इजरायल ने 60 और 60 से अधिक उम्र वाले लोगों को कोरोना वायरस बूस्टर शॉट्स देने के लिए एक अभियान शुरू किया, ऐसे समय में जब बाकी दुनिया अभी भी मानक पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही है. इस अभियान को शुरू करने वाला इजरायल पहला देश बन गया है.
ऐसा कहा जा सकता है कि तीसरी डोज लेने से बुजुर्ग आबादी को गंभीर बिमारी से बचाने में मदद मिलेगी लेकिन तीसरी डोज मामलों में वृद्धि को रोक पाए ऐसी संभावना नहीं है.
अभियान की शुरुआत करते हुए, इजरायल के 60 वर्षीय राष्ट्रपति Isaac Herzog ने तेल अवीव (Tel Aviv) के पास रमत गन (Ramat Gan) के एक अस्पताल में Pfizer/BioNTech COVID-19 वैक्सीन की तीसरी खुराक प्राप्त की. "हम बूस्टर टीकाकरण शुरू कर रहे हैं" ताकि इजरायल में जीवन जल्द से जल्द "सामान्य" हो सके, हर्ज़ोग ने इंजेक्शन प्राप्त करने के बाद कहा.
साथ ही उन्होंने कहा कि "इजरायल सरकार के इस नए कदम के साथ... मेरा मानना है कि यह पूरी मानव जाति के लिए भी एक सबक है कि हमें एक-दूसरे की रक्षा करनी है और आवश्यक कदम उठाना है".
मंत्रालय के अनुसार तीसरी खुराक उन लोगों को दी जाएगी जिन्हें कम से कम पांच महीने पहले दोनों खुराक का टीका लगाया गया हो.
यहीं आपको बता दे कि इजरायल ने अपने टीकाकरण अभियान को जल्द शुरू किया था और जून में सार्वजनिक समारोहों पर कई प्रतिबंध हटा दिए गए थे, क्योंकि नए COVID -19 मामले एक दिन में 10,000 से घटकर 100 से कम हो गए थे.
लेकिन हाल ही के हफ्तों में संक्रमण बढ़ गया है, और सार्वजनिक स्थानों पर एक बार फिर से मास्क अनिवार्य कर दिया गया है.
कितने लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है?
लगभग नौ मिलियन की आबादी में से लगभग 55% को डबल टीका लगाया गया है, ज्यादातर Pfizer-BioNTech jab.
COVID-19 वैक्सीन के लिए लगभग दस लाख इजरायली हालांकि, अभी भी टीकाकरण से इनकार करते हैं.
इजरायल के डिजीटल मेडिकल डेटाबेस ने तेजी से बड़े पैमाने पर अध्ययन की अनुमति दी, और प्रारंभिक वैक्सीन रोलआउट दुनिया के सबसे तेज में से एक था.
साथ ही आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नफताली बेनेट (Naftali Bennett) ने गुरुवार (29 जुलाई, 2021) को 60 और 60 से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर अभियान शुरू करने की घोषणा की, क्योंकि कोरोना वायरस के तेजी से फैलने वाले डेल्टा संस्करण पर चिंता बढ़ गई है.
जुलाई के मध्य में, इजरायल ने पहले से ही गंभीर इम्युनोसप्रेशन (Immunosuppression) वाले लोगों के लिए टीके की तीसरी खुराक के लिए प्रशासन को अधिकृत कर दिया था, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली ने उन्हें वायरस के प्रति संवेदनशील बना दिया था.
एक शोध के अनुसार, तीसरी खुराक का देना कोविड के डेल्टा संस्करण के प्रभाव को बेअसर करना है. लेकिन अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (US Food and Drug Administration), जिसकी सिफारिशों का आमतौर पर इजरायल पालन करता है, ने अभी तक बुजुर्गों को तीसरी खुराक देने के लिए हरी बत्ती नहीं दी है.
तो अब आप जान गए होंगे कि इजरायल COVID-19 की तीसरी डोज देने वाला पहला देश बन गया है.
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