हरिकेन 'एटा' क्या है?

हाल ही में, हरिकेन 'एटा' बिलवी (Bilwi) के निकारागुआन (Nicaraguan) शहर के दक्षिण में एक शक्तिशाली श्रेणी 4 तूफान के रूप में आया. आइये इस लेख के माध्यम से हरिकेन 'एटा' के बारे में अध्ययन करते हैं.

Nov 6, 2020, 00:31 IST
Hurricane Eta
Hurricane Eta

मध्य अमेरिका में  हरिकेन 'एटा' आने के बाद, ऐसा पूर्वानुमान लगाया जा रहा है कि यह ट्रॉपिकल स्टॉर्म एटा सप्ताहांत में या फिर अगले हफ्ते की शुरुआत में दक्षिणी फ्लोरिडा कि तरफ रुख लेगा. अगर तूफ़ान 'एटा' USA से टकराता है, तो इस सीजन में देश के तटों पर भूस्खलन करने के लिए रिकॉर्ड के मुताबिक़ 12वां तूफान होगा और इस सूचि में शामिल हो जाएगा जिसमें तूफान लौरा (Laura), सैली (Sally), डेल्टा (Delta) और जेटा (Zeta) शामिल हैं.

मौसम विज्ञानी एलेक्स सोसनोव्स्की (Alex Sosnowski) के अनुसार तूफ़ान 'एटा' मध्य अमेरिका के क्यूबा, फ्लोरिडा और मैक्सिको की खाड़ी के भूस्खलन के बिंदु से एक जिगजैग पाथ ले सकता है.

 हरिकेन 'एटा' ने बुधवार (4 नवंबर, 2020) को उत्तरी निकारागुआ में अपना कहर जारी रखा, मंगलवार  (3 नवंबर, 2020) को कैरेबियाई तट को तबाह करने के बाद, दूरदराज के समुदायों को अलग-थलग कर दिया और दो देशों में घातक भूस्खलन पैदा कर दिया जिससे उस क्षेत्र में काफी क्षति हुई.

यह तूफान हरिकेन से एक उष्णकटिबंधीय तूफान में बदल गया, लेकिन इतनी धीमी गति से आगे बढ़ रहा था और इतनी अधिक बारिश हो रही थी कि मध्य अमेरिका का अधिकांश भाग बाढ़ के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया. मौसम विज्ञानीकों के अनुसार    मध्य और उत्तरी निकारागुआ और होंडुरास के अधिकांश हिस्सों में 15 से 25 इंच और पास के विभिन्न क्षेत्रों में 35 इंच तक बारिश हो सकती है. 

हरिकेन 'एटा' को श्रेणी 4 तूफान के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इसमें हवा की गति इतनी तेज़ होती है कि पेड़, बिजली के खम्भे इत्यादि उखड़ जाते हैं.

जानें मौसम विभाग कैसे मौसम का पूर्वानुमान करता है?

हरिकेन के बारे में 

हरिकेन एक प्रकार का तूफान है, इसे “उष्णकटिबंधीय चक्रवात” (tropical cyclone) भी कहते हैं.  हरिकेन, उष्णकटिबंधीय चक्रवातों में सबसे अधिक शक्तिशाली एवं विनाशकारी तूफान होते हैं.

- उष्णकटिबंधीय चक्रवात और उप-उष्णकटिबंधीय समुद्र के ऊपर बनने वाली निम्न दाब युक्त मौसम प्रणाली में घूर्णन करते हैं.

- अधिकांश इन चक्रवातों की उत्पत्ति अटलांटिक बेसिन में होती है.

- हरिकेन के संचालन के लिए ईंधन के रूप में गर्म, नमीयुक्त वायु की आवश्यकता होती है. कभी-कभी ये तट से टकराते हैं. जब हरिकेन ज़मीन पर पहुंचते हैं तब ये समुद्र के पानी को तट की और ढकेलते हैं. ये तूफ़ान आगे बड़ी-बड़ी लहरों का रूप धारण कर लेता है जो काफी हद तक विनाशकारी होता है.

- हरिकेन जब तूफ़ान के रूप में लहरों से टकराता है तब बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. 

- मौसम वैज्ञानिक हरिकेन के बारे में भविष्यवाणी करते हैं साथ ही इसका भी अनुमान लगाते हैं कि यह कितना शक्तिशाली और विनाशकारी होगा. इस जानकारी के कारण लोग सतर्क हो जाते हैं और सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर लेते हैं. इसके कारण मानव जीवन तथा आस-पास के पारितंत्र को कम क्षति पहुंचती है.

सैफिर-सिंपसन विंड स्केल (Saffir-Simpson Hurricane Wind Scale) से हरिकेन या उष्णकटिबंधीय चक्रवात को वर्गीकृत किया जाता है. हवा की गति के आधार पर इस स्केल में 1 से 5 तक की रेटिंग दी जाती है. यह स्केल संपत्ति के संभावित नुकसान का अनुमान भी लगाता है.

श्रेणी 1: हवाओं की गति 119-153 किमी / घंटा (74-95 मील प्रति घंटे) 
श्रेणी 2: हवाओं की गति 154-177 किमी / घंटा (96-110 मील प्रति घंटे) 
श्रेणी 3: हवाओं की गति 178-208 किमी / घंटा (111-129 मील प्रति घंटे) 
श्रेणी 4: हवाओं की गति 209-251 किमी / घंटा (130-156 मील प्रति घंटे) 
श्रेणी 5: 252 किमी / घंटा से अधिक हवाओं की गति (157 मील प्रति घंटा) 

हरिकेन के नाम कैसे रखे जाते हैं?

ऐसी संभावना होती है कि हरिकेन एक या एक से बार आ सकते हैं इसलिए इनका नाम रखा जाता है. इन नामों की मदद से हरिकेन को ट्रैक किया जा सकता है और इसके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है.

एक तूफान को तब नाम दिया जाता है जब वह एक उष्णकटिबंधीय तूफान के रूप में बन जाता है और यही नाम से वह हरिकेन पहचाना जाता है.

हर साल उष्णकटिबंधीय तूफानों को वर्णमाला के क्रम में नाम दिया जाता है. नाम उस वर्ष के नामों की सूची से आते हैं. नामों की छह सूची हैं. हर छह साल में सूची का पुन: उपयोग किया जाता है. यदि कोई तूफान बहुत नुकसान करता है, तो उसका नाम कभी-कभी सूची से निकाल दिया जाता है. फिर इसे एक नए नाम से बदल दिया जाता है जो उसी अक्षर से शुरू होता है.

तो अब आपको हरिकेन 'एटा' और हरिकेन की श्रेणीयां अर्थात हरिकेन का नाम कैसे रखा जाता है के बारे में ज्ञात हो गया होगा.

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Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
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