उत्तर प्रदेश भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से चौथा सबसे बड़ा राज्य है। इसके क्षेत्रफल की बात करें, तो वह 240,928 वर्ग किलोमीटर है। इसके साथ ही यह सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य भी है। साल 2011 की जनगणना में यहां की जनसंख्या 19 करोड़, 98 लाख, 12 हजार 341 दर्ज की गई थी।
हालांकि, वर्तमान समय में यह 24 करोड़ तक बताई जाती है। भारत का यह राज्य देशभर में गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। साथ ही यहां पर गन्ने की पैदावार भी सबसे अधिक है। ऐसे में यह राज्य कृषि के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण राज्य है। उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं, हालांकि क्या आप जानते हैं कि कौन-सा जिला उत्तर प्रदेश का Manchester कहा जाता है। यदि नहीं, तो कौन-सा है यह जिला और क्या है इसके पीछे कारण, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
पढ़ेंः उत्तर प्रदेश का सबसे संपन्न जिला कौन-सा है, जानें
क्या है Manchester
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि Manchester क्या होता है। आपको बता दें कि मैनचेस्टर इंग्लैंड के सबसे उत्तर में स्थित एक प्रमुख औद्योगिक विरासत वाला शहर है, जिसकी तर्ज पर भारत में औद्योगिक नगरियों को विस्तार मिला था। वर्तमान में मैनचेस्टर के दो प्रमुख फुटबॉल क्लब भी मशहूर हैं, जिनमें मैनचेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब और मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश का कौन-सा जिला है Manchester
अब सवाल है कि उत्तर प्रदेश का कौन-सा जिला Manchester कहा जाता है। आपको बता दें कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं, जिसमें सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी और सबसे छोटा जिला हापुड़ है। वहीं, उत्तर प्रदेश के Manchester की बात करें, तो वह कानपुर को कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है Manchester
यहां ध्याने देने वालाी बात यह है कि आखिर कानपुर को ही उत्तर प्रदेश का Manchester क्यों कहा जाता है, तो आपको बता दें कि कानपुर उत्तर प्रदेश में प्रमुख औद्योगिक नगरी है, जो कि विशेष रूप से चमड़े के उद्योग के लिए जाना जाता है।
हालांकि, पूर्व में यहां पर कपास की मिल हुआ करती थीं, जिनसे बड़ी मात्रा में कपड़े का उत्पादन हुआ करता था। वहीं, यहां काम करने वाली मजदूरों की संख्या भी अधिक थी, लेकिन समय के साथ-साथ यह मिल बंद हो गई और अब यहां पर चमड़ा उद्योग ही प्रमुख उद्योग रह गया है। प्रदेश के इस शहर को पूर्व का मैनेचस्टर या उत्तर भारत का मैनचेस्टर भी कहा जाता है।
कानपुर का परिचय
कानपुर उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी के रूप में जाना जाता है, जो कि गंगा नदी के दक्षिण तट पर बसा हुआ शहर है। इसके इतिहास की बात करें, तो इसका नाम सोमवंशी राजपूतों के राजा कान्हा सोम से माना जाता है। इनके वंशज कानहावांशी कहलाए थे। कानपुर का मूल नाम कान्हपुर बताया जाता है।
हालांकि, समय के साथ-साथ यहां कई बदलाव हुए और आज यह कानपुर हो गया। यही वजह वह जगह है, जहां अंग्रेजों ने नील की खेती शुरू की थी। वहीं, 1857 की क्रांति में यहां से नाना साहब और तात्या तोपे ने मोर्चा संभाला था।
पढ़ेंः उत्तर प्रदेश का सबसे अधिक GDP वाला जिला कौन-सा है, जानें
पढ़ेंः उत्तर प्रदेश के कितने जिलों में है पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था, जानें
Comments
All Comments (0)
Join the conversation