भारत विविधताओं का देश है, जहां की संस्कृति, अनूठी परंपराएं और सांस्कृतिक विरासत इसे अन्य देशों से अलग बनाती है। इसके साथ ही भारत एक कृषि प्रधान देश भी है, जहां की अधिकांश आबादी गांव में रहती है। ऐसे में यह कहा भी जाता है की असली भारत की पहचान गांवों से होती है।
आपने किताबों में यह पढ़ा ही होगा कि भारत में सबसे पहले सूर्योदय अरुणाचल प्रदेश में होता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि अरुणाचल प्रदेश के किस गांव में सबसे पहले सूर्योदय होता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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भारत के किस गांव में होता है सबसे पहले सूर्योदय
भारत के पूर्वोत्तर में स्थित अरुणाचल प्रदेश में सबसे पहले सूर्योदय होता है। अरुणाचल प्रदेश के डोंग वैली में सबसे पहले सूर्य की किरणें पड़ती हैं। यहां स्थित डोंग गांव सबसे पहले सूर्योदय के लिए जाना जाता है।
सुबह 4 बजे तक हो जाता है सवेरा
भारत के इस गांव में तड़के 3 बजे से ही सूर्य के किरनें पड़ना शुरू हो जाती हैं और सुबह 4 बजे तक दिन निकल आता है। ऐसे में यहां रहने वाले लोग अल सुबह से ही अपने दैनिक काम में जुट जाते हैं, जबकि इतने बजे देश के अन्य भागों में लोग गहरी नींद में सो रहे होते हैं।
शाम 4 बजे तक छिपना शुरू हो जाता है सूरज
भारत के इस गांव में जितनी जल्दी सुबह होती है, उतना जल्दी ही यहां शाम भी होती है। शाम 4 बजे तक यहां सूर्य अस्त होना शुरू हो जाता है। ऐसे में यहां रहने वाले लोग अपने काम को जल्दी खत्म कर शाम तक खाने-पीने की तैयारी में लग जाते हैं और जल्दी सो जाते हैं, जबकि देश की अन्य भागों में शाम 4 से 7 बजे के बीच में लोग चाय और स्नैक्स का सेवन कर रहे होते हैं।
1240 मीटर की ऊंचाई पर है गांव
भारत का यह गांव धरती से करीब 1240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अपने प्राकृतिक सुंदरता की वजह से जाना जाता है। हालांकि, यहां रहने वाले लोगों की संख्या अधिक नहीं है। क्योंकि, यह गांव घाटी में है। इस जगह पर करीब चार से पांच परिवार ही रहते हैं।
पर्यटकों की पहली पसंद है डोंग वैली
अरुणाचल प्रदेश में स्थित डोंग वाली पर्यटकों की पहली पसंद है। यहां पर्यटक सूरज की पहली किरण को अपने कमरे में कैद करने के लिए पहुंचते हैं। वहीं, यहां होने वाले सूर्यास्त का नजारा भी देखने लायक होता है।
यह गांव साल 1999 में पहली बार नोटिस किया गया था। हालांकि, इससे पहले यह माना जाता था कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह के कत्चल टापू पर सूरज की पहली किरण पड़ती हैं, लेकिन बाद में डोंग वैली की पहचान की गई, जिसके बाद यहां पर पर्यटन बढ़ा है।
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