हैदराबाद के गणितज्ञ Kumar Eswaran ने दावा किया है कि उन्होंने Riemann Hypothesis (RH) का प्रूफ ढूढ़ लिया है। इस Hypothesis का प्रूफ 161 वर्षो तक कोई नहीं ढूढ़ पाया। 1859 में Bernhard Riemann ने इस Hypothesis को सबके सामने रखा था। Clay Mathematics Institute of Cambridge द्वारा घोषित Millennium Prize Problem में से एक Riemann Hypothesis भी है और इसे हल करने वाले को इंस्टिट्यूट 1 मिलियन डॉलर का इनाम देगा।
प्रूफ करीब पांच साल पहले इंटरनेट पर अपलोड किया था:
Kumar Eswaran, Sreenidhi Institute of Science and Technology में बतौर Mathematical Physicist हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने इसका प्रूफ करीब पांच साल पहले इंटरनेट पर अपलोड किया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के संपादक Peer Review चाहते थे।
एक मिलियन से 10 बिलियन के बीच प्राइम नंबर्स की संख्या की गणना करने के लिए महत्वपूर्ण:
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि जब कोई 1 से लेकर 20 तक के बीच प्राइम नंबर्स की संख्या को आसानी से गिन सकता है लेकिन एक मिलियन से 10 बिलियन के बीच प्राइम नंबर्स की संख्या की गणना करना एक कठिन काम हो जाता है। इस Hypothesis साबित को साबित करना महत्वपूर्ण था क्योंकि यह प्राइम नंबर की सटीक गणना संभव बनाएगी।
Eswaran के एक इंटरव्यू के अनुसार उन्होंने 2016 में इस Hypothesis का प्रूफ रिव्यु के लिए अपलोड किया था और फिट 6 हफ्तों बाद डाउनलोड किया। वर्ष 2018-19 में उन्होंने प्रूफ पर कई लेक्चर्स भी दिए थे। उनके प्रूफ को हज़ारों बार डाउनलोड किया गया था। वर्ष 2020 में आठ गणितज्ञों की एक्सपर्ट कमिटी गठित की गई थी जिन्होंने उनके काम का रिव्यु किया।
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