2007 बैच के IAS अधिकारी, सुहास लालिनाकेरे यथिराज, वर्तमान में गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट हैं। गौतम बुद्ध नगर के DM सुहास बैडमिंटन के उम्दा खिलाड़ियों में से एक हैं और टोक्यो पैरालंपिक में भारत को सिल्वर पदक दिला कर इतिहास रचा है। वह ऐसा काम करने वाले देश के पहले IAS अधिकारी भी हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह ये पदक अपने दिवंगत पिता को समर्पित करते हैं जो हमेशा चाहते थे कि में UPSC पास करूं और उन्ही की वजह से आज वे इस मुकाम तक पहुंच सके हैं।
UPSC (IAS) Success Story: 3 कहानियां जो आपको ज़रूर पढ़नी चाहिए - ये साबित करती हैं कि मजबूत इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम से कुछ भी मुमकिन है
पहले भी कई पदक जीत चुके हैं सुहास:
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सहुास विश्व के तीसरे नंबर के शटलर है और जापान ओपन पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट 2017 में उपविजेता रहे थे। इसके आलावा इन्होने जकार्ता पैरा एशियन गेम्स-2018 में कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष टीम का हिस्सा थे। चीन ने आयोजित एशियन चैंपियनशिप 2016 में सुहास पुरुष एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
Badminton World Federation ने किया था सुहास का पैरालंपिक के लिए चयन:
Badminton World Federation ने विश्व रैंकिंग और प्रदर्शन के आधार पर सुहास का पैरालंपिक के लिए चयन किया था और Badminton Association of India अथवा Paralympic Committee of India को आमंत्रण दिया।
एक जिम्मेदार अधिकारी भी हैं सुहास:
2019 में कुम्भ के दौरान सुहास प्रयागराज के डीएम थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी को काबू करने के लिए सुहास एलवाई गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी के तौर पर नियुक्त किया। इसके आलावा सुहास जौनपुर, सोनभद्र, आजमगढ़, हाथरस और महाराजगंज के जिलाधिकारी रह चुके हैं।
मूल रूप से शिमोगा (कर्नाटक) निवासी:
सुहास ने इंजीनियरिंग (कंप्यूटर साइंस) की पढ़ाई की है और मूल रूप से शिमोगा (कर्नाटक) के निवासी है। 2007 बैच के आईएएस अधिकारी सुहास को खेल कूद में काफी रूचि है और कोरोना काल में भी उन्होंने काम के साथ-साथ प्रैक्टिस में कोई कमी नहीं छोड़ी।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation