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CBSE Class 10 Hindi A Sample Paper by Experts for Board Exam 2025
खंड 'अ'
I. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए, उत्तर दें।
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। निज भाषा उन्नति के बिना हिंदी-हिंदी साहित्य के उन्नति की कल्पना कोरी होगी। अंतरराष्ट्रीय भाषा में भी साहित्य एवं ज्ञान के प्रकट होने तक, विकसित भाषाओं में बौद्धिक प्रवाह नहीं हो सकता। भारतेंदु हरिश्चंद्र का जन्म 1850 ई में हुआ। वे हिंदी के आधुनिक काल के भारतेन्दु युग के प्रतिनिधि लेखक थे। उन्होंने आधुनिक हिंदी में नाटक, कविता, निबंध एवं गद्य साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारतेन्दु ने समाज सुधार, देशभक्ति, इतिहास, नारी शिक्षा, साहित्य, संस्कृति और पत्रकारिता को भी अपनी रचनाओं के माध्यम से समृद्ध किया। वे स्वदेश प्रेमी, उदार, समाज सुधारक, निबंधकार, कवि और पत्रकार थे। उनके प्रयासों से हिंदी साहित्य के क्षेत्र में एक नवीन युग का सूत्रपात हुआ।
भारतेन्दु की कृतियाँ अत्यंत प्रसिद्ध हैं। उनकी कृतियों में ‘भारत दुर्दशा’ तथा ‘अंधेर नगरी’ विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। भारतेन्दु के विचारों से प्रभावित होकर अनेकों साहित्यकारों ने साहित्य सेवा को अपनाया और हिंदी साहित्य को एक नई दिशा प्रदान की। भारतेन्दु हरिश्चंद्र ने हिंदी भाषा और साहित्य को जो नई दिशा दी, उसे ‘भारतेन्दु युग’ कहा जाता है। उनकी भाषा सरल, सहज और प्रभावशाली थी। उन्होंने हिंदी में जन-जागरण का संदेश दिया और भारतीय समाज के उत्थान में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1. भारतेन्दु हरिश्चंद्र का जन्म कब हुआ?
(i) 1850 ई में
(ii) 1851 ई में
(iii) 1853 ई में
(iv) 1852 ई में
2. भारतेन्दु को आधुनिक काल का जनक क्यों कहा जाता है?
(i) क्योंकि उन्होंने कविता को प्राचीनता से जोड़ा था।
(ii) क्योंकि उन्होंने कविता को रोमांचक परिवेश से मिलाया था।
(iii) क्योंकि उन्होंने कविता को आधुनिक रूप में ढाला था।
(iv) इनमें से कोई नहीं।
3. भारतेन्दु किस प्रकार के साहित्यकार थे?
(i) संस्कृत
(ii) स्वतंत्र
(iii) गुणगंभीरता
(iv) इनमें से कोई नहीं।
4. भारतेन्दु को आधुनिक काल का जनक क्यों कहा जाता है?
(i) क्योंकि उन्होंने कविता को प्राचीनता से जोड़ा था।
(ii) क्योंकि उन्होंने कविता को रोमांचक परिवेश से मिलाया था।
(iii) क्योंकि उन्होंने कविता को आधुनिक रूप में ढाला था।
(iv) इनमें से कोई नहीं।
5. गद्यांश में उचित शीर्षक लिखिए।
(i) भारतेंदु: आधुनिक युग के जनक
(ii) भारतेंदु: आधुनिक रूप
(iii) भारतेन्दु: रोमांचक रूप
(iv) इनमें से कोई नहीं।
प्रश्न 2: निम्नलिखित दो पद्यांशों में से किसी एक पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सही उत्तर चुनकर लिखिए।
पद्यांश 1:
सत्य हम नहीं, सत्य तुम नहीं, सत्य है संघर्ष भरा।
संघर्ष से हटकर जिन्दगी, तो क्या जिन्दा हम या कि तुम।
जो जल गया, वह मुक्त हुआ, ज्यों बूँद से श्यामल घनुम।
जो बह न सका वह रुक गया,
जो रुक गया वह गुम गया,
जिसमें न सृजन, जिसमें न क्षय, वो जीवन कैसा! सत्य हम नहीं...
ऐसा सच जिसमें न प्राणों में कोई ज्वाला हो।
जो दर्द उपजे उर में और जो असहाय न काला हो।
जो जोड़े, जो परिसंधानों में,
काटे नहीं, कभी विकल,
टूटे नहीं इन्सान, वह सत्य बोलना न चाहिये। सत्य हम नहीं...
अपना सत्य स्वयं समझ, अपने आप बना लेना।
अपने आप गढ़ो पत्थर, अपनी आग जला लेना।
सत्य वही जो स्वयं बने, सत्य वही जो स्वयं जिए,
सत्य वही जो मिट न सके।
हर एक राह की मंज़िलों से दिशा मिलती रहेगी। सत्य हम नहीं...
(1) इस कविता के केंद्रीय भाव हेतु दिए गए कथनों को पढ़कर सबसे सही विकल्प चुनिए -
कथन
(i) प्रतिकूलता के विरुद्ध जूझते हुए बढ़ना ही जीवन की सच्चाई है।
(ii) परिस्थितियों से समझौता करके जोखिमों से बचना ही उचित है।
(ii) लक्ष्य-संधान हेतु मार्ग में भटक जाने का भय त्याग देना चाहिए।
(iv) जीवन में 'अपने छाले, खुद सहलाने का दर्शन अपनाना चाहिए।
विकल्प
(क) कथन सही है।
(ख) कथन व iii सही हैं।
(ग) कथन i, iii व iv सही हैं।
(घ) कथन i, ii, ii व iv सही हैं।
(2) मरण अर्थात मृत्यु को जीतने का आशय है-
(क) साधुता व साधना से अमरत्व प्राप्त करना
(ख) योगाभ्यास व जिजीविषा से दीर्घायु हो जाना
(ग) अर्थ, बल व दृढ़ इच्छाशक्ति से जीवन को कष्टमुक्त करना
(घ) जीवन व जीवन के बाद भी आदर्श रूप में स्मरण किया जाना
(3) 'आकाश सुख देगा नहीं, धरती पसीजी है कहीं का अर्थ है कि
(क) आकाश और धरती दोनों में संवेदनशीलता नहीं है।
(ख) ईश्वर उदार है, अतः वही सुख देता है, वही पसीजता है।
(ग) जुझारू बनकर स्वयं ही जीवन के दुख दूर किए जा सकते हैं।
(घ) सामूहिक प्रयत्नों से ही संकट की स्थिति से निकला जा सकता है।
(4) अपने आप से लड़ने का अर्थ है-
(क) अपनी अच्छाइयों व बुराइयों से भलीभाँति परिचित होना
(ख) किसी मुद्दे पर दिल और दिमाग़ का अलग-अलग सोचना
(ग) अपने किसी ग़लत निर्णय के लिए स्वयं को संतुष्ट कर लेना
(घ) अपनी दुर्बलताओं की अनदेखी न करके उन्हें दृढ़ता से दूर करना
(5) युवावस्था हमें सिखाती है कि
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) स्वयं को चैतन्य, गतिशील, आत्मआलोचक व आशावादी बनाए रखें।
(ii) सजग रहें; जीवन में कभी कठिन परिस्थितियाँ उत्पन्न ही न होने दें।
(ii) सुख-दुख, उतार-चढ़ाव को भाग्यवादी बनकर स्वीकार करना सीखें।
(iv) प्रतिकूल परिस्थितियों के आगे घुटने न टेकें; बल्कि दो-दो हाथ करें।
विकल्प
(क) कथन व सही हैं।
(ख) कथन व iv सही हैं।
(ग) कथन व iii सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
अथवा
'फ़सल' किसान के कच्चे-अधपके
सपनों की लहलहाती आस है
यह उसके हृदय की गहराइयों में
अंकुरित एक विश्वास है
यह विश्वास है -
ढही हुई दीवार की चिनाई का
अट्ठारह पार कर चुकी बेटी की सगाई का
परचूनि की उधारी चुकाने का
मन के सपनों को नए परिधान पहनाने का
इसी विश्वास की सलामती के लिए
वह मूँदता है आँखें
दिन में न जाने कितनी बार....
और दुआएँ प्रेषित करता है ऊपर तक
भरोसे और आशंका की रस्साकशी में
न जाने कितनी बार वह जागता है नींद से
और जगा देना चाहता है उस परमात्मा को भी जिसके बारे में सुनता आया है कि सभी कुछ उसके ही हाथ है... और इसीलिए जब फसल संधिवाती है
असल में, किसान के सपने सौंधियाते हैं।
और फसल घर आ जाने पर सपने पक जाते हैं...
डॉ. विनेद प्रसून
(1) फ़सल को किसानों के कच्चे-अधपके सपनों की लहलहाती आत कहने का कारण है- कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) फसल देखकर बैंकों से सस्ते व्याज पर ऋण सरलता से मिल जाना
(ii) फसल से किसान के स्वप्नों की संबद्धता और भावात्मक लगाव होना
(iii) फसल से जुड़े निराई, सिंचाई कटाई, नहाई, अंतरण आदि के सपने देखना
(iv) फसल से ही जीवन की जरूरी इच्छाओं के साकार होने की संभावना जुड़ी होना
विकल्प
(क) कथन i व ii सही हैं।
(ख) कथन ii व iii सही हैं।
(ग) कथन ii व iv सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
(2) किसान के ह्रदय की गहराइयों में अंकुरित हुए विश्वास की परिधि में आते हैं-
(क) कुछ पकर सामाजिक कार्य करने की इच्छाएँ
(ख) अति आवश्यक कार्य एवं मन के भावात्मक सपने
(ग) आधुनिक कृषि यंत्र आदि जुटा लेने की अभिलाषाएँ
(घ) कठिन समय के लिए कुछ बचाकर रखने की योजनाएं
(3) दुआएँ प्रेषित करता है ऊपर तक का आशय है-
(क) ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए व्रत-उपवास रखना
(ख) सामूहिक यज्ञ करके फसल की कुशलता की कामना करना
(ग) फसल की कुशलता हेतु मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना करना
(घ) निवेदन को ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों तक पहुँचाना
(4) ‘भरोसे और आशंका की रस्साकशी’ में पंक्तियों के आधार पर किसान की मनोदशा से जुड़ा सही विकल्प:
(क) ईश्वर पर अटूट विश्वास कि वे फसल को कोई हानि नहीं होने देंगे।
(ख) ईश्वर पर विश्वास, किंतु फसल की कुरुक्षेत्रा को लेकर मन आशंकित रहना।
(ग) परिवेश पर पूर्ण विश्वास, किंतु ‘भाग्य’ में क्या लिखा है इससे मत आशंकित रहना।
(घ) स्वयं पर आशंका रखना, किंतु प्राकृतिक आपदाओं की आशंका से सदैव भयभीत बने रहना।
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए:
कथन (A): किसान अपनी फसल के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ा होता है।
कथन (R): व्यवसाय और व्यवसायी के बीच ऐसे संबंध स्वाभाविक हैं।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
III. निम्नलिखित प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए:
(क) "मूर्ति की आँखों पर एक चढ़ाया गया था जो सरकने से बना था।" - रचना के आधार पर प्रस्तुत वाक्य का भेद होगा:
- मिश्र वाक्य
- संयुक्त वाक्य
- सरल वाक्य
- कठिन वाक्य
(ख) निम्नलिखित में कौन-सा कथन सत्य वाक्य नहीं है?
- अंतर आत्मा विश्वास नहीं जाने के बारे में बता रही थी।
- अंतर आत्मा विश्वास न जाने के बारे में बात कर रही थी।
- अंतर आत्मा विश्वास नहीं गई पर उसे पता नहीं।
- अंतर आत्मा विश्वास नहीं जाने के बारे में बता रही।
(ग) "यदि किसी बच्चे को कोई मोहक चित्र दिखा रहे हों, तब लोग उन्हें देखकर मुस्करा रहे होंगे।" यह रैखिक आख्यान का कौन-सा प्रकार है?
- विविध विशेषण उपवाचक
- विशेषण विशिष्ट उपवाचक
- विविध विशिष्ट उपवाचक
- विशिष्ट आख्यान उपवाचक
(घ) "वह वस्त्रों की दुकान में, उन्हें खरीद रही थी।" रैखिक आख्यान का भेद है:
- संज्ञात्मक आख्यान उपवाचक
- सामान्य विशिष्ट उपवाचक
- विशेषण आख्यान उपवाचक
- सामान्य आख्यान उपवाचक
(ङ) "हमारी ही तरह वे सोना चाहते।"
- इसमें कोई विशेष और भेद नहीं।
- इसमें कोई और विशेष भेद नहीं।
- इसमें कोई और विशेष और भेद नहीं।
- इसमें कोई विशेष और न भेद।
IV. निम्नलिखित पाँच में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए
"रेखांकित शब्दों का पद-परिचय दीजिए।"
सुंदर गृहिणी की तो मुझे याद नहीं, लेकिन उनके बेटे और पतोहु को तो मैंने देखा था।
(क) सुंदर
(i) निजवाचक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग।
(ii) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग।
(iii) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग।
(iv) संख्यावाचक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग।
(ख) मुझे
(i) निजवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक।
(ii) प्रश्नवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(iii) सम्बन्धवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(iv) पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक ।
(ग) लेकिन
(i) संबंधबोधक अव्यय
(iii) समुच्चयबोधक अव्यय
(ii) क्रियाविशेषण अव्यय |
(iv) विस्मयादिबोधक अव्यय
(घ) देखा था
(i) सकर्मक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, एकवचन ।
(ii) द्विकर्मक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, एकवचन ।
(iii) अकर्मक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, एकवचन ।
(iv) प्रेरणार्थक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, एकवचन ।
'प्रधानाचार्य ने आपको बुलाया।' रेखांकित पद का परिचय है ।
(i) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम स्त्रीलिंग, बहुवचन, कर्ता कारक ।
(ii) निजवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक ।
(iii) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम स्त्रीलिंग / पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक ।
V. काव्य पंक्तियों में निम्नलिखित अंशों को पहचान कर उचित विकल्प का चयन कीजिए
(क) हनुमान की पूंछ में, लग न पाई आग।
सारी लंका जल गई, गए निशाचर भाग।
(i) मानवीकरण
(ii) उत्प्रेक्षा
(iii) अतिरेक
(iv) इनमें से कोई नहीं
(ख) उषा उदास आती है।
मुख पीला तो जाती है।
(i) उपमा
(ii) मानवीकरण
(iii) अतिरेक
(iv) उत्प्रेक्षा
(ग) मंगत के देखे पेट पेट बार-बार है।
(i) उत्प्रेक्षा
(ii) मानवीकरण
(iii) अतिरेक
(iv) उपमा
(घ) जब काल मारे क्रोध से, तब कांपे उनका काज।
माना हवा के ओट से, सोता हुआ सागर जगा।
(i) उत्प्रेक्षा
(ii) श्लेष
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिरेक
(ङ) रथ कोल तरलिक सी भर आई
मधु मुकुल रसल रस गागरी – निम्न अलंकार बताइए।
(i) उत्प्रेक्षा
(ii) श्लेष
(iii) अतिरेक
(iv) मानवीकरण
VI. निम्नलिखित पाँच में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(क) मेरे द्वारा समय की पाबन्दी पर निबन्ध लिखा गया । ( वाक्य के लिए कर्तृवाच्य का रूप होगा)
(i) कर्तृवाच्य
(ii) कर्मवाच्य
(iii) भाववाच्य
(iv) इनमें से कोई रूप नहीं होगा।
(ख) मेरे मित्र से चला नहीं जाता (वाक्य के लिए कर्तृवाच्य का रूप होगा)
(i) चल नहीं सकता मेरा मित्र ।
(iii) दोनों विकल्प सही हैं।
(ii) मेरा मित्र चल नहीं सकता।
(iv) इनमें से कोई नहीं।
(ग) उनके सामने कोन बोल सकेगा। (वाक्य का भाववाच्य में रूप होगा)
(i) उनके सामने किससे बोला जा सकेगा ।
(iii) बोल सकता है कोन उनके सामने ।
(ii) कोन बोल सकता है उनके सामने ।
(iv) इनमें से कोई नहीं।
(घ) भाई साहब ने मुझे पतंग दी ( वाक्य का कर्मवाच्य रूप होगा )
(i) पतंग दी गई भाई साहब द्वारा मुझे। (iii) भाई साहब द्वारा मुझे पतंग दी गई।
(ii) भाई साहब द्वारा पतंग दी गई मुझे।
(iv) सभी विकल्प सही हैं।
(ङ) निम्नलिखित में से कोन-सा भाववाच्य का सही विकल्प नहीं है।
(i) मुझसे अब देखा नहीं जाता।
(ii) आईए चला जाए।
(iii) हमें धोखा दिया जा रहा है।
(iv) राधा से बोला नहीं जाता।
VIII. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिये प्रश्नों के उत्तरों में सबसे उचित विकल्प चुनिए।
आषाढ़ की निशानी है। समूचा गाँव खेतों में उतर पड़ा है। कहीं हल चल रहे हैं, कहीं रोपनी हो रही है। धान के पानी भरे खेतों में बच्चे उछल रहे हैं। औरतें बोझा लेकर मेंड़ पर चल रही हैं।
आसमान बादलों से घिरा है, धूप का नाम नहीं। ठंडी पुरवाई चल रही है। ऐसे ही समय में आपके कानों में एक स्वर तरंग-अंगड़ाई-सी कर उठी – यह क्या है – यह तान है। यह गूंज रहा है। यह गूंज पुरानी बालगीतिका माघगीत के प्राचीन लोकगीतों में लिखी है। बड़े मन की गर्मी कर रहे हैं। उनकी रगों में के एक-एक कण में स्पंदन है, जीवन है, गति है। खेतों के इस एकांत में हलवाहे और किसान के गीतों का पार्श्व संगीत उठता है, सबको बाँध लेता है और कुछ इस तरह से मिट्टी पर छाये किसान की कर्मठता को बाँध लेता है।
1. आषाढ़ की निशानी में समूचा गाँव खेतों में क्यों उतर पड़ा है?
(i) धान लगाने के लिए
(ii) भजन व संगीत को सुनने के लिए
(iii) गाना गाने के लिए
(iv) इनमें से कोई नहीं
2. "एक स्वर तरंग अंगड़ाई-सी कर उठी" - का क्या तात्पर्य है?
(i) भजन के स्वर को मिलाकर लोग सुनने लगे
(ii) भजन का संगीत सम्पूर्ण वायुमंडल में फैल गया
(iii) लोकगीतों में अंगड़ाई कर रहा था
(iv) सभी विकल्प सही हैं
3. किसान जोतों में काम कर रहे हैं?
(i) किसान मशीन में लगे रहे थे।
(ii) गीतों की परिक्रमा कर रहे थे।
(iii) धान की रोपनी कर रहे थे।
(iv) हल चला रहे थे।
4. किसका शरीर कीलर में लिखा हुआ है?
(i) लेखक का
(ii) गाँववालों का
(iii) बच्चों का
(iv) भगत का
5. कानों में किसका स्वर तरंग झंकार उठा ?
(i) भगत का
(ii) बच्चों का
(iii) स्त्रियों का
(iv) इनमें से कोई नह
VIII. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए
1. नवाब ने खीरा कैसे खाया?
(i) सूँघकर
(ii) चबाकर
(iii) निगलकर
(iv) देखकर
2. बालगोबिन भगत का संगीत था ?
(i) जादू
(ii) कर्णप्रिय
(iii) मंन्त्र मुग्ध करने वाला
(iv) उपरोक्त सभी
IX. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए प्रश्नों के उत्तरों में सबसे उचित विकल्प लिखिए।
हारी है राजनीति यदि आए!
समझी बात कहत मधुर के, समयाय बस पाए।
कवि बुद्धि बहुत जो सोची हो, अब गुरु गुप्त बताएं।
बड़ी कठिन ज्यों जोबन जोबन, जोवन कछार।
कह्यौ नहिं लोग आगे के, पर बिल होता भार।
अजब अजब मन फेर फिरे, चलत जू रुकी धारा।
जो आने अभीति करें आएं, वे और अभीति बढ़ाए।
कह्यौ नहिं लोग कहें 'सुध' जो जान न आदि बताई।
प्रश्न
1. राजनीति में क्या धक्करण करना व्यर्थ बताया है?
(i) बात पहले जैसी नहीं रही
(ii) उन्होंने अब राजनीति छोड़ दी है
(iii) वे अब मधुर से नहीं आएंगे
(iv) इसमें से कोई नहीं
2. कविता अपना भ्रम व्यक्त क्यों या क्या कर रही है?
(i) क्योंकि गुरु अब ऐसा ही ज्ञान दे रहे थे
(ii) क्योंकि कृष्ण उन्हें योग साधना का संदेश दे रहे थे
(iii) क्योंकि वे अब इस भ्रम में नहीं रहना चाहते थे
(iv) इसमें विकल्प नहीं
3. कवि ज्ञान कैसे सही बताते हैं?
(i) क्योंकि वे महान ज्ञानी थे
(ii) क्योंकि उन्हें राजनीति का ज्ञान था
(iii) उन्होंने गुरु का ज्ञान बताया था
(iv) इसमें से कोई नहीं
4. कविता राजनीति का क्या प्रभाव बता रहा है?
(i) अभीति
(ii) भय
(iii) मर्यादा का पालन
(iv) इसमें से कोई नहीं
5. "हारी है राजनीति यदि आए" - पति किसके लिए कहा है?
(i) गुरु के लिए
(ii) स्वयं के लिए
(iii) किसी के लिए नहीं
(iv) इसमें से कोई नहीं
X. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए।
1. क्रोधित होते हुए भी परशुराम जी ने लक्ष्मण का वध क्यों नहीं किया?
(i) लक्ष्मण ने शिव-धनुष भंग नहीं किया था।
(ii) लक्ष्मण को कम आयु का बालक जानकर।
(iii) सभा में सब उपस्थित थे।
(iv) वे ब्राह्मण थे।
2. कवि बादल की किसका प्रतीक माना है?
(i) क्रांति का
(ii) शांति का
(iii) हरियाली का
(iv) उपयुक्त सभी का
खंड ‘ब’
XI. निम्नलिखित चार में से तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए।
1. बिस्मिल्ला खाँ के जीवन से जुड़ी उन घटनाओं और व्यक्तियों का उल्लेख करें जिन्होंने उनकी संगीत साधना को समृद्ध किया।
2. बालगंगाधर तिलक ने अपना पांडाल को उत्सव मनाने को क्यों कहते हैं?
3. ‘लखनवी अंदाज़’ पाठ के आधार पर बताइए कि लेखक ने खीरा खाने से मना क्यों किया?
4. बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई की मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया है?
XII. निम्नलिखित चार में से तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए।
1. ‘निराला’ की कविता ‘उत्साह’ में जिस सामाजिक बदलाव की अपेक्षा की गई है, उसकी प्रासंगिकता पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
2. ‘अट नहीं रही है’ कविता के आधार पर धागुप ने उसमें प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
3. धनुष तोड़ने वाली सभा में उपस्थित जन ‘धाय-धाय’ क्यों पुकारने लगे थे? ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ के आधार पर अपने विचार लिखिए।
4. ‘हे दुर्वाद मुखमंडन’ पाठ के आधार पर बताइए कि एक बच्चे को मुस्कान और एक कड़े व्यक्ति की मुस्कान में क्या अंतर है?
XIII. निम्नलिखित तीन में से किसी दो के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए।
1. ‘माता का आँचल’ पाठ के आधार पर बताइए कि तत्कालीन व वर्तमान समय में बच्चों की खेल-सामग्री में क्या परिवर्तन आए हैं? बच्चों के खेलों में हुए परिवर्तनों का उनके मूल्यों पर कितना प्रभाव पड़ा है?
2. ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ में कहा गया है कि ‘कठिनाइयों’ पर किसी कृपा का होना वरदान है, ऐसा क्यों? भारत के युवा प्राकृतिक स्थानों के वरदान बनाने में क्या भूमिका हो सकती है?
3. ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ के आधार पर बताइए कि प्रत्यक्ष अंतर और अनुभूति में क्या अंतर होता है?
XIV. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए।
1. बच्चों की शिक्षा में माता-पिता की भूमिका
(i) शिक्षाविहीन नर पशु समान
(ii) शिक्षा और माता-पिता
(iii) शिक्षा की महत्ता
2. कोरोना वायरस
(i) कोरोना का संक्रमण
(ii) बचाव के उपाय
(iii) लॉकडाउन के सकारात्मक प्रभाव
3. आँखों देखी सड़क दुर्घटना
(i) कारण
(ii) दुर्घटना स्थल
(iii) पुलिस का आना
XV. एक दैनिक समाचार पत्र के संपादक को अपनी कविता प्रकाशित करवाने का अनुरोध करते हुए एक पत्र लगभग 100 शब्दों में लिखिए।
अथवा
अपने परिवार से दूर रहकर नौकरी कर रहे पिता का हाल-चाल जानने के लिए पत्र लिखिए।
XVI. आप पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना अध्ययन पूरा करने के बाद किसी समाचार पत्र में पत्रकार पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं। पद सम्बन्धी योग्यताओं को ध्यान में रखते हुए स्वयं का परिचय देते हुए आवेदन पत्र लगभग 80 शब्दों में लिखिए।
अथवा
नौकरी से त्यागपत्र देने के लिए एक ई-मेल लगभग 80 शब्दों में लिखिए।
XVII.
पर्यावरण विभाग की ओर से जल-संरक्षण का आह्वान करते हुए एक विज्ञापन लगभग 60 शब्दों में तैयार कीजिए।
अथवा
अपने क्षेत्र में एक नया निजी स्कूल खुला है, उसके लिए लगभग 60 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
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