CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions: Download PDF

Dec 15, 2025, 11:54 IST

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26: CBSE Class 10 Hindi B Examination 2026 is scheduled to be held on 2 March 2026. To support effective preparation, this article provides the CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025–26 with solutions, detailed exam pattern, and important questions. Check this article to download the PDF and prepare confidently for the exam.

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26
CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26: CBSE Class 10 Hindi B Examination 2026 will be held on 2 March 2026 (Monday) from 10:30 AM to 1:30 PM. This examination is conducted for a total of 100 marks and is a compulsory subject for Class 10 students under the CBSE curriculum. Hindi B plays an important role in assessing students’ language proficiency, comprehension skills, and writing ability.

As the examination date approaches, candidates are advised to carefully review the latest syllabus, exam pattern, and marking scheme prescribed by the Central Board of Secondary Education (CBSE). Systematic revision, effective time management, and regular practice of sample and previous year question papers are essential for achieving good results. Check this article to download the CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025–26 PDF and get useful preparation tips to score well in the exam.

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26: Key Highlights

Students can check the following table for the CBSE Class 10 Hindi Exam 2026 details:

Particulars

Details

Conducting Body

Central Board of Secondary Education (CBSE)

Exam Name

CBSE Class 10 Board Examination 2026

Class

Class 10

Subject

Hindi Course B

Academic Session

2025–26

Exam Date

2 March 2026 (Monday)

Exam Time

10:30 AM to 1:30 PM

Total Marks

100 Marks

Exam Duration

3 Hours

Exam Mode

Pen-and-Paper (Offline)

Official Website

cbse.gov.in

CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper (2025-26)

प्रश्न संख्या

खंड – क (अपठित बोध )

अंक (14)

1.

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

 

आदमी हो, स्नेह-बाती बन नया दीपक जलाना ।

दर्द की परछाईयों के दानवी बंधन हटाना ।

छटपटाती ज़िन्दगी को चेतना संगीत देना ।

विश्व को नवपंथ देना; हारते को जीत देना ।

        आदमी हो, बुझ रहे ईमान को विश्वास देना ।

        मुस्कुराकर वाटिका में मधुभरा मधुमास देना ।

        शूल के बदले जगत को फूल की सौगात देना ।

        जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना ।

आदमी हो, डूबता मँझदार में पतवार देना ।

थक चला विश्वास साथी, आस्था आधार देना ।

क्रांति का संदेश देकर राह युग की मोड़ देना ।

फिर नया मानव बनाना; रूढ़ियों को तोड़ देना ।

          आदमी हो, द्वेष के तूफान को हंसकर मिटाना ।

         कंठ-भर विषपान करना; किंतु सबको प्यार देना ।

          मेटना मजबूरियों को; दीन को आधार देना ।

          खाइयों को पाटना; बिछुड़े दिलों को जोड़ देना ।

 

क . 

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A) – जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना ।

कारण (R) – जो व्यक्ति किसी कारण से पिछड़ जाता है उसके उबरने के आसार कम होते हैं ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

 

ख.

कविता में रूढ़ियों और क्रांति के बारे में मानव क्या परिवर्तन ला सकता है ? 

ग.

‘शूल के बदले फूल देने’ का तात्पर्य है-

क. मिटते ईमान को विश्वास देना 

ख. दुर्बल को नई शक्ति देना 

ग. दुखों के बदले सुख देना 

घ. जीवन को आनंद से भर देना 

 

घ.

काव्यांश में बार-बार ‘आदमी हो’ क्यों कहा गया है ?

कथन –

(i) मानवोचित काम करने का आग्रह करने के लिए  

(ii) पिछड़े हुए व्यक्तियों को नवशक्ति देने के लिए 

(iii) रूढ़ियों को तोड़ देने के लिए 

(iv) आदमी होने की याद दिलाने के लिए 

विकल्प – 

क कथन (i) सही है । 

ख. कथन(i) और (ii) सही है ।

ग. कथन(i), (ii) और (iii) सही है ।

घ. कथन (i), (ii), (iii)और (iv) सही हैं ।

 

च.

आदमी होने के नाते द्वेष करने वालों के प्रति क्या कर्तव्य होने चाहिए ? 

 

2.

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

 

  हम केवल सीखने के लिए ही पुस्तकों का साथ नहीं खोजते, आनंद के लिए भी हम उनके पास जाते हैं । जान-बूझ कर ही मैंने आनंद कहा है न कि मनोरंजन क्योंकि दोनों पृथक-पृथक हैं । कुछ लोग मनोरंजन के लिए भी पढ़ते हैं । ये लोग पढ़ते हैं ऐसी कथा और कहानियां जो आज हैं और कल नहीं । जो आज नई हैं और कल बासी पड़ जाती हैं । सच्चा साहित्य आनंद देता है, ऐसा आनंद जिसे समझना कठिन है और साहित्य यह आनंद पहुँचाता है अपने सत्य और सौन्दर्य द्वारा । वस्तुतः अध्ययन का अभिप्राय है स्वयं पढ़ना । अध्ययन पुस्तक का भी हो सकता है और अपने आस-पास के जीवन का भी । इसी प्रकार एक निरक्षर व्यक्ति भी देख-सुनकर, मिल-जुलकर, देश-भ्रमण करके, लोगों की सेवा करके, परिस्थितियों के धक्के खाकर, कभी कुछ सीखकर दुनिया का अध्ययन कर सकता है । निश्चय ही यह जीवन का व्यावहारिक अध्ययन है । इसमें भी आनंद आता है और इससे भी कबीर जैसा मनुष्य ज्ञानवान बन सकता है । किन्तु यह महंगा सौदा है । पुस्तकों का अध्ययन जीवन के अध्ययन से कहीं अधिक सरल होता है क्योंकि जिन हजारों व्यक्तियों ने जीवन का सचमुच साक्षात अध्ययन किया है, उन सबका अद्भुत ज्ञान हमें एक ही स्थान पर मिल जाता है ।  फिर भला उनके अध्ययन में हमें हज़ार गुना आनंद क्यों न आएगा । 

         अध्ययन का वास्तविक आनंद तभी आता है जब पढ़ने के साथ-साथ विचार करना भी चलता है ।  केवल रटने से कोई लाभ नहीं । अध्ययन द्वारा हमें विषय की गहराई में जाना चाहिए और उसके मूलभाव को समझने का प्रयत्न करना चाहिए ।  उसे व्यवहार की कसौटी पर तोलना चाहिए और उसमें जो कुछ उपयोगी हो उसे जीवन में ग्रहण करना चाहिए।

 

क . 

‘सच्चे साहित्य की विशेषताओं में शामिल नहीं है ?

क. यह आनंद देता है ।

ख. इसके आनंद को समझना सरल है ।

ग. इसके आनंद को समझना सरल नहीं है ।

घ. इसे स्वयं पढ़ना होता है ।

1

ख.

निरक्षर व्यक्ति किस प्रकार अध्ययन कर सकता है ?

ग.

मनोरंजन के लिए लोग पुस्तकें पढ़ते हैं- कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-

  1. जो हमेशा रहती हैं ।

  2. जिन्हें बार-बार पढ़ने की इच्छा होती है  

  3. जो आज हैं, कल नहीं हैं ।

  4. जिनमें कथाएँ नहीं होती हैं ।

विकल्प –

क. कथन (i) सही है| 

ख. कथन (ii) सही है|

ग. कथन (iii) सही है|

घ. कथन (ii)और (iii) सही हैं|

1

घ.

पुस्तकों के अध्ययन को लेखक ने जीवन के अध्ययन से बेहतर कैसे माना है ?

च.

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A)- अध्ययन का वास्तविक कारण पढ़ने के साथ विचार करना है ।

कारण (R)- यदि पढ़ने के बाद हमारे विचार न पनपे या निर्मित हो तो पठन का लाभ नहीं ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

1

 

खंड – ख  (व्यावहारिक व्याकरण  )

16 

3

निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए :

1×4=4  

 

क. ‘खेतों में चारों ओर हरियाली छाई हुई थी ।’- रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

ख. वह नित्य घूमने जाता है। - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

ग. उन्होंने उपहार में मुझे घड़ी दी।- रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

घ. संसार में सत्य की सदा जीत होती है। - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

च. माँ नौकर से बच्चे को नहलवाती है। - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

 

4

निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर  लिखिए :

1×4=4  

क.

चरन धरत चिंता करत, चितवत चहुँ ओर 

सुबरन को ढूँढत फिरत, कवि, व्यभिचारी,चोर । 

1

ख.

पद्मावती सब सखी बुलाई, मनु फुलवारी सबै चली आई ।

1

ग.

आगे नदिया पड़ी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार ।

राजा ने सोचा इस पार, तब तक चेतक था उस पार ।

1

घ.

कहीं साँस लेते हो, घर-घर भर देते हो ।

उड़ने को नभ में तुम,  पर-पर कर देते हो ।

1

च.

देखि सुदामा की दीन-दशा करुणा करके करुणानिधि रोए ।

पानी परात कौ हाथ छुआँ नहीं नैनन के जल सौं पग धोए ।

1

5

निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

1×4=4  

 

क. ‘माया ऑफिस नहीं गई । वह बीमार है ।’ इसका संयुक्त वाक्य होगा ।

ख. वह निर्धन है । वह ईमानदार है । - सरल वाक्य में बदलिए ।

ग. मजदूरों ने काम किया । वे घर चले गए ।  मिश्र वाक्य में बदलिए ?

घ. माया ऑफिस नहीं गई क्योंकि वह बीमार है । आश्रित उपवाक्य पहचान कर उसका नाम लिखिए ।

च. जो परिश्रम करेगा, वही सफल होगा ।  रेखांकित अंश  में कौन सा उपवाक्य है ?

 

6

निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

1×4=4  

 

क. प्रत्येक घायल को पचास हजार रुपये दिए जाएँगे । (वाच्य भेद लिखिए )

ख. ‘लड़कियों द्वारा जाया जा रहा है’ । (वाच्य भेद लिखिए )

ग. ‘पंकज ने पहली बार रोटी बनाई ।’ –कर्मवाच्य में बदलिए।

घ. ‘चलो, अब घर चलें ।‘ (वाच्य भेद लिखिए )

च. दादा जी  से अब घूमने नहीं जाया जा सकेगा । कर्तवाच्य में बदलिए।

 
 

खंड – ग  (पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पुस्तिका  )

30 

7

निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

1×5=5   

 

काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती और उसी की थापों पर सोती है । काशी में मरण भी मंगल माना गया है । काशी आनंदकानन है । सबसे बड़ी बात है कि काशी के पास उस्ताद बिस्मिल्ला खां जैसा लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाला नायाब हीरा रहा है जो हमेशा से दो कौमों को एक होने पर आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा ।

  भारतरत्न से लेकर इस देश के ढेरों विश्वविद्यालयों की मानद उपाधियों से अलंकृत व संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एवं पदमविभूषण जैसे सम्मानों से नहीं, बल्कि अपनी अजेय संगीतयात्रा के लिए बिस्मिल्ला खां साहब भविष्य में हमेशा संगीत के नायक बने रहेंगे ।

 

1

गद्यांश में काशी के विषय में कौन सा कथन सही है?

कथन 

(i) काशी में संगीत का बड़ा महातम्य है ।

(ii) काशी में मरण को मंगल माना गया है ।

(iii) काशी में रहने वाले शहनाई बजाते हैं ।

(iv) काशी में बहुत भाईचारा है ।

(v) बिस्मिल्लाह खाँ साहब संगीत के नायक माने गए हैं ।

विकल्प – 

क कथन (i), (ii) और (v) सही हैं । 

ख. कथन (i) और (ii) सही हैं ।

ग. कथन (i), (ii) और (iii) सही हैं ।

घ. कथन (ii), (iii)और (iv) सही हैं ।

1

2

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A)- काशी में मरण भी मंगल माना गया है ।

कारण (R)- काशी में हर समय मंगल का माहौल रहता है ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

1

3

‘सुर की तमीज़’ का तात्पर्य है-

क. संगीत से लगाव                                                       ख. संगीत की साधना 

ग. संगीत की समझ                                                       घ. संगीत की प्रेरणा  

4

कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-

कॉलम 1 

कॉलम 2 

(1) लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाले  

(i) मानवता के वाहक 

(2) भारतरत्न , पद्म विभूषण 

(ii) जानकर और साधक 

(3) भाईचारे की प्रेरणा देने वाले 

(iii) मान-सम्मान   

विकल्प –

क. 1 - (i), 2 - (ii), 3 – (iii)

ख. 1 - (iii), 2 - (i), 3 – (ii)

ग. 1 - (ii), 2 - (iii), 3 – (i)

घ. 1 - (ii), 2 - (i), 3 – (iii)

1

5

बिस्मिल्लाह खाँ का जीवन हमें क्या प्रेरणा देता है?

क. संगीत के प्रति लगाव रखना                                       ख. सुर की परख रखना 

ग. काशी से अनुराग रखना                                             घ. जातियों में परस्पर बंधुत्व रखना 

1

8

निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

1×5=5   

 

छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल 

बाँस था कि बबूल ?

तुम मुझे पाए नहीं पहचान ?

देखते ही रहोगे अनिमेष ?

थक गए हो ?

आँख लूँ मैं फेर ?

क्या हुआ यदि हो सके परिचित न पहली बार ?

यदि तुम्हारी माँ ने माध्यम बनी होती आज 

मैं न सकता देख 

मैं न पाता जान 

तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान 

 

क.

कवि को बच्चे का स्पर्श कैसा लगा?

क. बाँस के फूल की तरह                           

ख. बबूल के फूलों की तरह 

ग. शेफालिका के फूलों की तरह                      

घ. रुखा 

1

ख.

कवि और शिशु के परिचय का माध्यम कौन बना?

क. शिशु की माँ                                                  ख. कवि 

ग. अन्य लोग                                               घ. सभी सही 

1

ग.

कवि के स्पर्श से बच्चे पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

क. बच्चा सो गया               

ख. बच्चा खुश हो गया 

ग. बच्चा उसे पहचान गया        

घ. बच्चा बिना पलकें झुपकाएं लगातार देखता रहा 

1

घ.

दन्तुरित मुसकान से कवि का क्या आशय है-

क. बच्चे का लगातार मुसकुराना                 

ख. छोटे-छोटे दाँतों वाली मुसकान 

ग. बच्चे का पहली बार मुसकुराना                

घ. सभी सही ।

1

च.

शिशु की आँखें क्यों थक गई हैं?

क. माँ को लगातार देखने के कारण            

ख. छत को लगातार देखने के कारण 

ग. अपने पिता को लगातार देखने के कारण     

घ. नींद अधूरी रहने के कारण

1

9

निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

2×3 =6    

1.

बालगोबिन भगत ने परम्परा से हटकर कौन –से दो कार्य किए ? उनका उल्लेख कीजिए ।

2

2.

बिस्मिल्लाह खाँ को शहनाई की  मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया है ?

2

3.

लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ अब तक क्यों नहीं बन पाई ? 

2

4.

वह कौन सी घटना थी जिसके बारे में सुनने पर लेखिका को न अपनी आँखों पर विश्वास हो पाया और न अपने कानों पर ? 

2

10

पूरक पुस्तिका के निर्धारित के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए: 

2×4=8     

1

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर बताइए कि – लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती है ?

2

2

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर बताइए कि – लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती है ?

2

3

पाठ ‘साना- साना हाथ जोडि’ प्राकृतिक सौन्दर्य के आलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन- कौन से दृश्य झकझोर गए ?

2

11

निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

2×3=6    

1

कविता ‘अट नहीं रही है’ में कवि ने प्रकृति की व्यापकता का वर्णन किन रूपों में किया है?

2

2

परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन-कौन से तर्क दिए?

2

3

संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और किन- किन क्षेत्रों में दिखाई देते है?

2

4

आत्मकथ्य सुनाने के संदर्भ में ‘अभी समय भी नहीं है’ कवि ऐसा क्यों कहता है?

 
 

खंड – घ (रचनात्मक लेखन)

20 

12

आपके विद्यालय में वन-महोत्सव किस प्रकार मनाया गया इस संबंध में अपने पिताजी को पत्र लिखिए ।

अथवा

अपने मोहल्ले में पार्क बनवाने हेतु नगर निगम के उपायुक्त महोदय को प्रार्थना पत्र लिखिए ।

5×1=5 

13

“दैनिक मंगल” समाचार पत्र के संपादक का पद रिक्त है । इसके लिए आप अपना एक संक्षिप्त स्ववृत तैयार कीजिए ।

अथवा

स्टेट बैंक ऑफ़ सेविंग में आपका बचत खाता है । बैंक प्रबंधक को ईमेल लिखिए और नई चैक बुक मंगवाइए ।

5×1=5

14

वार्षिकोत्सव के अवसर पर आपकी कक्षा द्वारा अभिनीत होने वाले एक हिंदी नाटक में अभिनय करने के लिए विज्ञापन का आलेख लगभग 60 शब्दों में प्रस्तुत कीजिए ।

अथवा

अपने छोटे भाई को केंद्रीय विद्यालय संगठन की 53वी राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता - शतरंज बालक वर्ग में चयनित होने पर बधाई सन्देश लिखिए । 

4×1=4 

15

निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-


क. जीवन का कठिन दौर और मानसिक मजबूती 

संकेत बिंदु :-

  • मानसिक दृढ़ता से मुश्किल हालातों का सामना संभव 

  • कठिन हालातों से दो-दो हाथ करने की शक्ति 

  • अनेक संघर्षशील व्यक्तियों के उदाहरण 

  • मानसिक दृढ़ता का संकल्प

ख. प्रकृति और मानव का अनूठा संबंध

संकेत बिंदु :-

  • मनुष्य प्रकृति से कोसों दूर

  • प्रकृति और मनुष्य का पुरातन संबंध

  • प्रकृति के संसर्ग का महत्व

  • प्रकृति का निमंत्रण 

ग. ऋतुओं का अनूठा देश भारत 

संकेत बिंदु :-

  • ऋतुएँ प्रकृति की अद्भुत देन 

  • छह ऋतुएँ 

  • ऋतुओं का सौंदर्य 

  • ऋतुओं का महत्व 

  • ऋतु-चक्र : एक उपहार 

6×1=6

CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025-26: Solutions

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1.

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

क . 

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है |

ख.

कविता समाज को नई दिशा देने का सशक्त माध्यम है। मानव जीवन में फैली रूढ़ियों को तोड़कर और क्रांति का संदेश देकर कविता युग की सोच और राह दोनों को बदल सकती है। यह लोगों के मन में जागरूकता और आस्था का मजबूत आधार तैयार करती है। साथ ही, पुरानी कुरीतियों को समाप्त कर एक नए, जागरूक और मानवीय सोच वाले समाज का निर्माण करना ही कविता का वास्तविक उद्देश्य और कर्तव्य होता है।

ग.

ग. दुखों के बदले सुख देना 

घ.

घ. कथन (i), (ii), (iii)और (iv) सही हैं |

च.

आदमी होने के नाते यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि जो लोग द्वेष फैलाते हैं, उनके प्रति भी अपने मन से नफरत को हँसते हुए दूर कर दें। हमें प्रेम बाँटना चाहिए, दीन-हीन और कमजोर लोगों का सहारा बनना चाहिए, दिलों के बीच बनी खाइयों को पाटना चाहिए और आपसी सौहार्द व मानवता के साथ दिलों को जोड़ना चाहिए।

2

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

क . 

ग. इसके आनंद को समझना सरल नहीं है

ख.

निरक्षर व्यक्ति भी संसार का गहन अध्ययन कर सकता है। वह देखकर और सुनकर, लोगों से मिल-जुलकर, देश-भ्रमण करके, समाज की सेवा करते हुए, जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना कर, कभी कुछ खोकर तो कभी कुछ सीखकर दुनिया को समझने की क्षमता विकसित करता है।

ग.

घ. कथन (ii)और (iii) सही हैं|

घ.

लेखक ने पुस्तकों के अध्ययन को जीवन के प्रत्यक्ष अध्ययन से अधिक श्रेष्ठ इसलिए माना है, क्योंकि पुस्तकों का अध्ययन अपेक्षाकृत सरल होता है। पुस्तकों के माध्यम से उन हजारों लोगों के अनुभव और अद्भुत ज्ञान एक ही स्थान पर उपलब्ध हो जाता है, जिन्होंने जीवन को गहराई से जिया और समझा है।

च.

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है|

 

खंड – ख  (व्यावहारिक व्याकरण)

3

निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए :

क . 

भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक  

ख.

कालवाचक क्रियाविशेषण जाता है क्रिया की विशेषता बताता है |  

ग.

पुरुषवाचक सर्वनाम, बहुवचन, पुल्लिंग/स्त्रीलिंग, कर्मवाचक 

घ.

भाववाचक संज्ञा, एकवचन, कर्मकारक, स्त्रीलिंग |

च.

प्रेरणार्थक क्रिया, एकवचन, स्त्रीलिंग, वर्तमानकाल |

4.

निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर  लिखिए :

क.

श्लेष अलंकार 

ख.

उत्प्रेक्षा अलंकार

ग.

अतिशयोक्ति अलंकार 

घ.

मानवीकरण अलंकार 

च.

अतिशयोक्ति अलंकार 

5

निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

क . 

माया बीमार होने के कारण आज ऑफिस नहीं गई।

ख.

वह गरीब होने के बावजूद ईमानदार है।

ग.

जैसे ही मजदूरों ने काम पूरा किया, वे घर चले गए।

घ.

वह काम पर नहीं गया, क्योंकि वह बीमार है। 

च.

विशेषण उपवाक्य 

6

निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

क . 

कर्मवाच्य

ख.

भाव वाच्य 

ग.

पंकज द्वारा पहली बार रोटी बनाई गई |

घ.

कर्तवाच्य

च.

दादाजी अब घूमने नहीं जा सकेंगे |

 

खंड – ग  (पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पुस्तिका)

7

निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

 

काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती---------------------------------------------------------------- हमेशा संगीत के नायक बने रहेंगे |

1

क कथन (i), (ii) और (v) सही हैं | 

2

ख.कथन(A) सही है और कारण (R) कथन(A)की सही व्याख्या नहीं  है |

3

ग. संगीत की तमीज़ 

4

ग. 1 - (ii), 2 - (iii), 3 – (i)

5

घ. जातियों में परस्पर बंधुत्व रखना 

8

निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

क.

ग. शेफालिका के फूलों की तरह 

ख.

क. शिशु की माँ

ग.

घ. बच्चा बिना पलकें झुपकाएं लगातार देखता रहा

घ.

ख. छोटे-छोटे दाँतों वाली मुसकान 

च.

ग. अपने पिता को लगातार देखने के कारण 

9

निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

1.

बालगोबिन भगत ने समाज की परंपराओं से हटकर कई साहसिक और प्रेरणादायक कार्य किए, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं—

  • अपने पुत्र की मृत्यु पर उन्होंने क्रिया-कर्म से जुड़े आडंबर और दिखावे को त्याग दिया तथा परंपरा के विपरीत पुत्रवधू से ही बेटे का क्रिया-कर्म करवाया।

  • पुत्र के निधन को उन्होंने शोक का विषय न मानकर एक आध्यात्मिक उत्सव के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने फूल और तुलसीदल बिखेरकर भजन-कीर्तन किया तथा दूसरों को भी रोने से रोका।

  • उस समय समाज में प्रचलित विधवा-विवाह की मनाही को अस्वीकार करते हुए उन्होंने अपनी विधवा पुत्रवधू को पुनर्विवाह का आदेश दिया और उसे उसके भाई के साथ भेज दिया।

(इनमें से किसी भी दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित है; उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचारों और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

2.

बिस्मिल्लाह खाँ को शहनाई की मंगलध्वनि का नायक इसलिए कहा जाता है, क्योंकि शहनाई को शुभ और मंगल अवसरों का वाद्य माना जाता है और इस वाद्य को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में उनका योगदान अद्वितीय रहा है।

  • वे सच्चे सुरों के साधक थे और शहनाई वादन के क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान रखते थे।

  • अस्सी वर्षों की निरंतर साधना के बाद भी उन्हें लगता था कि उनके वादन में अभी कुछ कमी रह गई है, जो उनके विनम्र और समर्पित व्यक्तित्व को दर्शाता है।

  • उनके सुरों में अद्भुत जादू था। वे साधना में इतने लीन हो जाते थे कि अपनी सुध-बुध तक खो देते थे।

(इनमें से किसी भी दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित है; उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचारों के अनुसार किया जा सकता है।)

3.

लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ न बन पाने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं—

  • ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ ऐसे शब्द हैं जिनका प्रयोग तो बहुत अधिक किया जाता है, लेकिन उनके वास्तविक अर्थ पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता।

  • इन दोनों शब्दों को प्रायः एक ही अर्थ में प्रयुक्त कर लिया जाता है, जबकि दोनों का भाव और संदर्भ अलग-अलग है।

  • जब इन शब्दों के साथ विभिन्न विशेषण जुड़ जाते हैं, जैसे ‘भौतिक सभ्यता’ या ‘आध्यात्मिक सभ्यता’, तो इनके अर्थ और अधिक उलझ जाते हैं और सही समझ बन पाना कठिन हो जाता है।

(इनमें से किसी भी दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित है; उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचार और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

4.

वह घटना, जिस पर लेखिका को अपनी आँखों और कानों पर विश्वास नहीं हुआ, इस प्रकार थी—

  • जब लेखिका के पिता कॉलेज की प्रिंसिपल से मिलकर घर लौटे, तो वे गुस्सा होने के बजाय अत्यंत गर्व का अनुभव कर रहे थे।

  • प्रिंसिपल द्वारा लिखे गए शिकायती पत्र को पढ़कर पहले तो वे क्रोधित हो गए और बड़बड़ाने लगे कि यह लड़की उन्हें कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ेगी।

  • बाद में कॉलेज जाकर उन्हें पता चला कि उनकी बेटी और उसकी दो सहेलियों का कॉलेज की छात्राओं पर गहरा प्रभाव है। उनके इशारे पर पूरी कॉलेज की लड़कियाँ कक्षाएँ छोड़कर नारे लगाने लगती थीं।

  • इस कारण कॉलेज प्रशासन और शिक्षकों को कॉलेज चलाने में कठिनाई हो रही थी, इसलिए प्रिंसिपल चाहती थीं कि लेखिका को कुछ समय के लिए घर पर ही रखा जाए।

  • यह सब जानकर लेखिका के पिता को अत्यंत गर्व हुआ और उन्होंने कहा कि यह तो पूरे देश की आवाज़ है, जिसे रोक पाना आसान नहीं है।

(इनमें से किसी भी दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित है; उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचार और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

10

पूरक पुस्तिका के निर्धारित के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए: 

1

पाठ ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ में प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कुछ ऐसे दृश्य दिखाई देते हैं, जिन्होंने उन्हें भीतर तक झकझोर दिया—

  • जब लेखिका प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले रही थीं, तभी उनकी दृष्टि पत्थर तोड़ती महिलाओं पर पड़ी। उन महिलाओं की पीठ पर बँधी डोकी में उनके छोटे-छोटे बच्चे थे, और वे कुदाल से पत्थर तोड़ने का कठोर श्रम कर रही थीं।

  • फूलों, नदियों और झरनों से भरे उस सुंदर वातावरण के बीच भूख और मजबूरी से जुड़ा यह दृश्य लेखिका के मन को विचलित कर गया। ये महिलाएँ रास्ता चौड़ा करने का जोखिम भरा काम कर रही थीं, जिसमें ज़रा-सी असावधानी भी जानलेवा हो सकती थी।

  • एक अन्य दृश्य में लेखिका ने देखा कि कड़कड़ाती ठंड में तैनात फौजी अपनी जान जोखिम में डालकर देश की रक्षा कर रहे हैं, जबकि हम अपने घरों में सुरक्षित और सुखपूर्वक रहते हैं। यह सोचकर लेखिका का मन भावुक हो उठा।

(उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचार और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

2

पाठ ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर लेखक को लिखने के लिए प्रेरित करने वाले प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • आंतरिक विवशता: लेखक के अनुसार लेखन की सबसे बड़ी प्रेरणा मन की आंतरिक विवशता होती है। लेखन आंतरिक अनुभूतियों से उत्पन्न भावों की व्याकुलता का परिणाम है। लेखक अपनी इसी आंतरिक बेचैनी से मुक्त होने तथा उसे तटस्थ भाव से समझने और पहचानने के लिए लिखता है।

  • संपादकों का आग्रह: कई बार विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के संपादक लेखक से लिखने का आग्रह करते हैं। यह लेखन बाहरी प्रेरणा के कारण होता है, न कि लेखक की आंतरिक इच्छा से।

  • प्रकाशकों के तकाज़े: इसी प्रकार पत्र-पत्रिकाओं या पुस्तकों के प्रकाशकों की मांग पर किया गया लेखन भी बाहरी प्रेरणा का ही रूप होता है।

  • आर्थिक आवश्यकता: इसके अतिरिक्त आर्थिक विवशता और जरूरत भी लेखन का कारण बनती है। कभी-कभी किसी पत्र-पत्रिका या पुस्तक के लिए लिखा गया लेखन लेखक की आर्थिक मजबूरी से भी जुड़ा होता है।

(उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचार और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

3

पाठ ‘माता का अंचल’ में वर्णित प्रसंग अत्यंत हृदयस्पर्शी और भावनात्मक हैं। इनमें से कुछ ऐसे प्रसंग हैं जो पाठक के मन को गहराई से छू जाते हैं—

  • बालक भोलानाथ का अपने पिता से कुश्ती लड़ना, पिता का हार जाना और भोलानाथ का प्रेम में झुँझलाकर उनकी मूँछें नोच लेना।

  • माँ का भोलानाथ को अलग-अलग तरीकों से भोजन खिलाने का स्नेहपूर्ण प्रयास।

  • भोलानाथ का अपने साथियों के साथ खेल-खेल में मिठाई की दुकान सजाना, घरौंदे बनाना, दावत करना, बारात निकालना, खेती करना तथा फसल बोने-काटने जैसे खेल खेलना।

  • साँप से डरकर घबराया हुआ भोलानाथ दौड़ते हुए माँ के आँचल में छिप जाना और फूट-फूटकर रो पड़ना। उस समय माँ का उसे प्यार से चूमना, आँसू पोंछना और बार-बार गले लगाकर स्नेह लुटाना।

(उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचार और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

11

निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

1

कविता ‘अट नहीं रही है’ में कवि ने प्रकृति की व्यापकता और सौंदर्य का अत्यंत प्रभावशाली चित्रण किया है। इसके प्रमुख रूप निम्नलिखित हैं:

  • कवि के अनुसार फागुन के मौसम में प्रकृति का सौंदर्य इतना अधिक हो जाता है कि वह कहीं समा नहीं पाता। यह सौंदर्य चारों ओर छलकता हुआ प्रतीत होता है।

  • प्रकृति को कवि ने किसी एक दृश्य तक सीमित नहीं किया, बल्कि उसे असीम और सर्वव्यापी रूप में प्रस्तुत किया है। हर दिशा में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं, जिनकी सुगंध से पूरा वातावरण महक उठा है।

  • ‘भरने’ के कई अर्थों का प्रयोग किया गया है—घर-घर शोभा का भरना, फूलों का भरना, खुशी और उमंग का भर जाना। ‘उड़ने को पर-पर करना’ एक सांकेतिक अभिव्यक्ति है, जिसके गहरे अर्थ हैं।

  • यह भाव केवल पक्षियों की उड़ान तक सीमित नहीं है, बल्कि मन की उमंग और हृदय के आनंद को भी दर्शाता है। कवि का मन उल्लास से भरकर मानो पंख लगाकर उड़ने लगता है।

(इनमें से किसी भी दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित है; उत्तर का मूल्यांकन छात्रों के विचार और विवेक के आधार पर किया जा सकता है।)

2

परशुराम के क्रोधित होने पर लक्ष्मण ने अपने तर्कों से उनका उत्तर दिया, जो इस प्रकार हैं:

  • लक्ष्मण ने कहा कि केवल एक धनुष के टूट जाने पर इतना क्रोध करना उचित नहीं है। उन्होंने बचपन में भी कई धनुष तोड़े हैं, तब परशुराम ने कभी ऐसा क्रोध नहीं किया था।

  • उन्होंने प्रश्न किया कि इस धनुष में ऐसी कौन-सी विशेषता है, क्योंकि सभी धनुष समान होते हैं और यह धनुष तो बहुत पुराना भी था।

  • लक्ष्मण के अनुसार राम ने धनुष को केवल छुआ ही था, वह स्वयं उठ गया और टूट गया। फिर इस पुराने धनुष के टूटने पर परशुराम का इतना क्रोधित होना समझ से परे है।

  • उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह धनुष इतना प्रिय था, तो उसके टूटने पर इतना मोह और क्रोध करना उचित नहीं है।

3

संगतकार जैसे व्यक्तित्व केवल संगीत के क्षेत्र तक सीमित नहीं होते, बल्कि जीवन के लगभग हर क्षेत्र में दिखाई देते हैं। उनके योगदान के बिना किसी भी बड़ी सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती—

  • सिनेमा के क्षेत्र में: पर्दे पर हमें केवल मुख्य कलाकार दिखाई देते हैं, लेकिन किसी फिल्म के निर्माण में कई तकनीशियन, सहायक कलाकार और अन्य कर्मी पर्दे के पीछे रहकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  • राजनीति के क्षेत्र में: किसी भी बड़े नेता की सफलता के पीछे अनेक छोटे नेता और कार्यकर्ता होते हैं, जो निस्वार्थ भाव से योगदान देकर उसे विजय दिलाते हैं, पर उनका योगदान प्रायः पर्दे के पीछे ही रह जाता है।

  • खेल के क्षेत्र में: मैदान में खेलने वाले खिलाड़ी ही लोगों के सामने आते हैं, जबकि उन्हें तैयार करने में कोच, प्रशिक्षक और सहायक स्टाफ का अहम योगदान होता है।

             (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

4

आत्मकथ्य सुनाने के संदर्भ में कवि ‘अभी समय भी नहीं है’ इसलिए कहता है, क्योंकि उसके विचार में अभी आत्मकथा लिखने का उचित अवसर नहीं आया है—

  • कवि का जीवन दुःख और अभावों से भरा रहा है, जिन्हें वह संसार के सामने प्रकट नहीं करना चाहता।

  • उसे यह भी लगता है कि अपनी लंबी जीवन-यात्रा में उसने अभी तक ऐसा कोई महान कार्य नहीं किया है, जिसे लिखकर लोगों के सामने रखा जाए।

  • जीवन के इस चरण में उसके सारे दुःख और व्यथाएँ मानो थककर शांत हो चुकी हैं।

  • कवि का चित्त इस समय शांत है और वह अपने मन को फिर से अशांत नहीं करना चाहता। उसके अनुसार बीती स्मृतियों को पुनः जीवित करने का अभी समय नहीं है।

 

            खंड – घ (रचनात्मक लेखन)

12

किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए:

पत्र लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक 

13

किसी एक विषय पर लगभग 80 शब्दों में स्ववृत/ ईमेल लिखिए:

स्ववृत लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

                       अथवा 

ईमेल लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

14

किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन / संदेश लेखन:


विज्ञापन लेखन 

  • रचनात्मक प्रस्तुति                      1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

                         अथवा 

सन्देश लेखन 

  • रचनात्मक प्रस्तुति                      1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

15

निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार 

पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-

अनुच्छेद लेखन 

  • भूमिका            1 अंक 

  • विषयवस्तु          3 अंक 

  • निष्कर्ष            1 अंक 

  • भाषा शुद्धता       1 अंक 

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Aayesha Sharma
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Content Writer

Aayesha Sharma is a content writer at Jagran Josh, specializing in Education News. She holds a degree in Journalism and Mass Communication from the Institute of Management Studies, Ghaziabad. Passionate about creating impactful content, Aayesha enjoys reading and writing in her free time. For any quiery, you can reach her at aayesha.sharma@jagrannewmedia.com.

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