रामनगरी के नाम से मशहूर अयोध्या का नाम इन दिनों अमूमन हर शख्स की जुबान पर है। वजह है 22 जनवरी को मंदिर के गर्भगृह में होने वाली श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, जिसके लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं। इस अवसर से पहले ही अयोध्या की एक खाद्य वस्तु यानि कि हनुमानगढ़ी के लड्डूओं को GI Tag मिल गया है। क्यों खास हैं ये लड्डू और इसके अलावा अयोध्या में खाने के कौन-से उत्पादन हैं मशहूर, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
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क्या होता है GI Tag
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर GI Tag क्या होता है, तो आपको बता दें कि यह भौगोलिक संकेत है, जिसका प्रयोग उन उत्पादों के लिए किया जाता है, जिनकी एक विशेष भौगोलिक उत्पत्ति होती है। साथ ही उनके गुणों की प्रतिष्ठा भी होती है, जो कि उसके मूल कारण की वजह से है। वर्तमान में भारत में 400 से अधिक GI Tag वाली वस्तुएं मौजूद हैं।
लड्डूओं को मिला है GI Tag
अयोध्या में हाल ही में हनुमानगढ़ी के लड्डू को GI Tag दिया गया है, जिसके बाद से यह लड्डू चर्चाओं में आ गया है। वहीं, अयोध्या पहुंचने वाले लोग इस लड्डू का भी स्वाद चखने से नहीं चूक रहे हैं।
क्यों खास हैं ये लड्डू
हनुमानगढ़ी के ये लड्डू लोगों की आस्था से भी जुड़े हुए हैं। इन लड्डुओं को कर्मयोग की शिक्षा के लिए भी समर्पित माना जाता है। प्रसाद के रूप में चढ़ने वाले ये लड्डू देशी घी, बेसन और मेवे से तैयार किये जाते हैं, जिनका स्वाद अतुल्य होता है। यही वजह है कि लोग इन लड्डुओं को ले जाते हैं, जिसके बाद देश के कोन-कौन में बसे लोगों की जुबान पर इन लड्डुओं का स्वाद चढ़ जाता है।
ऐसे में यहां से लड्डुओं को जीआई टैग दिलवाने के लिए चेन्नई स्थित कार्यालय में आवेदन किया गया था, जिसके बाद इसे स्वीकार कर लिया गया है। आपको बता दें कि इससे पहले तिरूपति बालाजी मंदिर के लड्डुओं को भी जीआई टैग मिल गया है।
अयोध्या के गुड़ को भी मिली है पहचान
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत उत्तर प्रदेश के गुड़ को भी पहचान मिल चुकी है, जिससे यहां गुड़ के व्यापार को प्रोत्साहन मिला है।
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