भारत विविध संस्कृति और अनूठी पंरपराओं से समृद्ध देश है। यहां सांस्कृतिक विरासत और समृद्ध इतिहास का मिश्रण इसे अन्य देशों से अलग बनाता है। ऐसे में हर साल यहां विदेशी पर्यटक भारत को करीब से जानने के लिए रूख करते हैं और अपने साथ यहां की यादें ले जाते हैं।
ऐसा भी कहा भी जाता है कि असली भारत की पहचान इसके गांवों से होती है, जहां भारत की मूल संस्कृति बसती है। आपने भारत के सबसे बड़े गांव के बारे में सुना और पढ़ा होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे छोटा गांव कौन-सा है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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भारत में कुल कितने गांव हैं
भारत के विषय में कहा जाता है कि असली भारत की पहचान इसके गांवों से होती है, क्योंकि भारत के गांवों में हमें सांस्कृतिक विरासत और अनूठी परंपराओं का मिश्रण देखने को मिलता है। हालांकि, यहां सवाल यह है कि भारत में कुल कितने गांव हैं, तो आपको बता दें कि भारत में कुल 6 लाख से भी अधिक गांव मौजूद हैं। वहीं, देश की 72.2 फीसदी आबादी गांवों में ही रहती है।
किस राज्य में है सबसे छोटा गांव
अब सवाल है कि भारत का सबसे छोटा गांव किस राज्य में है, तो आपको बता दें कि भारत का सबसे छोटा गांव अरूणाचल प्रदेश राज्य में स्थित है।
कौन-सा है भारत का सबसे छोटा गांव
भारत के सबसे छोटे गांव की बात करें, तो यह अरूणाचल प्रदेश में ‘हा’ गांव नाम से जाना जाता है।
58 परिवारों का घर है गांव
साल 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक, यहां कुल 58 परिवार दर्ज किए गए थे, जिनकी कुल जनसंख्या 289 थी, जिनमें 138 पुरुष और 189 महिलाएं शामिल थीं।
साक्षरता दर के मामले में पीछे
भारत का सबसे छोटा गांव साक्षरता दर के मामले में अरूणाचल प्रदेश से पीछे है। राज्य की कुल साक्षरता दर 65.38 फीसदी दर्ज की गई थी, जबकि गांव की साक्षरता दर 31.60 फीसदी दर्ज की गई थी।
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