Guinness Book Of World Records: विश्व को पहले गणतंत्र देने से लेकर भारत की आजादी तक बिहार का नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है. बिहार ने हमेशा से भारत के साथ-साथ देश के तिरंगे का नाम रौशन किया है.अगस्त क्रांति के दौरान तिरंगा फहराने एवं हंसते-हंसते शहीद होने वाले 8 शहीदों की जन्म स्थली बिहार ने एक बार फिर विश्व पटल पर तिरंगे की शान बढ़ाई है. बिहार ने स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी वीर कुँवर सिंह के जन्मस्थान जगदीशपुर (बिहार के भोजपुर जिले) में एक साथ 78 हजार से भी अधिक तिरंगा फहराकर विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. इसके पहले एक साथ सबसे अधिक राष्ट्रीय ध्वज फहराने का विश्व रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम था.
बिहार ने यह कारनामा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड के लगभग 1600 अधिकारी और कर्मचारी की मौजूदगी में किया. इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह भी उपस्थित रहे.
पाकिस्तान द्वारा इससे पूर्व बनाये गये विश्व रिकॉर्ड में एक साथ 57, 500 राष्ट्रीय ध्वज फहराए गये थे. पाकिस्तानियों ने लाहौर में एक कार्यक्रम में अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराया था. बिहार में स्थापित इस कीर्तिमान के एक-एक क्षण को ड्रोन कैमरे से रिकॉर्ड किया गया. जिन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज अपने हाथ में लेकर रिकॉर्ड बनाने में सहभागी बने, उन सभी का फिंगर प्रिंट भी लिया गया.

बिहार के जगदीशपुर के तत्कालीन राजा वीर कुंवर सिंह, जिसे 1857 के स्वतंत्रता के पहले युद्ध के नायकों में से एक माना जाता है की 164 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पूरे पांच मिनट के लिए जगदीशपुर में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लहराकर बिहारियों द्वारा पाकिस्तान को पछाड़ कर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया गया.
बिहार में यह कार्यक्रम केंद्र सरकार की 'आजादी के अमृत महोत्सव' पहल के तहत आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री आर के सिंह और नित्यानंद राय, बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी और भाजपा के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी शामिल रहे. 'वंदे मातरम' के वाद्य गायन के के साथ-साथ राजनेताओं ने तिरंगा भी इस कार्यक्रम में शिरकत करते हुए तिरंगा लहराया.