Indian Railways: प्रीमियम ट्रेनों में क्यों कम होते हैं कोच, जानें

Apr 10, 2023, 19:49 IST

Indian Railways: आपने भारतीय रेलवे में सफर किया होगा। हालांकि, क्या आपने कभी गौर किया है कि प्रीमियम ट्रेनों में आखिर कोच की संख्या क्यों कम होती है। अन्य ट्रेनों की तुलना में इन ट्रेनों में कोच की संख्या 19 से 22 देखने को मिलेगी। इस लेख के माध्यम से हम इसके पीछे का कारण जानेंगे। 

प्रीमियम ट्रेनों में कम कोच
प्रीमियम ट्रेनों में कम कोच

Indian Railways: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के हिसाब से विभिन्न प्रकार की ट्रेनों का संचालन करता है। इसमें कई रॉयल ट्रेनों से लेकर प्रीमियम और साधारण ट्रेनें शामिल हैं। हालांकि, रेलवे की ओर से प्रीमियम ट्रेनों में कम कोच का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि अन्य ट्रेनों में कोच की संख्या 24 तक होती है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि प्रीमियम ट्रेनों में कम कोच लगाने के पीछे क्या है प्रमुख वजह और भारतीय रेलवे की ओर से कौन-कौन सी प्रीमियम ट्रेनों का किया जाता है संचालन। 



यह है पहला कारण

प्रीमिय ट्रेनों की स्पीड सामान्य ट्रेनों की तुलना में अधिक होती है। प्रीमियम ट्रेनों का संचालन 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की अधिकतम रफ्तार के साथ किया जाता है। वहीं, सामान्य ट्रेनों की रफ्तार कम होती है। ऐसे में यदि प्रीमियम ट्रेनों में कोच की संख्या को बढ़ाया जाएगा, तो ट्रेन में लोड अधिक होगा, जिससे रफ्तार पर प्रभाव पड़ेगा। यही वजह है कि विदेशों में भी तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों में कोच की संख्या कम होती है। 

 

यह है दूसरा कारण 

प्रीमियम ट्रेनों में LHB कोच का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि लाल रंग के होते हैं और उन्नत होते हैं। वहीं, सामान्य ट्रेनों में पुराने यानि ICF कोच का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि पुरानी तकनीक पर आधारित होते हैं। आईसीएफ कोच की लंबाई 22.28 मीटर होती है, यानि 24 कोच की लंबाई 534. 72 मीटर होगी। वहीं, एलएचबी कोच की लंबाई 24.7 मीटर होती है। ऐसे में यदि इसमें 21 कोच लगेंगे, तो इसकी लंबाई 518.7 और 22 कोच लगने पर ट्रेन की लंबाई 543.4 मीटर होगी।  ऐसे में इसकी लंबाई आईसीएफ कोच के करीब हो जाती है, जिस वजह से अधिक कोच को नहीं जोड़ा जाता है। 

 

पावर सप्लाई में होती है परेशानी

ट्रेन में पावर सप्लाई के लिए कपलिंग केबल का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, पावर केबिन से अन्य कोच में पावर पहुंचाने के लिए केबल को जोड़ा जाता है, जिसमें 400 एंपियर तक का करंट पास होता है। ऐसे में इसकी क्षमता 18 से 19 कोच तक रहती है। इस वजह से ट्रेन में कोच की लंबाई को अधिक नहीं बढ़ाया जाता है। 

 

कौन-कौन सी हैं प्रीमियम ट्रेनें

भारतीय रेलवे की ओर से अलग-अलग रूट पर कुछ प्रीमियम ट्रेनों का संचालन किया जाता है, जिसका किराया अन्य ट्रेनों की तुलना में अधिक होता है। साथ ही इन ट्रेनों में दी जाने वाली सुविधाएं भी बेहतर होती हैं। प्रीमियम ट्रेनों को उनके सही समय पर पहुंचाने के लिए तवज्जो दी जाती है। भारतीय रेलवे की ओर से राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, गतिमान, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, हमसफर, गरीब रथ और तेजस प्रीमियम ट्रेनों में शामिल हैं।

 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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