यूपी का मेरठ शहर दुनियाभर में स्पोर्ट्स सिटी के नाम से जाना जाता है। यहां बने क्रिकेट बैट की डिमांड भारत ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ियों में भी जबरदस्त है। पाकिस्तान को छोड़कर लगभग हर देश के क्रिकेटर मेरठ का बल्ला इस्तेमाल करते हैं। यही नहीं, यहां बनी गेंद, ग्लव्स, पैड और हेलमेट भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर हैं।
मेरठ: स्पोर्ट्स सिटी की खास पहचान
क्रांति धरा मेरठ को आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी स्पोर्ट्स सिटी के तौर पर जाना जाता है। यहां तैयार होने वाली खेल सामग्री की क्वालिटी इतनी बेहतरीन है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी इसे प्राथमिकता देते हैं। आज मेरठ का नाम दुनियाभर के क्रिकेट टूर्नामेंट्स में बल्ले, गेंद, ग्लव्स और हेलमेट जैसी स्पोर्ट्स सामग्री की वजह से गूंजता है।
क्रिकेट बैट और बॉल की दुनिया में मेरठ का दबदबा
मेरठ के बने क्रिकेट बैट की मांग सबसे ज्यादा है। यही कारण है कि पाकिस्तान को छोड़कर लगभग सभी देशों के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेरठ के बल्लों से खेलते दिखाई देते हैं। यही नहीं, मेरठ की क्रिकेट बॉल भी अब टी-20, वनडे और टेस्ट मैचों के हिसाब से तैयार की जाती है और बड़े टूर्नामेंट्स में इनका इस्तेमाल बढ़ चुका है।
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सुरक्षा और अन्य उपकरणों में भी नंबर वन
सिर्फ बल्ले और गेंद ही नहीं, बल्कि मेरठ में बने विकेटकीपर ग्लव्स, बैटिंग पैड और क्रिकेट हेलमेट भी खिलाड़ियों की पहली पसंद हैं। खिलाड़ियों की सुरक्षा और प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए इन सभी उपकरणों की क्वालिटी पर विशेष फोकस किया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कायम है पहचान
आज की तारीख में जब भी किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट की बात होती है, तो मेरठ में बनी स्पोर्ट्स सामग्री उसका अहम हिस्सा बनती है। यह शहर केवल भारत की नहीं बल्कि पूरी दुनिया की स्पोर्ट्स राजधानी के रूप में अपनी एक खास जगह बना चुका है।
स्पोर्ट्स सामग्री का ऐतिहासिक सफर
देश की आज़ादी और बंटवारे के बाद पाकिस्तान से आए शरणार्थी परिवारों ने मेरठ में स्पोर्ट्स सामग्री बनानी शुरू की थी। धीरे-धीरे यह काम एक बड़े उद्योग का रूप ले चुका है और आज मेरठ की पहचान वैश्विक स्तर पर दर्ज हो चुकी है।
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