भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हमें अलग-अलग शहर देखने को मिलते हैं। खास बात यह है कि भारत के प्रत्येक शहर की अपनी विशेषता है, जो कि भारत को भी विशेष बनाने में सहयोग करती है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत के तमाम शहरों के बीच एक शहर ऐसा भी है, जिसे ‘बगीचों का शहर’ भी कहा जाता है। कौन-सा है यह शहर, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
भारत में कुल कितने शहर हैं
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत में कुल कितने शहर मौजूद हैं। आपको बता दें कि भारत में कुल 797 शहर मौजूद हैं। इनमें से 752 शहर राज्यों में आते हैं, जबकि शेष केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित हैं। कुछ लेखों में आपको कुल शहरों की संख्या 780 से लेकर 813 भी देखने को मिल सकती है।
किस शहर को कहा जाता है ‘बगीचों का शहर’
अब हम यह जान लेते हैं कि भारत में किस शहर को ‘बगीचों का शहर’ भी कहा जाता है। आपको बता दें कि कर्नाटक राज्य में स्थित बंगलुरू को भारत में ‘बगीचों का शहर’ भी कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है ‘बगीचों का शहर’
अब हम यह जान लेते हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह है, जिससे भारत के इस शहर को ‘बगीचों का शहर’ भी कहा जाता है। दरअसल, इसके नाम के पीछे कई कारण हैंः
-बंगलुरू में कई ऐतिहासिक उद्यान स्थित हैं, जिनमें लाल बाग बॉटनिकल गार्डन भी शामिल है। इसे हैदर अली ने शुरू किया था और टीपू सुल्तान ने पूरा किया था। यहां आपको विभन्न प्रकार के पौधों से लेकर फूलों की प्रदर्शनी देखने को मिल जाएगी।
-बंगलुरू शहर में कब्बन पार्क भी है। यह एक बहुत बड़ा हरा-भरा क्षेत्र है, जहां घूमने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं।
-बंगलुरू का जिस समय विकास हो रहा था, उस समय यहां हरियाली और पार्कों को प्राथमिकता पर रखा गया। यही वजह रही कि शुरू से ही यह शहर अपने यहां की हरियाली के लिए प्रसिद्ध था। इस वजह से इसे गार्डन सिटी या बगीचों का शहर भी कहा जाता है।
क्या है बंगलुरू का इतिहास
बंगलुरू के आधुनिक शहर की स्थापना नादप्रभु केंपेगौड़ा प्रथम ने 1537 में की थी। वह विजयनगर साम्राज्य के अधीन सामंत शासक थे। बाद में यह मुगलों के अधीन हो गया और उन्होंने इसे मैसूर के शासकों को बेच दिया। मैसूर के शेर यानि कि टीपू सुल्तान को हराने के बाद ब्रिटिश ने यहां कब्जा किया और शहर को अपने हिसाब से विकसित किया। बाद में देश आजाद हुआ और बंगलुरू, कर्नाटक राज्य की राजधानी बनी। आज यह देश का सबसे बड़ा आईटी केंद्र भी है।
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