जानिए पब्लिक सेक्टर बैंककर्मियों को मिलने वाले सेवानिवृत्ति और पेंशन लाभ के बारे में

Apr 14, 2017, 18:52 IST

आज के समय में जब सभी अन्य नियोक्ता अपने कर्मचारियों को दिए जाने वाले सेवानिवृत्ति लाभों में भारी कटौती कर वित्तीय बोझ को कम करने में लगे हैं, बैंकिंग क्षेत्र अपने कर्मचारियों की मदद करने के लिए सेवानिवृत्ति लाभ नीतियों में सुधार करना जारी रखे हुए है.

 बैंकिंग क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे मजबूत स्तंभों में से एक रहा है. हाल में आई तेजी और इसके बढ़ते प्रभुत्व ने बैंक की नौकरी को बहुत आकर्षक करिअर विकल्प बना दिया है. बैंक की नौकरियां बेहतरीन लाभ प्रदान करती हैं जैसे शानदार वेतन, चिकित्सा सुरक्षा, अवकाश, नौकरी की सुरक्षा, काम–जीवन संतुलन और समय से करिअर में विकास एवं प्रगति. ये सभी खूबियां बैंक की नौकरी को आज के बाजार में सर्वाधिक मांग वाला रोजगार अवसर बनाता है. बैंकिंग करिअर द्वारा दिए जाने वाले कई लाभों में सेवानिवृत्ति लाभ एक ऐसा लाभ है जिसने बैंक की नौकरियों की ओर लोगों को आकर्षित किया है और सरकारी नौकरी करने की इच्छा रखने वाले अधिक– से– अधिक आकांक्षियों को बैंक भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने को प्रेरित किया है. ऐसे में जब अन्य नियोक्ता, चाहे वे पब्लिक सेक्टर के हों या प्राइवेट के, अपने कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति लाभों को कम करते जा रहे हैं, एसबीआई जैसे पब्लिक सेक्टर के बैंक सेवानिवृत्ति लाभों के दायरे में विस्तार कर रहे हैं ताकि पेशन और ग्रैच्युटी दोनों को उसके तहत लाया जा सके.

यदि आप बैंक में नौकरी करने के आकांक्षी हैं और इस क्षेत्र में काम करने की एक और वजह तलाश रहे हैं, तो पब्लिक सेक्टर के बैंकों द्वारा दिए जाने वाले शानदार सेवानिवृत्ति लाभ वह वजह हो सकती है. नीचे हमने पीएसयू बैंक कर्मियों को मिलने वाली सेवानिवृत्ति और पेशन लाभों पर चर्चा की है.

भविष्य निधि (प्राविडन्ट फंड)

सेवानिवृत्ति पर बैंक कर्मियों को मिलने वाला मुख्य सेवानिवृत्ति लाभ/ अंशदायी फंड में से एक है– भविष्य निधि. पीएसयू बैंक का कोई भी कर्मचारी जो 5 वर्ष या अधिक की अवधि तक नौकरी करने के बाद इस्तीफा/ सेवानिवृत्त होता है, वह फंड में अपने क्रेडिट में जमा पैसों ( सदस्य का अंशदान + बैंक का अंशदान) को प्राप्त करने का पात्र है. आमतौर पर, निजी एवं बैंक अंशदान के साथ– साथ ब्याज दर और पीएफ पर कर का घटक समय– समय पर बदलता रहता है.

पेंशन

पेंशन प्लान और पेंशन स्कीम पीएसयू बैंक कर्मियों को मिलने वाले सबसे महत्वपूर्ण सेवानिवृत्ति लाभों में से एक हैं. भविष्य निधि के विपरीत, जिसे सीमांकित योगदान माना जाता है, पीएसयू कर्मियों के पेंशन स्कीम को बैंकिंग क्षेत्र के कर्मियों के लिए सीमांकित लाभ माना जाता है. 29-09-1995 के बाद पीएसयू बैंक ज्वाइन करने वाले कर्मचारी स्वतः ही पेंशन स्कीम के तहत कवर किए जाते हैं. विभिन्न प्रकार के पेंशन, उनकी गणना और अभिकलन नीचे दिए जा रहे हैं–

पेंशन के प्रकार

ü  सेवानिवृत्ति पेंशन (सूपरैन्यूएशन पेंशन): जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, पीएसयू बैंक के कर्मचारियों को यह पेंशन सेवानिवृत्ति के बाद दिया जाता है. सेवानिवृत्ति पेंशन के योग्य होने के लिए न्यूनतम नौकरी की आवश्यक अवधि 10 वर्ष है, हालांकि इसके तहत कवर होने वाला नौकरी की अधिकतम अवधि 33 वर्ष है.

ü  स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर पेंशनः यह पेंशन बैंक से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले कर्मचारियों पर लागू होता है. वीआरएस पेंशन स्कीम का पात्र होने के लिए आपको कम–से–कम 20 वर्ष की नौकरी करनी होगी. स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पेंशन का पात्र होने के लिए कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बारे में कम–से–कम तीन महीने पहले नियुक्ति प्राधिकारी को लिखित में नोटिस देनी चाहिए.

ü  अमान्य पेंशनः अमान्य पेंशन पीएसयू बैंक के उन कर्मियों को दिया जाता है जो शारीरिक या मानसिक दुर्बलता, जो उन्हें नौकरी के लिए स्थायी रूप से अक्षम बना देता है, के कारण नौकरी से सेवानिवृत्त होते हैं. अमान्य पेंशन का लाभ उठाने के लिए न्यूनतम I0 वर्ष तक नौकरी करनी होती है. इसके अलावा, कर्मचारी को बैंक द्वारा अनुमोदित चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किए गए अक्षमता पर चिकित्सा प्रमाणपत्र जमा करना होगा. 

ü  अनुकंपा भत्ताः नौकरी से बर्खास्त किए गए या हटाए गए या नौकरी समाप्त किए गए कर्मियों को अनुकंपा भत्ता दिया जाता है. ऐसे कर्मचारी अपनी पेंशन धनराशी खो देते हैं. हालांकि, विशेष परिस्थितियों में, उच्चाधिकारी अनुकंपा भत्ता दे सकते हैं जो पेंशन के दो– तिहाई से अधिक नहीं होगा और यह बर्खास्तगी की तारीख तक दी गई योग्यता सेवा पर निर्भर करेगा.

ü  समय-पूर्व सेवानिवृत्ति पेंशनः सार्वजनिक हित या ऐसे ही अन्य सेवा नियमों की वजह से समय से पहले बैंक के आदेश पर सेवानिवृत्त होने वाले पब्लिक सेक्टर बैंक कर्मियों के लिए यह लागू है. समयपूर्व सेवानिवृत्ति पेंशन का अनुदान सिर्फ उन्हीं कर्मियों को दिया जाएगा जो सेवानिवृत्ति की तारीख पर ऐसे पेंशन के हकदार होंगे.

ü  अनिवार्य सेवानिवृत्ति पेंशनः नौकरी के नियमों के संदर्भ में दंड की वजह से सेवानिवृत्त होने वाले पीएसयू बैंक का कोई भी कर्मचारी 2/3 दर पर पेंशन का पात्र है और उसके अनिवार्य सेवानिवृत्ति की तारीख पर उसे पूरा पेंशन नहीं दिया जाएगा.

ü  फैमली पेंशनः पीएसयू बैंक कर्मी की नौकरी के दौरान या सेवानिवृत्ति के बाद मृत्यु हो जाए तो यह पेंशन उनके परिवार के सदस्यों को दी जाती है. फैमली पेंशन के लिए न्यूनतम नौकरी अवधि की कोई शर्त नहीं है. पेंशन कर्मचारी के जीवनसाथी/ आश्रितों को निम्नलिखित दर से दी जाएगीः

वेतन  पेस्केल मासिक               फैमली पेंशन की मात्रा

5720/– रु. तक                   न्यूनतम 1435/ रु. के साथ वेतन का 30%

5720/– रु. से 11440/–रु. तक       न्यूनतम 1715/रु. के साथ वेतन का 20% 

11440/–रु. से अधिक              न्यूनतम 2292/–रु के साथ वेतन का 15% और  

                                अधिकतम 4784/–रु   

यदि बैंक कर्मी की मृत्यु बैंक में 7 वर्षों तक नौकरी करने के बाद होती है, तो परिवार मृतक कर्मचारी द्वारा प्राप्त किए गए आखिरी वेतन की धनराशि के 50% के बराबर पेंशन या फैमली पेंशन की सामान्य दर से दुगुनी दर पर पेंशन, जो भी कम हो, प्राप्त करने का हकदार है. यदि सेवानिवृत्त पीएसयू बैंक कर्मी की मृत्यु 65 वर्ष की उम्र से पहले हो जाती है, तो ऐसे मामले में, फैमली पेंशन दर के लिए वही धनराशि लागू होगी.

पेंशन की दर

पेंशन की दर बैंक नीति मानकों के अनुसार संशोधन का मामला है, जैसा कि नीचे बताया जा रहा है–

ü  न्यूनतम पेंशनः 01.05.2005 को या उसके बाद सेवानिवृत्त होने वाले पीएसयू बैंक कर्मी 1435/–रु. के न्यूनतम पेंशन के हकदार हैं.

ü  अधिकतम पेंशनः इसी प्रकार, 33 वर्षों तक नौकरी करने के बाद सेवानिवृत्त हुए पीएसयू बैंक कर्मी बेसिक पेंशन के तौर पर अपने औसत वेतन के 50% के हकदार होंगे. यदि योग्यता नौकरी वर्ष 33 वर्ष से कम है तो, बेसिक पेंशन उनकी नौकरी के आनुपातिक होगी.

ग्रैच्युटी

ग्रैच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972 के तहत, न्यूनतम 5 वर्ष की नौकरी करने वाले सभी कर्मचारी ग्रैच्युटी के भुगतान के पात्र हैं. पीएसयू बैंक कर्मियों को दी जाने वाली ग्रैच्युटी नौकरी के प्रत्येक पूरे होने वाले वर्ष के लिए एक महीने में 26 कार्य दिवसों के आधार पर 15 दिन के वेतन के हिसाब से गणना की जाती है. यह 10.00 लाख रु. की अधिकतम धनराशि के विषयाधीन है जो 24.05.2010 से प्रभावी हो गया है.

ग्रैच्युटी की गणना के लिए वेतन इस प्रकार हैः

ü  अवार्ड स्टाफ के लिएः मूल वेतन+ डी.ए. + निजी भत्ता + काम भत्ता + निर्धारित निजी भत्ता (एफपीए) + पेशेवर योग्यता वेतन (पीक्यूए)

ü  अधिकारियों के लिएः मूल वेतन+ डी.ए. + निर्धारित निजी भत्ता (एफपीए) + पेशेवर योग्यता वेतन (पीक्यूए)

ग्रैच्युटी की गणना का सूत्रः

 सेवानिवृत्ति के अन्य लाभ

ü  चिकित्सा लाभः एसबीआई जैसे कई पब्लिक सेक्टर बैंक अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को चिकित्सा लाभ देती है. ऐसी योजनाओं के तहत सेवानिवृत्त पीएसयू बैंक कर्मी अपने चिकित्सा खर्चों की प्रतिपूर्ति करा सकते हैं. हालांकि चिकित्सा लाभ नीति अलग– अलग बैंकों में अलग– अलग होती है, लेकिन आमतौर पर बैंक 60 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को ही यह लाभ देते हैं.

ü  लीव एन्कैशमेंटः सेवानिवृत्त होने वाले पीएसयू बैंक कर्मी अधिकतम 240 दिनों के प्रिविलेज लीव को एन्कैश कराने के पात्र होते हैं. 3 लाख रु. तक का लीव एन्कैशमेंट आयकर मुक्त होता है.

ü  यात्रा व्यय प्रतिपूर्तिः उन बैंक कर्मियों के लिए जो अपने गृहनगर से दूर नियुक्त हैं, पीएसयू बैंक उन्हें गृहनगर तक यात्रा हेतु यात्रा खर्च की प्रतिपूर्ति करने की सुविधा प्रदान करते हैं.

ü  मोबाइल हैंडसेटः वैसे सेवानिवृत्त पीएसयू बैंक कर्मी जिन्हें आधिकारिक मोबाइल फोन आवंटित किया गया था, यदि उनका हैंडसेट एक वर्ष या उससे अधिक पुराना हो गया है तो बिना किसी अतिरिक्त लागत के उस हैंडसेट को अपने पास रख सकते हैं.

ü  लैपटॉपः वैसे सेवानिवृत्त पीएसयू बैंक कर्मी जिन्हें आधिकारिक लैपटॉप आवंटित किया गया था, यदि उनका लैपटॉप एक वर्ष या उससे अधिक पुराना हो गया है तो बिना किसी अतिरिक्त लागत के उस लैपटॉप को अपने पास रख सकते हैं.

ü  रियायती ब्याज दर लाभः सेवानिवृत्त पीएसयू बैंक कर्मी विशिष्ट प्रतिभूतियों के खिलाफ जमा और अग्रिमों पर रियायती ब्याद दर का लाभ उठा सकते हैं, जैसा कि स्टाफ सदस्यों पर लागू होता है.

ü  अवकाश गृह (होलीडे होम्स): पीएसयू बैंक कर्मी होलीडे होम्स, बैंक अतिथिगृहों, ट्रांजिट होम और विजिटिंग ऑफिसर्स फ्लैट की सुविधा सेवानिवृत्ति के बाद भी प्राप्त कर सकते हैं.

इनमें से कुछ अलग– अलग बैंकों के लिए अलग– अलग हो सकते हैं और नई बैंक नीतियों के अनुसार इनमें संशोधन भी किया जा सकता है.

पीएसयू बैंक कर्मियों को वर्तमान में मिलने वाले सेवानिवृत्ति लाभों में से ये सिर्फ कुछ लाभ ही हैं. आज के समय में जब सभी अन्य नियोक्ता अपने कर्मचारियों को दिए जाने वाले सेवानिवृत्ति लाभों में भारी कटौती कर वित्तीय बोझ को कम करने में लगे हैं, बैंकिंग क्षेत्र अपने कर्मचारियों की मदद करने के लिए सेवानिवृत्ति लाभ नीतियों में सुधार करना जारी रखे हुए है. बैंकिंग क्षेत्र द्वारा सभी अकादमिक पृष्ठभूमियों से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के प्रमुख कारणों में से यह भी एक कारण है. सेवानिवृत्ति के ऐसे विविध लाभों की उपलब्धता के साथ सरकारी नौकरी की इच्छा रखने वालों के लिए बैंक की नौकरी निश्चित रूप से सही विकल्प नजर आती है.

Jagran Josh
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Education Desk

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