भारत में वर्तमान में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 813 जिले आते हैं। देश के प्रत्येक जिले का अपना सामिरक महत्त्व है। जिलों का गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक विरासत देश को समृद्ध करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
यही वजह है कि कहा भी जाता है कि यदि आपने भारत को करीब से नहीं देखा, तो कुछ नहीं देखा है। इस कड़ी में भारत के कुछ जिलों को उनकी विशेष पहचान की वजह से उपनाम भी दिए गए हैं। इनमें एक जिला ऐसा भी है, जिसे नमक का शहर भी कहा जाता है। कौन-सा है यह जिला, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
शहरों को क्यों दिया जाता है उपनाम
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि शहरों को उनके मूल नाम के अलावा उपनाम क्यों दिया जाता है। यह बात हम सभी जानते हैं कि कुछ शहरों की अपनी विशेषता है। ये भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक व उत्पादन से जुड़ी भी हो सकती है।
इस वजह से शहरों को उनकी विशेषताओं से जोड़कर उपनाम दिया जाता है। इससे न सिर्फ शहर को नई पहचान मिलती है, बल्कि आर्थिक रूप से भी पर्यटन के रूप में शहरों को इसका लाभ मिलता है।
किस जिले को कहा जाता है नमक का शहर
अब हम यह जान लेते हैं कि आखिर भारत के किस जिले को नमक का शहर कहा जाता है, तो आपको बता दें कि राजस्थान के फलौदी जिले को नमक का शहर कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है नमक का शहर
अब हम यह जानेंगे कि आखिर फलौदी को नमक का शहर क्यों कहा जाता है। दरअसल, फलौदी जिला नमक उद्योग के लिए जाना जाता है। यहां प्रमुख रूप से नमक का व्यापार होता है और देशभर में यहां से नमक की आपूर्ति की जाती है। यहां पहुंचने पर आपको जगह-जगह नमक मिल जाएगा। इस वजह से फलौदी जिले को नमक का शहर या Salt City कहा जाता है।
गर्मी के लिए जाना जाता है फलौदी
राजस्थान का फलौदी जिला एक तरफ जहां नमक के लिए जाना जाता है, तो दूसरी तरफ यह जिला अपने यहां पड़ने वाली गर्मी के लिए भी उतना ही मशहूर है। साल 2016 में यहां का तापमान 51 डिग्री सेल्यिस तक पहुंच गया था। हर साल गर्मी के मौसम में यहां अत्यधिक गर्मी पड़ती है। वहीं, पर्यटन के लिए यहां कई पुराने मंदिर और फलौदी का किला प्रमुख है।
हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation