एवं अवध हो गया। वहीं, 1937 से यह संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाने लगा।
अंत में 24 जनवरी 1950 को इसका नाम उत्तर प्रदेश कर दिया गया। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडल में आते हैं। इसके साथ ही यहां पर 4 संभाग, 17 नगर निगम, 350 तहसील(2018), 437 नगर पंचायत और 59163 ग्राम पंचायत हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश गेहूं और गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है, जो कि कृषि के क्षेत्र में अपनी महत्ता को बरकरार रखे हुए है। इसके साथ ही देश की जीडीपी में यह 8 फीसदी का योगदान देता है।
उत्तर प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा कितनी है
उत्तर प्रदेश अपने पड़ोसी देश नेपाल के साथ अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। इसकी कुल लंबाई की बात करें, तो यह 579 किलोमीटर है।
उत्तर प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय सीमा वाले जिले
उत्तर प्रदेश के कुल 7 जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं, जिसमें पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराईच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज है। किसी भी देश के लिए अंतराष्ट्रीय सीमा अति संवेदनशील होती है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा का जिम्मा सशस्त्र सीमा बल के हाथों में है, जो कि यहां 24 घंटे और सातों दिन कड़ी निगरानी करती है।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation