प्रारंभिक परीक्षा आईएएस के चयन का पहला कदम कहा जा सकता है. आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र का सिलेबस आर्थिक विकास के साथ सामाजिक विकास और जनसांख्यिकी का स्पष्ट रूप से उल्लेख करता है क्योंकि समाज की सामाजिक आर्थिक स्थिति और भौगोलिक क्षेत्र की जनसंख्या के बीच एक गहरा रिश्ता है.
यह परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण क्यों है?
- सामाजिक विकास का मतलब है पूरे समाज का विकास. इसमें समाज के कुछ अमीर व्यक्तियों की आर्थिक समृद्धि में शामिल नहीं है, इसमें एक समान तरीके से समाज के सभी वर्गों का विकास शामिल है. आजादी के बाद से भारत में संसाधनों की कमी के कारण सामाजिक विकास बहुत धीमा है.
- हिंदू विकास दर ने सामाजिक विकास में बहुत योगदान नहीं किया है और इसलिए यह धीमा बना हुआ है. यह आर्थिक विकास और सामाजिक विकास के बीच एक स्पष्ट संबंध को दर्शाता है. आर्थिक विकास और सामाजिक विकास आपस में लिपटी हुई अवधारणा है.
- विभिन्न सरकारी योजनाएं और उनके कई प्रावधान हर साल आईएएस पूर्वपरीक्षा में अपनी जगह पाते हैं. उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी पहल और उद्देश्यों के बारे में ध्यान से पढ़ना चाहिए परीक्षा की दृष्टि से उद्देश्य सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है.
- शिक्षा सामाजिक विकास के स्तंभों में से एक है और इसलिए सरकार ने हमेशा अपनी क्षमताओं के अनुसार शिक्षा क्षेत्र को प्रोत्साहित किया है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना है. परीक्षा की दृष्टि से शिक्षा की नई पहल महत्वपूर्ण हिस्सा है.
- देश की जनसांख्यिकीय प्रोफ़ाइल महत्वपूर्ण है क्योंकि जनसांख्यिकीय लाभांश और इससे संबंधित अवधारणाओं को लेकर बहुत सारे प्रश्न पूछे जाते हैं.
- आर्थिक नीतियां और सामाजिक विकास समाज के समग्र विकास में गहरे सहसंबंध है.
- सामाजिक विकास से संबंधित सरकार की पूर्व और वर्तमान नीतियों को लेकर हर साल लगभग 10 सवाल पूछे जाते है. प्रतियोगिता के स्तर को देखते हुए ये सवालों की अच्छी संख्या है. तो उम्मीदवारों के इस विषय को तैयार करना अनिवार्य है.
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