बहुत से विद्यार्थी ऐसे होते हैं जिन्हे पूरा सिलेबस तैयार होता है फिर भी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते वहीँ कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जिनकी तैयारी ठीक-ठाक होती है पर वो परीक्षा में काफी अच्छा प्रदर्शन करते हैं l इसका मतलब कुछ विद्यार्थी पूरा साल पढ़ाई कर के भी अच्छा रिजल्ट नहीं हासिल कर पाते, वहीँ कुछ विद्यार्थी पढ़ाई को काफी काम समय देकर भी अच्छा रिजल्ट हासिल कर लेते हैं l
क्या आप जानते हैं इन दोनों तरह के विद्यार्थियों में सबसे बड़ा अंतर क्या है? इन दोनों विद्यार्थियों में सबसे बड़ा अंतर उनके एग्जाम के दौरान पेपर हल करने के तरीके में होता है l
इस आर्टिकल के द्वारा हम जानेंगे की एग्जाम में पेपर सॉल्व करते समय किस तरह की गलती न करें जिससे हम आसानी से एग्जाम में अच्छा स्कोर हासिल कर सकें l
तो आइए जानते हैं कुछ ख़ास बातें:
1 # जिन प्रश्नों के उत्तर आपको अच्छी तरह पता हो उन्हें सबसे पहले करें (क्रम से प्रश्नों को हल करने की कोशिश कभी न करें):
ज़्यादातर विद्यार्थी सबसे बड़ी गलती यही करते हैं कि वह क्रम से पेपर सोल्व करना शुरू कर देते हैं जो तरीका सही नहीं है l
अगर एग्जाम पेपर बेस्ड है तो सबसे पहले पेपर को एक नज़र देखना चाहिए और ध्यान देना चाहिए की कौन से क्वेश्चन आसान हैं और कौन से कठिन इसके बाद पेपर सॉल्व करना शुरू करना चाहिए l
पेपर साल्व करते समय आपको सबसे पहले वही प्रश्न हल करने चाहिए जो आपको सबसे अच्छी तरह आतें हो l सबसे कठिन सवाल आखिरी में करने चाहिए l
अगर एग्जाम ऑनलाइन हो और समय कम हो तो पूरा पेपर देखना आसान नहीं होता l इसलिए ऑनलाइन एग्जाम में आप रैंडम सवाल हल कर सकते हैं l क्योंकि हो सकता है शुरुआत के सवाल कठिन हों और आखिरी के बहुत सरल l इसलिए क्रम से प्रश्नों को हल करना हमेशा अच्छा आईडिया नहीं हैं l
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2 # जल्दबाज़ी में प्रश्नों को ने पढ़ें (पूरे ध्यान से प्रश्नों को पढ़ें)
ज़्यादातर विद्यार्थी एग्जाम के दौरान अक्सर हड़बड़ी में रहते है l इस हड़बड़ी में विद्यार्थी अक्सर जल्दी में सवाल पढ़ते है जिससे उन्हें हल करने के दौरान गलतियाँ होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है l इसलिए हमेशा सवालों को बहुत ध्यान से पढ़ना चाहिए l
अगर पेपर सब्जेक्टिव है तो आप प्रश्नों में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी को रेखांकित कर सकते हैं इससे गलतियाँ होने की संभावना बहुत कम हो जाती है l अगर पेपर भौतिकी जैसे विषय का है तो यूनिट्स का ख़ास ध्यान रखना चाहिए l
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3 # MCQs के ऑप्शंस पर ख़ास ध्यान दे
बहुविकल्पी प्रश्नों (MCQs) को हल करते समय सबसे ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत होती हैं l ज़्यादातर बहुविकल्पी प्रश्नों के चार ऑप्शनों में तीन गलत ऑप्शन कुछ इस तरह सेट किए जाता है कि वो प्रश्नों को हल करने वाले व्यक्ति को कंफ्यूज करे l
इस बात को हम एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं:
Question: The numbers of solutions of the equation x2 + x ‒ 2 = 0 is/are (here x ϵ N)
(a) 0
(b) 1
(c) 2
(d) unpredictable
यह एक बहुत आसान सा सवाल है जिसे कोई भी 8वीं का छात्र आसानी से कर सकता है l
x2 + x ‒ 2 = 0
⇒ x2 +2 x ‒ x ‒ 2 = 0
⇒ x (x + 2) ‒ 1 (x + 2) = 0
⇒ (x + 2) (x ‒ 1) = 0
⇒ x = ‒ 2, x = 1
यहाँ पर सही ऑप्शन (b) है l
अगर यहाँ पर कोई इस बात पर ध्यान न दे कि x एक नेचुरल नंबर (x ϵ N) है तो वो (c) ऑप्शन टिक कर सकता है जोकि गलत है, क्योंकि ‒ 2 एक नेचुरल नंबर नहीं है l
अपने यहाँ देखा की किसी भी विद्यार्थी को पूरा सवाल आता हो तो भी गलती हो सकती है इसलिए बहुविकल्पी प्रश्नों (MCQs) में खास सावधानी बरतें
4 # ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को हमेशा पूरी तरह सॉल्व करने की ज़रूरत नहीं
ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को हमेशा पूरी तरह से हल करने की ज़रूरत नहीं होती l कई विद्यार्थी ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को हल करते समय पूरा-पूरा उत्तर निकालने लगते जिसकी ज़रुरत नहीं होती l
कभी-कभी तो हमें पूरा-पूरा सवाल हल करने की भी ज़रुरत नहीं होती l ऑप्शंस में दी गयी संख्या को क्वेश्चन में रखकर भी चेक कर सकते हैं l
हम पिछले पॉइंट में दिए गए क्वेश्चन का उदहारण फिर से लेते हैं:
Question: Which of the following is a solution of equation x2 + x ‒ 2 = 0?
(a) 0
(b) 1
(c) 2
(d) None of these
यहाँ पर सही ऑप्शन (b) है l
ज़्यादातर ऑब्जेक्टिव प्रश्नों में एक ही ऑप्शन सही होता है l यहाँ हम आसानी से देख सकते हैं कि 1 रखने से LHS शुन्य हो रहा है इसलिए (b) सही ऑप्शन है l अब बाकी ऑप्शन देखने की भी ज़रुरत नहीं है l इस तरीके को हिट एंड ट्रायल नाम से भी जाना जाता है l
इसलिए ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को हमेशा पूरा सॉल्व तभी करिए जब ज़रूरत हो l
5 # सब्जेक्टिव प्रश्न पत्र में कोई भी सवाल खाली न छोड़ें
जब आप सब्जेक्टिव पेपर सॉल्व कर रहे हो तो पूरा पेपर ज़रूर हल करें, कोई भी सवाल खाली न छोड़ें l
बोर्ड परीक्षा में जब सब्जेक्टिव प्रश्न के उत्तर चेक होते हैं तो हर एक स्टेप के मार्क्स होते हैं l इसलिए अगर आप प्रश्न के सही उत्तर से जुड़ीं हुई कोई भी सही जानकारी देते हैं तो उसके कुछ नंबर आपको ज़रूर मिलेंगे l
हो सकता है आपको किसी डेरिवेशन का सिर्फ डायग्राम पता हो पूरा डेरिवेशन न पता हो ऐसे में आपको डायग्राम बनाने के नंबर मिल जाएंगे l
कभी-कभी हमे किसी सवाल में सिर्फ फार्मूला पता होता है ऐसे में हमे फार्मूला लिख देना चाहिए l सीबीएसई बोर्ड में सवाल से जुड़ा सही फार्मूले लिखने के भी नंबर होते हैं l इसलिए सब्जेक्टिव प्रश्न पत्र में कोई भी सवाल कभी खाली नहीं छोड़ना चाहिए l
सारांश :
सब्जेक्टिव हो या ऑब्जेक्टिव, किसी भी पेपर को सॉल्व करने के लिए ऊपर दिए गए तरीके आदर्श हैं l किसी भी तरह का एग्जाम देते समय अगर आप ऊपर दी गई बातों का ध्यान रखेंगे तो आप काफी अच्छा स्कोर हासिल कर सकते है l हिट एंड ट्रायल तरीके में आपको माहिर होने के लिए थोड़ा समय लग सकता है कुछ सैंपल पेपर से प्रैक्टिस करेंगे तो एग्जाम में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाएंगे l
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