नाम से पहले क्यों लगाते हैं ‘श्री’ या ‘श्रीमती’, यहां जानें

भारत में आपने अक्सर पुरुषों के नाम के आगे ‘श्री’ और महिलाओं के नाम के आगे ‘श्रीमती’ लगा देखा होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि आखिर नाम के आगे ‘श्री’ और ‘श्रीमती’ क्यों लगाया जाता है। क्या है इसके पीछे की वजह, जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

Jul 29, 2025, 15:48 IST
नाम से पहले क्यों लगाते हैं श्री और श्रीमती
नाम से पहले क्यों लगाते हैं श्री और श्रीमती

भारत में किसी पुरुष का नाम लिखना हो, तो नाम के आगे ‘श्री’ लगाया जाता है। यह परंपरा नई नहीं है, बल्कि काफी पुरानी परंपरा है, जो कि वर्षों से चली आ रही है। वहीं, यदि महिलाओं का नाम लिखना हो, तो उस नाम के आगे ‘श्रीमती’ लगाया जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि आखिर नाम के आगे इन शब्दों को क्यों लगाया जाता है। क्या है इसके पीछे की कहानी, जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। 

भारतीय संस्कृति और शिष्टाचार का हिस्सा

भारत में नाम से पहले ‘श्री’ या ‘श्रीमती’ लगाना एक आम बात नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का परिचायक होने के साथ-साथ सामाजिक शिष्टाचार का अहम हिस्सा है।

सम्मान का सूचक 

पुरुषों के नाम के आगे ‘श्री’ लगाना आदर, सम्मान और पूजनीयता का भाव व्यक्त करता है। इसके अर्थ की बात करें, तो यह शुभ, समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा हुआ है। ऐसे में पुरुषों को आदर देने के लिए ‘श्री’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रकार महिलाओं के नाम के आगे ‘श्रीमती’ आदर और सम्मान का भाव दर्शाता है। ‘श्रीमती’ का अर्थ सौभाग्यवती, शुभ और समृद्धता से होता है। 

वैवाहिक और लिंग की जानकारी 

नाम के आगे ‘श्री’ लगाने से यह पता चल जाता है कि व्यक्ति पुरुष है या महिला है। वहीं, महिलाओं के संबंध में यह उनकी वैवाहिक स्थिति को दर्शाता है। अविवाहित महिलाओं के लिए ‘सुश्री’ और ‘कुमारी’ का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि एक सम्मानजनक शब्द है।

औपचारिकता और शिष्टाचार के लिए जरूरी

‘श्री’ और ‘श्रीमती’ शब्द का इस्तेमाल एक मानक शिष्टाचार के तौर पर किया जाता है। किसी भी व्यक्ति के सार्वजनिक और औपचारिक संचार के लिए इन शब्दों को नाम से पहले लगाया जाता है। वहीं, मती का अर्थ बुद्धि से होता है। ऐसे में श्री का अर्थ शुभ है, तो मती का अर्थ बुद्धि, जिससे एक यह एक शुभ संकेतक का काम करता है।

क्या है धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व

हिंदू धर्म में ‘श्री’ शब्द का इस्तेमाल देवी लक्ष्मी से जुड़ा हुआ है। आपने अक्सर देखा होगा कि हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के नाम से पहले ‘श्री’ शब्द लगाया जाता है। उदाहरण के तौर पर-’श्रीराम’ और ‘श्रीकृष्ण’ आदि। यह श्रद्धा और सम्मान के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में लोग व्यक्ति को सम्मान व आदर देने के साथ-साथ शुभता के प्रतीक के तौर पर उनके नाम के आगे ‘श्री’ और महिलाओं के नाम के आगे ‘श्रीमती’ का इस्तेमाल करते हैं।

हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

पढ़ेंःनाम के पीछे क्यों लिखा जाता है ‘कुमार’, यह है असली वजह

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News