दुनिया में कुल 195 देश हैं, जिसमें से 193 देश संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं, जबकि दो गैर-सदस्य देश हैं। आपने अलग-अलग देशों में वहां की प्रमुख नदियों, झील, झरनों और नहरों के बारे में पढ़ा और सुना होगा, जो कि प्राकृतिक रूप से किसी भी देश के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
ये जैव विविधता को बनाए रखने के साथ-साथ पारिस्थितिकी तंत्र को भी संतुलित रखती हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जिसे नहरों का देश भी कहा जाता है। कौन-सा है यह देश और क्या है इसके पीछे की प्रमुख वजह, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
क्या होती है नहर
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर नहर क्या होती है। आपको बता दें कि नदियों का मार्ग प्राकृतिक रूप से होता है, लेकिन नहरों के साथ ऐसा नहीं है, क्योंकि इनका मार्ग नदियों से अलग कर मानव-निर्मित होता है। इनका प्रमुख उद्देश्य दूर-दराज के क्षेत्रों में सिंचाई व्यवस्था के लिए पानी पहुंचाना होता है।
क्योंकि, कई खेत-खलिहान नदियों की पहुंच से दूर होते हैं और खरीफ की फसलों के लिए पानी की अधिक मांग होती है। ऐसे में खेतों की सिंचाई के लिए पानी की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। ऐसे में नहरों के माध्यम से खेतों तक पानी की आपूर्ति की जाती है। भारत में नहरों का विशेष महत्त्व है, क्योंकि भारत कृषि प्रधान देशों की सूची में आता है।
कौन-सा देश है नहरों का देश
अब सवाल है कि दुनिया में कौन-सा देश नहरों का देश कहलाता है। आपको बता दें कि भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान नहरों का देश कहलाता है।
क्यों कहलाता है नहरों का देश
अब हम यह जानेंगे कि आखिर पाकिस्तान ही क्यों नहरों का देश कहलाता है, तो आपको बता दें कि पाकिस्तान में सिंधु नदी और इसकी सहायक नदियों के बने विस्तृत नेटवर्क के कारण पाकिस्तान को नहरों का देश कहा जाता है। पाकिस्तान की अधिकांश नहरें पंजाब प्रांत में स्थित हैं, जो कि पश्चिमी पंजाब के रूप में जाना जाता है।
दरअसल, भारत विभाजन के दौरान पंजाब दो हिस्सों में बंट गया था, जिसमें एक हिस्सा पश्चिमी पंजाब और दूसरा हिस्सा पूर्वी पंजाब के रूप में जाना जाता है, जो कि भारत में है।
पाकिस्तान की प्रमुख नहरें
पाकिस्तान की कुछ प्रमुख नहरों की बात करें, तो ग्रेट थाल नहर, चश्मा-झेलम लिंक नहर, निचली बारी दोआब नहर, सिधनाई नहर, ऊपरी चिनाब नहर, निचली चिनाब नहर और हवेली मेन लाइन आदि यहां की प्रमुख नहरें हैं। यहां 70 से भी अधिक नहरें मौजूद हैं। यही वजह है कि इस नहरों का देश भी कहा जाता है।
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