World Thalassaemia Day 2020: हम कह सकते हैं कि विश्व थैलेसीमिया दिवस उन लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है जो इस बीमारी से जीने के लिए संघर्ष करते हैं. यह दिन थैलेसीमिया से पीड़ित सभी रोगियों और उनके माता-पिता के सम्मान में एक स्मरण दिवस है, जिन्होंने बीमारी होने के बावजूद जीवन के लिए आशा नहीं खोई है और उन सभी वैज्ञानिकों के लिए जो समर्पण के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं और बेहतर गुणवत्ता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि दुनिया भर में थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों के जीवन में सुधार लाया जा सके.
थैलेसीमिया रोग क्या है?
यह एक आनुवांशिक रक्त विकार है जो माता-पिता से बच्चों में जाता है. थैलेसीमिया रोग कई प्रकार के होते हैं और इसका उपचार इसके प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है. इस बीमारी में शरीर में हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण की क्षमता प्रभावित हो जाती है. या हम यह कह सकते हैं कि थैलेसीमिया रोग से पीड़ित व्यक्ति में कुछ ही लाल रक्त कोशिकाएं और बहुत कम हीमोग्लोबिन रहता है. इसका असर हल्के से लेकर गंभीर और जानलेवा भी हो सकता है. यह बीमारी भूमध्यसागरीय, दक्षिण एशियाई और अफ्रीका में सबसे आम है.
तो, यह दिन थैलेसीमिया रोग से पीड़ित रोगियों को समर्पित है और उन्हें एक सामान्य व्यक्ति की तरह जीने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है. साथ ही समाज, राज्य, समुदाय, देश इत्यादि में इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए भी कदम उठाए जाते हैं.
विश्व थैलेसीमिया दिवस 2020: थीम
विश्व थैलेसीमिया दिवस 2020 का थीम है “The dawning of a new era for thalassaemia: Time for a global effort to make novel therapies accessible and affordable to patients”.
TIF का मानना है कि ये नए और अभिनव उपचार विकार के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ हैं, और असाधारण अवसरों की पेशकश करते हैं, जिन्हें हमें अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए पकड़े रहना चाहिए. इसके अलावा, यह थीम फेडरेशन द्वारा हाल ही में "हीमोग्लोबिन डिसऑर्डर के लिए चिकित्सा की स्थिरता, प्रभावशीलता और स्थिरता पर TIF के अंतर्राष्ट्रीय फोरम को लॉन्च करने के फैसले से मेल खाता है.
विश्व थैलेसीमिया दिवस 2019 का थीम था “Universal access to quality thalassaemia healthcare services: Building bridges with and for patient”.
2018 के लिए थीम था “Thalassaemia past, present and future: Documenting progress and patients’ needs worldwide”.
2017 के लिए थीम था “Get connected! Share knowledge and experience and fight for a better tomorrow in thalassaemia”.
2016 के लिए थीम था “Access to Safe & Effective Drugs in Thalassaemia”.
विश्व थैलेसीमिया दिवस कैसे मनाया जाता है?
सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूलों, कॉलेजों, शैक्षणिक संस्थानों में लोगों को बीमारी, इसके लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए कई गतिविधियाँ और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. साथ ही, रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को बीमारी के बारे में ज्ञान प्राप्त करने के लिए इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. आपको बता दें कि थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन (TIF) एक नॉन-प्रॉफिट और गैर-सरकारी रोगी-संचालित संगठन है, जो कई देशों के सदस्यों के साथ समारोह के आयोजन को सक्रिय रूप से करती है. इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य स्वास्थ्य संस्थाएं भी थैलेसीमिया रोग से पीड़ित रोगियों के मूल अधिकारों पर ध्यान केंद्रित करती हैं. लोगों को जागरूक करने के लिए पोस्टर और बैनर भी तैयार किए जाते हैं. स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर डिबेट्स, रोगी के जीवन की गुणवत्ता के बारे में थैलेसीमिया रोग के बारे में चर्चा इत्यादि जैसी कई गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं.
विश्व थैलेसीमिया दिवस: उद्देश्य
- थैलेसीमिया बीमारी, इसके लक्षण और इसके साथ जीने के तरीकों के बारे में जागरूकता को बढ़ाना.
- यदि व्यक्ति थैलेसीमिया से पीड़ित है तो शादी से पहले डॉक्टर से परामर्श करने के लिए जागरूकता बढ़ाना.
- बच्चों के स्वास्थ्य, समाज और पूरे विश्व के लिए टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए.
- टीकाकरण के बारे में गलत धारणाओं का निवारण करना.
थैलेसीमिया रोग के लक्षण क्या हैं?
- थकान होना
- छाती में दर्द
- सांस लेने में कठिनाई
- विकास सही से ना होना
- सिरदर्द
- पीलिया और पीली त्वचा
- चक्कर आना और बेहोशी
- पेट में सूजन
- संक्रमण इत्यादि के लिए अधिक संवेदनशीलता.
तो, हम कह सकते हैं कि थैलेसीमिया एक अनुवांशिक बीमारी है और इस बीमारी के लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है.
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