Surya Grahan 2023 Timings Today: आज एक असामान्य हाईब्रिड सूर्य ग्रहण होने जा रहा है, जिसका नाम निंगालू है। इस सूर्य ग्रहण का नाम 'निंगालू' ऑस्ट्रेलियाई तटरेखा निंगालू के नाम से उत्पन्न हुआ है। साथ ही ग्रहण के दौरान सूर्य की आंशिक दृश्यता के कारण इसे इसका यह नाम दिया गया है। समय और तारीख के मुताबिक, यह Surya Grahan 2023 का एक दुर्लभ प्रकार का सूर्य ग्रहण है, जो पृथ्वी की सतह पर चंद्रमा की छाया के चलते अपना स्वरूप बदलता है।
क्या होता है हाईब्रिड सूर्यग्रहण
हाईब्रिड सूर्यग्रहण एक प्रकार का दुर्लभ सूर्यग्रहण होता है। इसमें सूर्य का पूरी तरह से ग्रहण और वलयाकार ग्रहण होता है, जिसके संयोजन से इसे हाईब्रिड सूर्यग्रहण कहा गया है। इस तरह के ग्रहण तब देखने को मिलते हैं, जब चंद्रमा की छाया पृथ्वी के पार चली जाती है।
कब से लगेगा सूर्य ग्रहण
आज यानि 20 अप्रैल को हाईब्रिड सूर्य ग्रहण लगेगा। यह सुबह 10:04 बजे शुरू होगा और 11:30 बजे समाप्त होगा। दो घंटे से अधिक समय तक चलने वाले ग्रहण के बावजूद, एक मिनट से भी कम समय रहेगा, जब सूर्य पूरी तरह से ढका हुआ रहेगा।
किन शहरों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण और पूर्व एशिया के कई क्षेत्र, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में हाईब्रिड सूर्य ग्रहण दिखेगा। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के एक्समाउथ में पूरी तरह से ग्रहण को देखा जा सकेगा।
दुनिया के इन शहरों में दिखेगा सूर्य ग्रहण
एम्स्टर्डम द्वीप | दक्षिणी फ्राँसिसी क्षेत्र |
पॉट-औक्स-फ़्रैंकैस | फ्रेंच दक्षिणी क्षेत्र, फ्रांस |
पर्थ | पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलिया |
जकार्ता | जकार्ता विशेष राजधानी क्षेत्र, इंडोनेशिया |
मकास्सर | दक्षिण सुलावेसी, इंडोनेशिया |
मानोक्वारी | पश्चिम पापुआ, इंडोनेशिया |
पोर्ट मोरेस्बी नेगरुलमुद | पापुआ न्यू गिनी पलाउ |
होनियारा | सोलोमन आइलैंड |
हगताना | गुआम |
सायपन | उत्तरी मरीयाना द्वीप समूह |
बेकर द्वीप | यूएस माइनर आउटलाइंग आइलैंड |
पालीकिर | पोनपेई, माइक्रोनेशिया |
फ़नाफ़ुटि | तुवालू |
यारेन | नाउरू |
टरावा | किरिबाती |
माजुरो | मार्शल द्वीप |
Solar Eclipse देखते समय बरती जाने वाली सावधानियां
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक, सूर्यग्रहण के दौरान एल्युमिनाइज्ड मायलर, ब्लैक पॉलीमर या 14-शेड वेल्डिंग ग्लास जैसे उपयुक्त फिल्टर का उपयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही दूरबीन के माध्यम से सूर्य का देखने के लिए या एक व्हाइटबोर्ड पर सूर्य की तस्वीर को उतारने के लिए दूरबीन का उपयोग किया जा सकता है।
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सूर्य ग्रहण के दौरान बरते जाने वाले कुछ एहतियात
-सूर्यग्रहण के दौरान कैमरे के लेंस, दूरबीन, या टेलीस्कोप के माध्यम से सौर फिल्टर के बिना सूर्य के किसी भी हिस्से को न देखें, इससे आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
- खरोंच वाले या टूटे हुए चश्मे का प्रयोग ग्रहण देखने के लिए न करें।
-कैमरे के लेंस, टेलीस्कोप, दूरबीन, या किसी अन्य ऑप्टिकल उपकरण से सूर्य को न देखें, क्योंकि इस स्थिति में सूरज की किरणें फिल्टर के माध्यम से केंद्रित होकर जलेंगी और इससे आंखों को नुकसान पहुंच सकता है, फिर चाहे अपना चश्मा क्यों न लगा रखा हो।
-सूर्यग्रहण के दौरान स्किन को बचाने के लिए सनस्क्रीन, टोपी और फुल कपड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे त्वचा को नुकसान न पहुंचे।
क्या भारत में दिखाई देगा Surya Grahan?
आपको बता दें कि Surya Grahan 2023 भारत में नहीं देखा जाएगा। हालांकि, यह रात 10 बजे से शुरू हो जाएगा। 19 अप्रैल को EDT (20 अप्रैल को 0200 GMT), भारत के लोग Time and Date पर या ग्रेविटी डिस्कवरी सेंटर और ऑब्जर्वेटरी के YouTube चैनल के माध्यम से इस खगोलीय घटना का वेबकास्ट देख सकते हैं।
आपको यह भी बता दें कि आज से पहले सूर्य ग्रहण 2013 में हुआ था और अगला 2031 में होगा। इसके बाद सूर्य ग्रहण 23 मार्च 2164 में होगा। साल 2023 में दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को होगा, जबकि इस वर्ष दो चंद्र ग्रहण 5-6 मई और 28-29 अक्टूबर को होने वाले हैं।
पढ़ेंः Surya Grahan 2023: क्या है हाइब्रिड सूर्यग्रहण? क्या यह भारत में दिखेगा, जानें
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