भारतीय थल सेना भूमि आधारित शाखा है और भारतीय सशस्त्र बलों की सबसे बड़ी घटक है। भारतीय सेना के सर्वोच्च कमांडर भारत के राष्ट्रपति हैं और सेनाध्यक्ष (सीओएएस) इसके पेशेवर प्रमुख हैं, जो एक चार सितारा जनरल हैं। विविध सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए भारतीय सेना स्वदेशी समाधानों को बढ़ावा देने के साथ आधुनिकीकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
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भारतीय सेना का प्रमुख उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता सुनिश्चित करने के साथ बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से राष्ट्र की रक्षा करना है। यह अपनी सीमाओं के भीतर शांति और सुरक्षा बनाए रखती है। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भारतीय सेना मानवीय बचाव अभियान भी चलाती है। भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख घटक भी है। भारतीय सेना के बारे में कुछ आश्चर्यजनक और दिलचस्प तथ्यों पर एक नजर डालें।
भारतीय सेना के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य
-भारतीय सेना का प्रसिद्ध इतिहास दस हजार वर्ष से भी अधिक पुराना है। रामायणऔर महाभारत दो भव्य महाकाव्य हैं, जो उस मूलभूत ढांचे का निर्माण करते हैं, जिसके चारों ओर भारतीय सेना का निर्माण किया गया है। इसकी उत्पत्ति ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाओं से हुई और आगे चलकर ब्रिटिश भारतीय सेना और रियासतों की सेनाएं बन गईं। 1895 में एकीकृत भारतीय सेना बनाने के लिए बंगाल, बॉम्बे और मद्रास प्रेसीडेंसी की सेनाओं का विलय कर दिया गया।
-विभाजन के दौरान , 1947 में भारतीय सेना में एक बड़ा बदलाव देखा गया। इसे दो नव निर्मित देशों के बीच विभाजित किया गया था। दस गोरखा रेजीमेंटों में से चार को अंग्रेजों को हस्तांतरित कर दिया गया। 1835 में असम राइफल्स का गठन किया गया, जो देश का सबसे पुराना अर्धसैनिक बल है।
-प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय उपमहाद्वीप से 15 लाख से अधिक सैनिक युद्ध में गये। वे सभी प्रमुख युद्धों में लड़े। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वीर भारतीय सैनिकों ने 11 विक्टोरिया क्रॉस, 5 मिलिट्री क्रॉस, 973 इंडियन ऑर्डर ऑफ मेरिट और 3130 भारतीय विशिष्ट सेवा पदक अर्जित किए। प्रथम विश्व युद्ध के 13 अभियानों में 12 घुड़सवार रेजिमेंट, 13 इन्फैंट्री रेजिमेंट और अन्य हथियारों की विभिन्न इकाइयों ने भी भाग लिया। इंडिया गेट का निर्माण प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों (लगभग 82 हजार) की याद में किया गया था।
-भारतीय सशस्त्र बलों की खुफिया शाखा सैन्य खुफिया निदेशालय (एमआई) है। 1941 में सेना के लिए फील्ड इंटेलिजेंस तैयार करने के लिए एजेंसी की स्थापना की गई थी।
-भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के साथ चार प्रमुख युद्ध 1947-48, 1965, 1971 और 1999 के दौरान लड़े गए। सभी युद्धों में भारतीय सैनिकों ने दुश्मन को धूल चटाई है। सबसे प्रसिद्ध युद्ध दिसंबर 1971 में लड़ा गया था। युद्ध चौदह दिनों तक चला था। पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में पाकिस्तानी सेनाएं हार गईं थीं और उनमें से लगभग 93,000 को बंदी बना लिया गया था।
पश्चिम में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी क्षेत्र पर भारतीय सैनिकों का कब्जा था। 16 दिसंबर को पाक सेना के बिना शर्त आत्मसमर्पण के साथ पूर्वी मोर्चे पर युद्ध समाप्त हो गया।
-पश्चिमी भूटान में भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल (IMTRAT) स्थायी रूप से तैनात है। भारतीय सेना का हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) दुनिया के सबसे विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है।
-1948 में ऑपरेशन पोलो लांच किया गया था और यह सफल रहा। यह 5 दिनों तक चला था। इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप हैदराबाद रियासत का भारत में एकीकरण हुआ था।
-सितंबर 1897 में हुई सारागढ़ी की लड़ाई को हम कैसे भूल सकते हैं। यह एक शानदार उदाहरण है, जहां भारतीय सेना के जवानों ने बहादुरी दिखाई थी। इस लड़ाई में लगभग 21 सिखों ने चुनौती दी और 10,000 अफगानी सैनिकों से लड़े। इस लड़ाई में सभी सिख मारे गए और दूसरी तरफ 400-600 लोग हताहत हुए। यह युद्ध मानव जाति के इतिहास में सबसे महानतम युद्धों में से एक माना जाता है। इसकी तुलना थर्मोपाइले की लड़ाई से भी की जाती है।
-भारतीय सेना भी संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियानों में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक है।
-1999 का कारगिल युद्ध भारत के लिए एक और बड़ी उपलब्धि थी, जब भारतीय सेना ने भारतीय सीमा पर कई स्थानों पर कब्जा वापस लिया था, जहां पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी। इस युद्ध में लगभग 3,000 मुजाहिदीन और लगभग 700 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
-1982 में भारतीय सेना ने बेली ब्रिज नाम से दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बनाया था। यह लद्दाख घाटी में द्रास नदी और सुरू नदी के बीच स्थित है। भारतीय सेना का आदर्श वाक्य है "स्वयं से पहले सेवा"।
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