उत्तर प्रदेश उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों में से एक है। भारत का यह राज्य अपनी सांस्कृतिक विरासत, समृद्ध इतिहास और अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि हर साल देशी-विदेशी सैलानी बड़ी संख्या में पर्यटन के लिए इस राज्य का रूख करते हैं।
इस राज्य में आपको यूनेस्कों की सूची में शामिल तीन विश्व धरोहर स्थल देखने को मिल जाएंगे। इसके साथ ही यह राज्य भारत में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य भी है। साथ ही जिलों की संख्या में भी भारत का यह राज्य सबसे ऊपर आता है।
ऐसे में क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश का कौन-सा जिला सबसे साक्षर जिला है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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उत्तर प्रदेश में कुल साक्षरता दर
साल 2011 में देशभर में प्रत्येक राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ जिलों की भी साक्षरता दर दर्ज की गई थी। यह गणना भारत की जनगणना के दौरान की गई थी। इसके बाद साल 2021 में जनगणना होनी थी, लेकिन कोविड व अन्य कारणों की वजह से जनगणना नहीं हो सकी। ऐसे में उस समय इस राज्य की कुल साक्षरता दर 67.72 फीसदी दर्ज की गई थी।
उत्तर प्रदेश में पुरुष साक्षरता दर
उत्तर प्रदेश में यदि कुल पुरुष साक्षरता दर की बात करें, तो यह आंकड़ा इसके कुल आकड़े से ज्यादा है, यानि यहां पुरुषों की साक्षरता दर 77.30 फीसदी है।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं की साक्षरता दर
उत्तर प्रदेश में यदि महिलाओं की साक्षरता दर की बात करें, तो यह पुरुषों की तुलना में कम है। यहां महिलाओं की साक्षरता दर 57.20 फीसदी है।
बीते 10 सालों में औसत साक्षरता में वृद्धि
उत्तर प्रदेश में साल 2001 से लेकर 2011 तक औसत साक्षरता दर में वृद्धि भी हुई है। इस वृद्धि की बात करें, तो यह आंकड़ा 11.36 फीसदी है।
उत्तर प्रदेश में सबसे साक्षर जिला कौन-सा है
अब सवाल है कि उत्तर प्रदेश का सबसे साक्षर जिला कौन-सा है, तो आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का सबसे साक्षर जिला गौतमबुद्ध नगर है। इस जिले की कुल साक्षरता दर की बात करें, तो यहां की कुल साक्षरता दर 80.1 फीसदी दर्ज की गई थी। इस जिले के अलावा यहां के अधिक साक्षरता दर वाले जिले कानपुर, औरेया, प्रयागराज व इटावा है।
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