अमेरिका के पूर्व ख़ुफ़िया विश्लेषक एडवर्ड स्नोडेन को जर्मन व्हिसल-ब्लोअर पुरस्कार 2013 से 25 जुलाई 2013 को सम्मानित किया गया. उन्होंने अमेरिकी गुप्तचर संगठन सीआईए और अमरीकी गुप्तचरों द्वारा की जा रही दुनिया-भर के निवासियों की इंटरनेट जासूसी का भेद खोल दिया इसी वजह से उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया.
एडवर्ड स्नोडेन
• अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन के ख़िलाफ़ जासूसी और सरकारी संपत्ति की चोरी के आरोप हैं.
• अमेरिकी न्याय विभाग ने स्नोडेन के खिलाफ आपराधिक मुक़दमा दर्ज कराया था.
• एडवर्ड स्नोडेन के ख़िलाफ़ मुक़दमा ख़ुफ़िया निगरानी अभियान का ब्यौरा सार्वजनिक करने के आरोप में दर्ज कराया गया था.
• एडवर्ड स्नोडेन एक ख़ुफ़िया विश्लेषक हैं और मई 2013 में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) द्वारा फ़ोन कॉल्स के रिकॉर्ड और इंटरनेट डेटा की निगरानी किए जाने का ख़ुलासा करने के बाद वह हॉन्गकॉन्ग चले गए थे.
जर्मन व्हिसल-ब्लोअर पुरस्कार
इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1999 में की गई थी. जर्मन वैज्ञानिक संगठन वीडीडब्ल्यू और परमाणु हथियार विरोधी वकीलों का अंतरराष्ट्रीय संगठन 'इआलाना' द्वारा मिलकर यह पुरस्कार दिया जाता है. इस पुरस्कार के तहत 3 हज़ार यूरो की राशि प्रदान की जाती है. वीडीडब्ल्यू संगठन की स्थापना वर्ष 1959 में उन वैज्ञानिकों द्वारा की गई थी, जो परमाणु हथियारों के विरोधी हैं. यह पुरस्कार प्रत्येक दो वर्ष में एक बार दिया जाता है. वर्ष 2011 में यह पुरस्कार उस अज्ञात इंटरनेट उपयोगकर्ता को दिया गया था, जिसने इंटरनेट में वह विडियो-फ़िल्म जोड़ी थी, जिसमें यह दिखाया गया था कि कैसे इराक में अमेरिकी हैलिकॉप्टर आम लोगों पर गोलियां बरसा रहा है.
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