आज लोग अपनी रकम का उपयोग जीवन को सुरक्षित रखने के लिए तो कर ही रहे हैं, साथ ही वे चाहते हैं कि इस धन का उन्हें अधिक से अधिक लाभ मिले। बीमा क्षेत्र में लगाई जा रही रकम में साल दर साल हो रहा इजाफा लोगों की इसी सोच का परिणाम है। लोगों में आए इस परिवर्तन ने इस फील्ड को ऐसे क्षेत्र में परिवर्तित कर दिया है, जहां रोजगारों की कमी नहीं है। अगर आपकी मैथ्स अच्छी है तो एक्चुरियल साइंस बढिया कॅरियर विकल्प हो सकता है।
इंश्योरेंस इंडस्ट्री में बैकबोन
विज्ञान की यह शाखा पूरी तरह कैल्लकुलेशन पर आधारित है, जो आने वाले समय में आज के मूल्य का अनुमान लगाकर उसके आगे मूल्य का आकलन करता है। गणित के जो महारथी इस काम को करते हैं उन्हें इंश्योरेंस इंडस्ट्री में बैकबोन के नाम से भी जाना जाता है।
कोर्स हैं बहुत
एक्चुरियल साइंस में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। इसमें बीए और बीएससी भी किया जा सकता है, जिनकी अवधि तीन वर्ष है। इस विषय में बीएससी करने के बाद स्टूडेंट्स अगर चाहें तो एमएससी भी कर सकते हैं। इसमें डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं।
शैक्षिक योग्यता
एक्चुरियल साइंस का कोर्स करने के लिए गणित में बहुत अच्छे अंकों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। मास्टर्स डिग्री और डिप्लोमा कोर्सो में प्रवेश संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के नियमानुसार ही होता है।
काम के कई विकल्प
बैंक, इंश्योरेंस, फाइनेंशियल कंपनियों के अलावा बीपीओ से जुडी कंपनियां इसके अच्छे जानकारों की तलाश में हैं। बीपीओ से जुडी कंपनियों में इन दिनों अवसर कहीं अधिक हैं, इस फील्ड में वेतन भी ठीक-ठाक है।
कहां से करें कोर्स
इंस्टीट्यूट ऑफ सर्टिफाइड रिस्क एंड इंश्योरेंस मैनेजर्स, हैदराबारद
कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, दिल्ली विश्वविद्यालय
पुणे विश्वविद्यालय, पुणे
एरनाकुलम इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट, एरनाकुलम
द नेशनल इंश्योरेंस एकेडमी, पुणे,
अवध यूनिवर्सिटी, फैजाबाद
जोश डेस्क
एक्चुरियल में कॅरियर
आज लोग अपनी रकम का उपयोग जीवन को सुरक्षित रखने के लिए तो कर ही रहे हैं, साथ ही वे चाहते हैं कि इस धन का उन्हें अधिक से अधिक लाभ मिले
Comments
All Comments (0)
Join the conversation