भारत में यदि नौकरी की बात हो, तो युवा सबसे पहले सरकारी नौकरी को तवज्जों देता है। इसकी प्रमुख वजह अच्छा वेतन, नौकरी सुरक्षा और बेहतर सुविधाएं हैं, जिनमें कुछ सुविधाएं नौकरी और इसके बाद भी मिलती हैं।
यही वजह है कि हर साल बड़ी संख्या में युवा सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करते हैं। हालांकि, इनमें से कुछ ही युवा हैं, जो सफलता का स्वाद चखकर सरकारी नौकरी का तमगा हासिल करते हैं।
क्योंकि, आवेदकों की संख्या अधिक होने की वजह से सरकारी नौकरी की एक सीट पर प्रतिस्पर्धा अधिक बढ़ जाती है। इस बीच आपने SSC के बारे में पढ़ा और सुना ही होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि SSC को भारत में पहले किस नाम से जाना जाता था और किसने इसके गठन की सिफारिश की थी। इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
क्या है SSC
SSC को वर्तमान में Staff Selection Commission यानि कि कर्मचारी चयन आयोग के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत सरकार का एक महत्त्वपूर्ण सरकारी संगठन है, जो कि देश के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और अधीनस्थ कार्यालयों में Group B यानि कि गैर-राजपत्रित और Group C यानि कि गैर-तकनीकी पदों पर नौकरी प्रदान करता है।
किस कमेटी ने दिया गठन का विचार
भारत में SSC के गठन का विचार प्रशासनिक सुधार कमेटी(ARC) के तहत 1967-68 में संसद की प्राक्कलन कमेटी द्वारा अपनी 47वीं रिपोर्ट में संसद में केंद्रीय कर्मचारियों की भर्ती के लिए एक बोर्ड के प्रस्ताव के तौर पर दिया गया था।
एआरसी कमेटी द्वारा यह कहा गया था कि केंद्र और राज्य सरकारों में अधिकांश कर्मचारी केंद्रीय होते हैं, जिनकी भर्ती प्रकृति एक समान होती है। ऐसे में इनके लिए एक अलग से भर्ती बोर्ड का गठन किया जाए।
कब हुआ SSC का गठन
कमेटी की सिफारिश के बाद साल 1975 में भारत सरकार द्वारा "अधीनस्थ सेवा आयोग" (Subordinate Services Commission) के गठन का निर्णय हुआ। आयोग का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के विभिन्न विभागों में अलग-अलग पदों के लिए भर्ती प्रक्रियाओं का संचालन करना था।
कब बदल गया नाम
गठन के करीब 2 सालों तक SSC को अधीनस्थ सेवा आयोग के नाम से ही जाना जाता था, लेकिन मंत्रालयों और अन्य विभागों मे होने वाली नियुक्ति व अन्य कारणों की वजह से 26 सितंबर, 1977 को आयोग का नाम बदलकर "कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission - SSC)" कर दिया गया।
क्या हैं SSC के मुख्य काम
भारत में SSC महत्त्वपूर्ण संगठन है, जो कि केंद्रीय विभागों में भर्ती प्रक्रिया का संचालन करता है। इसका मुख्य कार्य भारत सरकार के मंत्रालयों, विभागों,संबद्ध या अधीनस्थ कार्यालयों, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG), महालेखाकार कार्यालयों, चुनाव आयोग और केंद्रीय सतर्कता आयोग में Group 'B' और Group 'C' पदों के लिए भर्ती करना है।
SSC में कितने प्रकार की परीक्षा
SSC में अलग-अलग स्तर पर परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें मंत्रालयों के लिए संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा यानि कि CGL परीक्षा का आयोजन होता है। वहीं, 12वीं पास उम्मीदवारों के लिए संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तरीय परीक्षा (CHSL) परीक्षा और 10वीं पास के लिए मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS) परीक्षा आयोजित की जाती है।
वहीं, तकनीकी पदों के लिए आयोग की ओर से जूनियर इंजीनियर (JE) परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इसके अतिरिक्त, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए सब-इंस्पेक्टर (SI) परीक्षा और ग्रेड-सी व ग्रेड-डी के लिए स्टेनोोग्राफर परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation