कोई भी आम इंसान अपने फाइनेंस को लेकर अक्सर काफी चिंतित रहता है. इतना ही नहीं, देश दुनिया की बड़ी कंपनियों और फाइनेंस इंस्टीट्यूट्स की भी स्थिति कुछ ऐसी ही है अर्थात ये इंस्टीट्यूट्स भी अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को लेकर बहुत चिंतित और सतर्क रहते हैं. आजकल जब पूरी दुनिया एक ‘ग्लोबल विलेज’ के रूप में बदल चुकी है तो, किसी भी देश की आर्थिक मंदी या आर्थिक विकास का सीधा असर अन्य देशों के कारोबार और आर्थिक स्थिति पर भी पड़ता ही है. ऐसे में, दुनिया भर के देश और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स लगातार यह कोशिश करते रहते हैं कि अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को मजबूत बनाये रखें और ज्यादा से ज्यादा लाभ कमायें, अपनी बिजनेस कॉस्ट को कम करें और कोई ऐसी गलती करने से बचें जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़े. आजकल जब हम ‘डाटा एज’ में जी रहे हैं और किसी भी व्यक्ति या इंस्टीट्यूट की फाइनेंशियल कंडीशन के नफ़े-नुकसान का सटीक अनुमान इस डाटा एनालिसिस के जरिये लगाया जा सकता है तो स्वाभाविक रूप से अब देश-दुनिया में विभिन्न फाइनेंशियल मैटर्स पर फाइनेंशियल एडवाइस लेने के चलन भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इसलिए, देश-दुनिया के फाइनेंशियल सेक्टर में हो रहे निरंतर बदलाव और विकास के कारण ही अब पूरी दुनिया में फाइनेंशियल एडवाइजर के करियर का महत्त्व और संभावनाएं लगातार बढ़ रहे हैं. आइये इस आर्टिकल में एक कामयाब करियर ऑप्शन के तौर पर फाइनेंशियल एडवाइजर के विकल्प पर विचार करें:
फाइनेंशियल एडवाइज़र का पेशा
ये पेशेवर अपने क्लाइंट्स की फाइनेंशियल कंडीशन को दुरुस्त रखने के लिए अपनी म्हत्त्वपूर्ण सलाह देते हैं. अगर आप इन पेशेवरों की सलाह मानते हैं तो आपको मुनाफ़ा अधिक होता है और आप अपने फाइनेंशियल नुकसान से काफी हद तक बच जाते हैं. दरअसल, फाइनेंशियल एडवाइजर्स अपने क्लाइंट्स को इन्वेस्टमेंट, इंश्योरेंस, सेविंग्स और लोन्स से संबंधित जरुरी सलाह देते हैं ताकि उनके क्लाइंट्स का धन सुरक्षित रहे. देश-दुनिया में फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स, बैंक, इंश्योरेंस और ट्रेडिंग कंपनियां अपने कई किस्म के फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स जैसेकि, शेयर, ब्रांड्स या म्यूचल फंड्स को बेचने के लिए भी इन फाइनेंशियल एडवाइजर्स को अपने यहां काम पर रखते हैं. ये पेशेवर अपने सभी क्लाइंट्स को इंडिपेंडेंट एडवाइज़ या रिस्ट्रिक्टेड एडवाइज़ (लिमिटेड फाइनेंसिशियल प्रोडक्ट्स के संबंध में) दे सकते हैं.
फाइनेंशियल एडवाइज़र: जरुरी योग्यता और कोर्सेज
अगर आप फाइनेंशियल एडवाइजर का पेशा ज्वाइन करना चाहते हैं तो हमारे देश में किसी एजुकेशनल बोर्ड से कॉमर्स या मैथ्स के साथ साइंस विषय के साथ अपनी 12वीं क्लास पास की हो लेकिन आजकल बीए, बीटेक या बीबीए करने वाले स्टूडेंट्स भी फाइनेंशियल एडवाइजर का करियर शुरू कर सकते हैं. अपने करियर के तौर पर इस पेशे को शुरु करने के लिए कैंडिडेट्स फाइनेंस की फील्ड से संबद्ध निम्नलिखित कोर्सेज कर सकते हैं:
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- बैचलर ऑफ़ कॉमर्स
- बैचलर – फाइनेंशियल एंड इन्वेस्टमेंट एनालिसिस
- एमबीए – फाइनेंस
- एमएससी – फाइनेंस
- पोस्टग्रेजुएशन – फाइनेंशियल इंजीनियरिंग
- पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा – बैंकिंग एंड फाइनेंस
- एडवांस्ड पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा – बैंकिंग एंड फाइनेंस
- पोस्ट ग्रेजुएशन – कमोडिटी एक्सचेंज
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा – फाइनेंस मैनेजमेंट
भारत के प्रमुख फाइनेंशियल एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स
हमारे देश में वैसे तो अधिकतर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ इकोनॉमिक्स, कॉमर्स और फाइनेंस से जुड़े कई कोर्सेज करवाते हैं लेकिन निम्नलिखित एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स फाइनेंशियल एजुकेशन की फील्ड में देश के टॉप इंस्टीट्यूट्स में शामिल किये जा सकते हैं:
- डिपार्टमेंट ऑफ़ फाइनेंशियल स्टडीज़, दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ फाइनेंशियल मैनेजमेंट एंड रिसर्च, चेन्नई, तमिलनाडु
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट ऑफ़ इंडिया, हैदराबाद
- TKW इंस्टीट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ फाइनेंस, ग्रेटर नॉएडा, उत्तर प्रदेश
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फाइनेंशियल मैनेजमेंट, फरीदाबाद, हरियाणा
- एमिटी यूनिवर्सिटी, दिल्ली/ नॉएडा
भारत में फाइनेंशियल एडवाइज़र: जॉब ऑप्शन्स
अगर हम फाइनेंशियल एडवाइजर के लिए देश-दुनिया में उपलब्ध करियर ऑप्शन्स या जॉब प्रोफाइल्स की बात करें तो ये पेशेवर किसी भी कंपनी या फाइनेंस इंस्टीट्यूट में निम्नलिखित पोस्ट्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं:
- पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर
- अकाउंटेंट
- इकोनॉमिस्ट
- ऑडिटर
- इंश्योरेंस एजेंट
- टैक्स इंस्पेक्टर
- रेवेन्यु एजेंट
- लोन ऑफिसर
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भारत में फाइनेंशियल एडवाइज़र: मिलता है ये सैलरी पैकेज
हमारे देश में किसी फाइनेंशियल एडवाइजर को शुरू में एवरेज 4 – 5 लाख रूपये सालाना मिलते हैं जो कुछ वर्षों के अनुभव के बाद एवरेज 6 – 7 लाख रूपये सालाना से अधिक हो जाती है. हमारे देश में एक फाइनेंशियल एडवाइजर के तौर पर लगभग 10 वर्षों का कार्य अनुभव हासिल कर लेने के बाद इन पेशेवरों को एवरेज 9 – 10 लाख रुपये सालाना या इससे अधिक का सैलरी पैकेज मिलता है.
भारत में टॉप रिक्रूटर्स: फाइनेंशियल एडवाइजर्स यहां कर सकते हैं अप्लाई
अगर आप यह करियर शुरू करना चाहते हैं तो प्रॉपर एजुकेशनल क्वालिफिकेशन हासिल करने के बाद आप निम्नलिखित टॉप इंस्टीट्यूट्स में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं:
- भारतीय जीवन बीमा निगम
- न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- IDBI
- HDFC
- HSBC
- ICICI
- कोटक महिंद्रा
ये हैं फाइनेंस की फील्ड से जुड़े कुछ नए करियर ऑप्शन्स
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