गर्मियों की छुट्टियाँ: केवल पढ़ाई से राहत नहीं, नॉलेज बढ़ाने का सुनहरा अवसर है

May 10, 2018, 12:38 IST

आजकल स्कूलों में भी हॉलिडे होमवर्क में स्टूडेंट्स से अपनी इंटरेस्टिंग गतिविधिओं के बारें में पूछा जाता है जो छात्रों को नए-नए अनुभवों के लिए प्रेरित करते है. इस लेख में हम ऐसी गतिविधिओं के बारे में बात करेंगे जो की स्टूडेंट्स को अपनी ग्रीष्मावकाश में ज़रूर करनी चाहिए.

Summer Vacations: Time to learn
Summer Vacations: Time to learn

ग्रीष्मावकाश यानी गर्मियो की छुट्टीयों की शुरुआत होने ही वाली है. सभी स्कूल स्टूडेंट्स हर साल इन छुट्टियों का बेसब्री से इंतज़ार करतें है क्यूंकि यह 60 दिन तक चलने वाली छुट्टियाँ उन्हें स्कूल के रेगुलर रूटीन से राहत देती है. और साथ ही स्टूडेंट्स को इन 2 महीने की छुट्टियों में अपनी मनपसंद एक्टिविटीज़ का आनंद लेने का मौका मिलता है. पहले स्टूडेंट्स इन गर्मियो की छुट्टीयों में अपनी नानी या दादी के घर जाते थे लेकिन, अब जैसे-जैसे वो बड़ी कक्षाओं में आते जा रहे है उनका इंटरेस्ट अन्य गतिविधियों की तरफ बढ़ रहा है. साथ ही साथ आजकल स्कूलों में भी हॉलिडे होमवर्क में स्टूडेंट्स से अपनी इंटरेस्टिंग गतिविधियों के बारें में पूछा जाता है जैसे की –

  • छात्रों ने अपनी ग्रीष्मावकाश में क्या कुछ नया किया?
  • छात्रों ने अपनी ग्रीष्मावकाश कहाँ पर बिताई?
  • क्या ग्रीष्मावकाश के दौरान स्टूडेंट्स ने पर्यावरण से जुड़ीं गतिविधियों में हिस्सा लिया?

ऐसे सभी सवाल जो हॉलिडे होमवर्क में पूछे जाते है जो छात्रों को नए-नए अनुभवों के लिए प्रेरित करते है. इस लेख में हम ऐसी गतिविधियों के बारे में बात करेंगे जो की स्टूडेंट्स को अपनी ग्रीष्मावकाश में ज़रूर करनी चाहिए –

1. ऐतिहासिक एडवेंचर करें – गर्मियों की छुट्टियाँ स्टूडेंट्स के लिए एक बहुत अच्छा अवसर है ऐतिहासिक घटनाओं के परिचित होने का. इसके लिए स्टूडेंट्स ऐतिहासिक स्मारकों व जगहों पर जाकर इतिहास से जुड़ी कई इंटरेस्टिंग बातों को जान सकते हैं. इससे न केवल स्टूडेंट्स को घूमने का मौका मिलेगा साथ ही वो सोशल स्टडीज में इतिहास विषय को और अच्छे से समझ सकेंगे. यह अक्सर देखा गया है कि किताबों की तुलना में स्टूडेंट्स खुद के अनुभव से ज़्यादा अच्छे से सीखते हैं और उन्हें यह हमेशा याद भी रहता है. इसीलिए यह पढ़ाई करने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है.

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2. नई स्किल्स डेवलप करेंयह दो महीने की छुट्टियाँ बहुत अच्छा मौका है जब स्टूडेंट्स काफ़ी सारी नई स्किल्स सीख सकतें है. स्टूडेंट्स को अपनी गर्मियों की छुट्टियाँ ऐसी गतिविधियों सीखने में बितानी चाहिए जिससे वो अपने कौशल को बढ़ा सकें. जैसे की फोटोग्राफी, मार्शिअल आर्ट्स, पेंटिंग या स्केचिंग, नए म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स सीखना आदि.

3. स्वास्थ्य की ओर भी ध्यान ज़रूर दें ज़्यादातर छात्र स्कूल के दिनों में समय पर उठने और स्कूल जाने से मन चुराते हैं. छात्रों को सुबह उठने का ही मन नहीं करता तो वो कोई अन्य गतिविधि कैसे करेंगे जिससे उनके हेल्थ में फायदा हो. स्वास्थ्य की और ध्यान न देना स्कूल स्टूडेंट्स की एक बहुत बड़ी कमी है इससे वो आगे चलकर गंभीर समस्याओं से परेशान रहते है जैसे की हर समय आलस व वजन बढ़ जाना आदि. लेकिन स्टूडेंट्स गर्मियों की छुट्टियों को अपनी हेल्थ की और ध्यान देने में लगा सकते हैं.

गर्मियों की छुट्टियों में रोज़ सुबह जल्दी उठने की आदत बनाएं और साथ ही अपने फ्रेंड्स के साथ ग्रुप बनाकर योग, व्यायाम, जुम्बा जैसी एक्टिविटीज़ में भाग लें. ऐसा करने से स्टूडेंट्स फिजिकली फिट होंगे और आलस्य की समस्याओं से भी बचेंगे. और स्कूल शरू होने के बाद वो स्कूल जाने से मन भी नहीं चुरायेंगे बल्कि स्कूल में फिजिकल एक्टिविटीज़ में भी हिस्सा लेने के लिए हमेशा उत्साहित रहेंगे.

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4. नई जगहों को जानें जब अनुभव करने की बात हो ही रही है तो क्यूं न छात्र इन गर्मियों की छुट्टियों में नई जगहों पर अपने परिवार के साथ घुमने जाएं. इससे उन्हें थोड़े दिन पढ़ाई से राहत मिलेगी साथ ही स्टूडेंट्स को अलग-अलग जगहों से कुछ नया सीखने को मिलेगा. इससे स्टूडेंट्स का जियोग्राफी और सिविक्स के विषयों में भी ज्ञान बढ़ेगा. जैसे की अगर स्टूडेंट्स भारत के नार्थ-ईस्ट क्षेत्रों में जाते हैं तो उन्हें वहा के वातावरण और लोगो के रहन-सहन के बारें में पता चलेगा.  साथ ही वातावरण परिवर्तन से छात्रों को वापिस आकार स्कूल जाने में और इंटरेस्ट आएगा क्यूंकि, स्टूडेंट्स अपना अनुभव अपने क्लासमेट्स के साथ भी तो शेयर करना चाहेंगे.

5. पर्यावरण से जुड़े – यह एक ऐसी गतिविधि है जिसके लिए स्टूडेंट्स को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं और साथ ही इससे उनके आस-पास का वातावरण भी सुधर सकता है. स्टूडेंट्स अपने ग्रीष्मावकाश में पर्यावरण सम्बंधित गतिविधियों में हिस्सा ले सकतें है जैसे की पेड़-पौधे लगाना, अपने आसपास साफ़-सफाई करवाना (फ्रेंड्स के साथ ग्रुप बनाकर साफ़-सफाई करने में अलग ही आनंद आएगा), या फिर NGO ग्रुप्स के साथ जुड़कर प्रधानमंत्री जी की स्वच्छ भारत अभियान जैसी गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं.

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निष्कर्ष: ग्रीष्मावकाश स्टूडेंट्स की स्कूल लाइफ में बहुत महत्व रखता है क्यूंकि यही एक समय होता है जब छात्रों को पढ़ाई और एग्ज़ाम्स से थोड़ी राहत रहती है. तो छात्रों में अपने हॉलिडे होमवर्क को ध्यान में रखते हुए इन 2 महीने की छुट्टियों को एन्जॉय करना चाहिए.

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