साल 2019 की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने में अब कुछ ही समय बचा है ऐसे में कुछ विद्यार्थी तो निश्चिन्त होकर परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं पर वहीँ कुछ दूसरे विद्यार्थी केवल परीक्षा के डर और चिंता में डूबे हुए हैं. जैसे-जैसे एग्जाम नज़दीक आ रहे हैं उनकी परेशानी भी बढ़ती जा रही है. वे इस बात को नहीं समझ पा रहे कि परीक्षा की तैयारी कहाँ से शुरू करें या परीक्षा से पहले बचे इन दिनों का कुशलता से उपयोग कैसे करें. इस लेख में हम ऐसे ही छात्रों की स्मस्सयाओं पर चर्चा करते हुए कुछ ऐसे टिप्स बतायेंगे जिनकी मदद से विद्यार्थी अपने डर को दूर भगाते हुए असरदार तरीके से परीक्षा के लिए तैयारी कर सकें.
चिंता की असली वजह का पता लगाएं
सबसे पहले विद्यार्थी आत्म-विश्लेषण करें और इस बात का पता लगाएं कि आखिर उनकी परेशानी व डर की असली वजह है क्या. डर के कारण का पता लगाने के लिए अपने आप से कुछ सवाल पूछें जैसे कि क्या परीक्षा के लिए आपकी सही ढंग से तैयारी नहीं हैं? या क्या आपको परीक्षा में फेल हो जाने का डर सता रहा है? क्या आपके पेरेंट्स अच्छे मार्क्स के लिए आपके ऊपर दबाव डाल रहे हैं? या क्या आप नहीं समझ पा रहे कि तैयारी कहाँ से और कैसे शुरू करें?

चिंता के पीछे के कारण को ख़तम करने के उपाय सुलझाएं
डॉक्टरों के अनुसार एग्जाम फोबिया यानि परीक्षा का डर एक ऐसी मानसिक दशा है, जिसमें परीक्षा के डर से घबराहट होने लगती है. इससे परीक्षार्थियों की एकाग्रता काफी हद तक प्रभावित होती है. ऐसे में आवश्यकता है तो सकारात्मक सोच की.
नीचे कुछ टिप्स दिए गये हैं जिनकी मदद से विद्यार्थी परीक्षा के कारण होने वाली चिंता व तनाव को दूर करते हुए एकाग्रित होकर पढ़ाई कर सकें और परीक्षा में अच्छा परिणाम हासिल कर सकें:
1. सकारात्मक सोच के साथ करें एग्जाम की तैयारी
पूरी लगन, सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास के साथ आने वाले एग्जाम की तैयारी करें. यदि आपकी तैयारी पूरी है तो आपको किसी बात का डर नहीं सताएगा. पॉजिटिव थिंकिंग यानि सकारात्मक सोच आपको सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहेगी.
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2. चिंता छोड़ पढ़ाई की ओर लगाएं ध्यान
परीक्षा की चिंता में आप जितना समय व ऊर्जा व्यर्थ करते हो अगर उतनी एनर्जी व प्रयास परीक्षा की तैयारी में लगाएं तो निश्चित ही आपका परिणाम बेहतर होगा. मात्र चिंता करने से तो केवल हार ही होगी यदि जीतना है तो परिश्रम करना पड़ेगा.
3. एकाग्रित व सतर्क होकर करें पढ़ाई
पढ़ते समय एकग्रता में कमी होना कोई चिंता वाली बात नहीं है. यह समस्सया हर विद्यार्थी के सामने आती है. अपनी एकाग्रता को वापिस लाने के लिए आप अपने पढ़ने का तरीका बदलें. एक इफ़ेक्टिव स्टडी प्लान पढ़ाई को आसान और मज़ेदार बना देता है.
4. अपने पेरेंट्स व अध्यापकों से ज़रूर लें मदद
अपने मन की बात किसी से बाँटने पर आपके दिमाग से चिंता व परेशानी कम हो जाती है. आप अपना डर या परेशानी अपने पेरेंट्स या अध्यापकों के साथ शेयर करें और उनके सुझाव ध्यान से सुनें व फॉलो करें.
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5. हमेशा सीखने में विश्वास रखें साबित करने में नहीं
सीखने वालों के लिए नाकामयाबी या कामयाबी जैसी कोई चीज नहीं होती, यह बस कोशिश की बात होती है. और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. इसलिए सिर्फ़ कर्म करें, फल की चिंता मत करें.
6. हेल्दी भोजन, पर्याप्त नींद व कसरत आपको रखेंगे चिंता मुक्त
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है. फ़िट और एक्टिव स्टुडेंट की एकाग्रता काफी अच्छी होती है. इसलिए अपनी जीवन शैली में तंदरुस्त आहार, अच्छी नींद और नियमित कसरत को ज़रूर अपनाएं.
निष्कर्ष
तो विद्यार्थियों, किसी भी इम्तिहान से डर लगना तो स्वभाविक है क्योंकि आपकी साल भर की मेहनत का टेस्ट होता है और आपको उसका परिणाम मिलता है. लेकिन ज़रूरी यह है कि आप इस डर और चिंता को अपने दिमाग पर हावी ना होने दें जिसका आपकी परीक्षा के लिए तैयारी पर असर पड़ सकता है. इसलिए डर और चिंता को दूर भगाएं और आज से ही पूरे जोश और एकाग्रता के साथ आने वाले इम्तिहान की तैयारी में जुट जाएं. अवश्य ही आपकी मेहनत का नतीजा अच्छा होगा.
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