हमारे देश में खाना बनाने के काम को कलिनरी स्किल्स या पाक कला के नाम से जाना जाता है. हमारे देश का खान-पान स्वाद, सेहत और रोग निवारण का एक बेमिसाल साधन है. भारत की फ़ूड एंड ग्रोसरी मार्केट दुनिया में 6थ सबसे बड़ी मार्केट है. फ़ूड रिटेल का योगदान करीबन 70% है. इसी तरह, इंडियन फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री का योगदान लगभग 32% है.
भारत के ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) में फ़ूड व्यापार का हमेशा से महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है. भारत में ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी बिजनेस अभी शुरुआती दौर से ही गुजर रहा है लेकिन, फ़ूड पांडा, स्विगी और ज़ोमैटो जैसे ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी कारोबारियों के बिजनेस में काफी लाभ हुआ है. भारत में फ़ूड डिलीवरी का कारोबार कई बिलियन अमरीकी डॉलर के मूल्य का है. ऐसे में, यहां फ़ूड इंडस्ट्री से जुड़े सभी प्रोफेशन्स और कारोबारों में, और विशेष रूप से शेफ के प्रोफेशन में आपके लिए जॉब के बेहतरीन अवसरों के साथ ही बढ़िया करियर प्रोस्पेक्ट्स भी हैं. आइये इसे आर्टिकल को पढ़कर इंडियन शेफ के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी हासिल करें:
इंडियन शेफ के बारे में
इंडियन शेफ्स के लोगों को अनेक किस्म के फ़ूड आइटम्स तैयार करने का बहुत शौक होता है और वे लोग अनेक किस्म के देशी-विदेशी फ़ूड आइटम्स तैयार करने में माहिर होते हैं. इनके द्वारा तैयार किये गए फ़ूड आइटम्स में स्वाद के साथ सेहत का भी ध्यान रखा जाता है. ये पेशेवर सिर्फ विभिन्न फ़ूड आइटम्स बनाते ही नहीं हैं बल्कि उन फ़ूड आइटम्स को काफी आकर्षक तरीके से सर्व भी करते हैं. ये पेशेवर अपने होटल, रेस्टोरेंट या फ़ूड आउटलेट में बेहतरीन फ़ूड मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होते हैं ताकि कोई क्लाइंट भूखा न जाए और फ़ूड आइटम्स वेस्ट न हों. आसान शब्दों में, ये पेशेवर सेहतमंद और स्वादिष्ट फ़ूड आइटम्स तैयार करने के साथ उन्हें आकर्षक तरीके से परोसते हैं.
इंडियन शेफ के लिए जरुरी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन्स
हमारे देश में शेफ का करियर शुरू करने के लिए कैंडिडेट ने किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से अपनी 12वीं क्लास पास की हो और कलिनरी आर्ट्स, कैटरिंग और होटल मैनेजमेंट की फील्ड में कैंडिडेट ने बैचलर डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट प्राप्त किया हो. शेफ के पेशे से संबंधित हमारे देश के कुछ प्रमुख एजुकेशनल कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
डिप्लोमा कोर्सेज:
- डिप्लोमा – कलिनरी आर्ट्स/ फ़ूड प्रोडक्शन/ कैटरिंग टेक्नोलॉजी/ फ़ूड एंड बेवरीज साइंस/ बेकरी एंड कन्फेक्शनरी.
- पीजी डिप्लोमा – कलिनरी आर्ट्स
सर्टिफिकेट कोर्सेज:
- सर्टिफिकेट – फ़ूड प्रोडक्शन/ कैटरिंग टेक्नोलॉजी/ फ़ूड बेवरेजेज.
- क्राफ्ट्समैनशिप कोर्स – फ़ूड एंड बेवरीज सर्विस/ फ़ूड प्रोडक्शन/ फ़ूड प्रोडक्शन एंड पेस्ट्री
बैचलर डिग्री कोर्सेज:
- BA – कलिनरी आर्ट्स/ होटल मैनेजमेंट/ कैटरिंग टेक्नोलॉजी एंड कलिनरी आर्ट्स.
- BSc – कैटरिंग एंड कलिनरी आर्ट्स, होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी.
- बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (BHM).
पोस्टग्रेजुएशन डिग्री कोर्स:
- MBA – होटल मैनेजमेंट
भारत के इन टॉप इंस्टीट्यूट्स से भावी शेफ्स कर सकते हैं कोर्सेज
हमारे देश में वैसे तो कई सरकारी और प्राइवेट एजुकेशनल और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट्स होटल मैनेजमेंट और फ़ूड प्रोसेसिंग की फील्ड से संबंधित विभिन्न डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज करवाते हैं, लेकिन कुछ प्रमुख इंस्टीट्यूट्स के नाम आपकी सहूलियत के लिए नीचे दिए जा रहे हैं जैसेकि:
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी एंड एप्लाइड न्यूट्रीशन, नई दिल्ली/ अहमदाबाद/ गोवा
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, औरंगाबाद
- दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, नई दिल्ली
- एमिटी स्कूल ऑफ़ हॉस्पिटैलिटी, नॉएडा
- ओरिएंटल स्कूल ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, मुंबई/ दिल्ली/ वडोदरा
- ओबेरॉय सेंटर ऑफ़ लर्निंग एंड डेवलपमेंट, नई दिल्ली
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, देहरादून/ भोपाल/ गुवाहाटी/ जयपुर/ कोलकाता/ हैदराबाद/ कुफ्री
- चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट
- मुनार कैटरिंग कॉलेज, मुनार
- गुरुनानक इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, कोलकाता.
इंडियन शेफ्स के लिए हायरार्की लेवल
इस पेशे में भी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन, वर्क एक्सपीरियंस और टैलेंट के मुताबिक हायरार्की लेवल को फ़ॉलो किया जाता है जैसेकि:
- इंटर्न – शेफ
- असिस्टेंट शेफ/ कुक
- जूनियर शेफ
- सीनियर शेफ
- सौस शेफ/ किचन इंचार्ज
- चीफ़ शेफ/ एग्जीक्यूटिव शेफ/ हेड शेफ
इंडियन शेफ्स को यहां मिल सकता है काम
- होटल्स
- रेस्टोरेंट्स/ बैंक्वेट्स
- कैफेटेरियाज़
- फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट्स
- रॉयल किचन्स
- कॉर्पोरेट किचन्स
- कम्युनिटी सेंटर्स
- स्कूल्स/ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स
- प्रिजन्स
- हेल्थकेयर फैसिलिटीज़
- गवर्नमेंट एंड प्राइवेट इंस्टीट्यूशन्स
- फ़ूड कोर्ट्स/ फ़ूड जोएंट्स
इंडियन शेफ्स का करियर प्रोस्पेक्ट
हमारे देश में इस पेशे के लिए जॉब और करियर ग्रोथ प्रोस्पेक्टस काफी आशाजनक हैं. एक रोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020 तक भारत की फ़ूड इंडस्ट्री की टोटल मार्किट वैल्यू लगभग 61 लाख करोड़ रुपये होगी. भारत सरकार भी अब फ़ूड बिजनेस में इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दे रही है. इसलिए, हमारे देश में फ़ूड इंडस्ट्री की फील्ड से संबंधित इस शेफ के प्रोफेशन में जॉब के बेहतरीन अवसरों और करियर ग्रोथ की आशाजनक संभावनाएं हैं. लेकिन हमारे देश में शेफ का पेशा काफी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि अक्सर इनकी वर्क शिफ्ट रोज़ाना 12 घंटे की होती है लेकिन खाना बनाते समय ये कोई गलती नहीं कर सकते अर्थात कोई गलती हो जाने पर इन्हें दुबारा से फ़ूड आइटम बनाना पड़ता है. त्यौहारों और छुट्टी के दिनों में इन पेशेवरों का काम ज्यादा बढ़ जाता है. ये लोग अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के साथ ज्यादा समय नहीं बिता सकते हैं. फिर भी, इस पेशे में अच्छा सैलरी पैकेज, क्रिएटिविटी, प्रसिद्धी के साथ जॉब सैटिसफेक्शन बहुत मिलता है. शेफ के पेशे से जुडी हायर एजुकेशनल डिग्रीज़ हासिल करने के बाद आप हमारे देश में केवल शेफ के पेशे में जॉब ज्वाइन करने के अलावा भी एक रेसिपी बुक राइटर, इवेंट कैटरर, कुकरी शो होस्ट, किचन कैटरर, रेलवे/ एयरलाइन्स/ शिप कैटरर/ वेडिंग कैटरर/ रेस्टोरेंट या पब मैनेजर आदि के तौर पर देश में कहीं भी जॉब ज्वाइन कर सकते हैं. आप अपना कैटरिंग का कारोबार भी शुरू कर सकते हैं.
इंडियन शेफ्स का सैलरी पैकेज
हमारे देश में शुरू में किसी इंटर्न शेफ को लगभग 10 हजार रुपये मासिक मिलते हैं और फ्रेश पेशेवर शेफ्स फ्रेश को एवरेज 18 – 20 हजार रुपये मासिक मिलते हैं. इस फील्ड में कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन पेशेवरों को एवरेज 50 - 60 हजार मासिक सैलरी पैकेज मिलता है. किसी जाने-माने होटल या बैंक्वेट में किसी एक्सपर्ट और एक्सपीरियंस्ड शेफ को एवरेज 1 लाख रुपये मासिक तक का सैलरी पैकेज मिलता है. किसी सुप्रसिद्ध होटल, रेस्टोरेंट या फ़ूड कोर्ट में सैलरी पैकेज के अलावा इन शेफ्स को कई आनी लाभ और भत्ते भी मिलते हैं. ये पेशेवर अपना कैटरिंग बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं जहां इनकी अधिकतम कमाई की कोई सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती है.
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