प्लानिंग असिस्टेंट का पद केंद्र और राज्य सरकार के नगरीय विकास मंत्रालय, टाउन एवं कंट्री प्लानिंग ऑर्गेनाइजेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट और नगरीय विकास से सम्बन्धित संगठनों एवं सम्बन्ध विभागों एवं शैक्षणिक संस्थानों, आदि में होता है. किसी भी संगठन में प्लानिंग असिस्टेंट का पद ग्रुप ‘बी’ (नॉन-गजेटेड) के स्तर का होता है. प्लानिंग असिस्टेंट के पदों पर नियुक्ति के लिए चयन केंद्र सरकार के अधीन विभागों या संगठनों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा और राज्यों के मामलों में सम्बन्धित राज्य के कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोगों द्वारा की जाती है. प्लानिंग असिस्टेंट का कार्य होता है कि वह सम्बन्धित विभाग की परियोजनाओं के विकास से सम्बन्धित कार्यों का प्लानिंग करे और उनके क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों में समन्वय स्थापित करे.
प्लानिंग असिस्टेंट के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
प्लानिंग असिस्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से प्लांनिंग या आर्किटेक्चर या सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री उत्तीर्ण हों. टाउन एवं कंट्री प्लानिंग, हाउसिंग लेआउट, प्लानिंग सर्वे, बिल्डिंग बाइ-लॉज, कॉस्ट इस्टीमेट्स, जोनिंग रेग्यूलेशन एवं कंट्रोल के क्षेत्र में केंद्र या राज्य सरकार के किसी संगठन, मान्यता प्राप्त रिसर्च संगठन, पीएसयू, आदि में दो वर्ष का अनुभव आवश्यक है.
प्लानिंग असिस्टेंट के लिए कितनी है आयु सीमा?
प्लानिंग असिस्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 30 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति होती है तो अधिकतम आयु सीमा 32-35 वर्ष तक होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
प्लानिंग असिस्टेंट के लिए चयन प्रक्रिया
प्लानिंग असिस्टेंट के पद पर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाता है. लिखित परीक्षा कंप्यूटर आधारित बहुविकल्पीय प्रकृति की होती है जिसमें जनरल इंटेलीजेंस, जनरल अवेयरनेस, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और इंग्लिश लैंग्वेज से सम्बन्धित प्रश्न होते हैं. लिखित परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होती है. कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को न्यूनतम 35% अंक अर्जित करने होते हैं. लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर तैयार मेरिट लिस्ट के अनुसार उत्तीर्ण उम्मीदवारों को दस्तावेज सत्यापन के लिए आमंत्रित किया जाता है.
कितनी मिलती है प्लानिंग असिस्टेंट को सैलरी?
प्लानिंग असिस्टेंट के पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड 2 (रु. 9300-34800/- + ग्रेड पे रु. 4200) के अनुरूप सैलरी दी जाती है. इसके साथ ही सरकार द्वारा लागू विभिन्न प्रकार के भत्ते दिये जाते हैं. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
प्लानिंग असिस्टेंट को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
प्लानिंग असिस्टेंट का पद केंद्र और राज्य सरकार के नगरीय विकास मंत्रालय, टाउन एवं कंट्री प्लानिंग ऑर्गेनाइजेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट और नगरीय विकास से सम्बन्धित संगठनों एवं सम्बन्ध विभागों एवं शैक्षणिक संस्थानों, आदि में होता है. इन विभागों या संगठनों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा और राज्यों के मामलों में सम्बन्धित राज्य के कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोगों द्वारा की जाती है. इन सभी रिक्तियों के बारे में अधिसूचना समय-समय पर आयोगों द्वारा निकाली जाती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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