भारत अपनी विविध संस्कृति और अनूठी परंपराओं के लिए विश्व विख्यात है। इसके साथ ही यहां मौजूद झील, झरने, पहाड़ और नदियां भी प्रसिद्ध हैं, जो कि यहां की प्रकृति को सुंदर रूप देने का काम करते हैं। भारत में जिस प्रकार नदियों का महत्त्व है, उसी प्रकार झीलों का महत्त्व भी है।
क्योंकि, झीलें जैव विविधता को बनाए रखने के साथ पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन में भी सहयोग करती हैं। वहीं, भारत में कुछ नदियों का उद्गम झीलों से भी होता है। उदाहरण के तौर पर, उत्तर प्रदेश में बहने वाली गोमती नदी का उद्गम पीलीभीत जिले के गोमत ताल(फुलहर झील) से होता है। आपने भारत की अलग-अलग झीलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे लंबी झील कौन-सी है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
भारत की सबसे बड़ी झील
भारत की सबसे लंबी झील की बात करें, तो यह वेम्बनाड झील है, जो कि केरल राज्य में स्थित है।
पढ़ेंः दुनिया के 10 सबसे गहरे स्थान, पढ़ें सूची
किनती लंबी है झील
अब सवाल है कि भारत की इस झील की लंबाई कितनी है, तो आपको बता दें कि इसकी कुल लंबाई 96.5 किलोमीटर है, जो कि 3,17,000 फीट है। इस झील से लगने वाले तीन जिले कोट्टायम, एर्नाकुलम और आलाप्पुड़ा हैं।
कितनी चौड़ी और गहरी है झील
अब सवाल है कि भारत की सबसे लंबी झील कितनी चौड़ी और गहरी है, तो आपको बता दें कि यह कुल 14 किलोमटीर चौड़ी झील है। हालांकि, इस झील की गहराई अधिक नहीं है। यह सिर्फ 12 मीटर गहरी है। इस झील पर यहां की प्रसिद्ध नेहरू नौका दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
केरल का प्रमुख पर्यटन स्थल
वेम्बनाड झील केरल का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां लोग पिकनिक मनाने के साथ साइटसिंग के लिए आते हैं। इसके साथ ही यहां चलने वाली हाउसबोट में ठहरकर झील का आनंद लेते हैं।
भारत की सबसे बड़ी आद्रभूमि
केरल की वेम्बनाड झील का आद्रभूमि क्षेत्रफल 2033 वर्ग किलोमीटर है। ऐसे में यह भारत का सबसे बड़ी आद्रभूमि स्थल भी है। इस झील को सरकार की ओर से संरक्षित क्षेत्र में भी शामिल किया गया है। वहीं, इस झील के पूवी तट पर स्थित कुमारकोम पर्यटक गांव दर्शनीय स्थल है।
हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन के अन्य लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation