हाल ही में वक्फ बोर्ड संसोधन बिल चर्चाओं में है। सरकार की ओर से वक्फ बिल 1995 में संशोधन किया जा रहा है। इसमें सरकार बदलाव कर इसे और भी महत्त्वपूर्ण कर रही है, जिससे वक्फ बोर्ड की निगरानी बढ़ेगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो भारत में सबसे अधिक वक्फ बोर्ड की जमीनें हैं। ऐसे में देश के अलग-अलग राज्यों में वक्फ जमीनें हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत के किस राज्य में सबसे अधिक वक्फ जमीनें मौजूद हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
क्या होता है वक्फ
"वक्फ" एक इस्लामी धार्मिक व्यवस्था है, जिसके तहत कोई व्यक्ति अपनी चल या अचल संपत्ति (जमीन, भवन, दुकान आदि) को धार्मिक, परोपकारी या सामाजिक उद्देश्य के लिए हमेशा के लिए दान कर देता है। इस संपत्ति को अब न बेचा जा सकता है और न ही विरासत में दिया जा सकता है।
इसका उपयोग केवल जनता के हित और धार्मिक कार्यों के लिए किया जाता है। वक्फ संपत्ति का प्रबंधन आमतौर पर एक "मुतवल्ली" नामक व्यक्ति करता है, जो ट्रस्टी के समान होता है। वक्फ संपत्ति का लाभ स्कूल, मदरसे, मस्जिद, कब्रिस्तान, अस्पताल, अनाथालय आदि के संचालन में लगाया जाता है।
वक्फ के पास कितनी जमीनें हैं
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के आंकड़ों पर गौर करें, तो वक्फ बोर्ड के पास भारत में कुल 9 लाख 40 हजार एकड़ जमीन है। ऐसा कहा जाता है कि यह जमीन डिफेंस और रेलवे विभाग के पास मौजूद जमीन के बाद सबसे अधिक है। इन जमीनों की कीमत की बात करें, तो इनकी कीमत 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
किस राज्य में हैं सबसे अधिक वक्फ जमीन
आपको बता दें कि भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे अधिक वक्फ जमीन मौजूद है। यहां 1.5 लाख से अधिक दर्ज वक्फ संपत्तियां मौजूद हैं। इसमें जमीनें, भवन, मस्जिदें, कब्रिस्तान व मदरसे आदि शामिल हैं।
क्यों हैं सबसे अधिक जमीन
उत्तर प्रदेश में बड़ी मुस्लिम आबादी मौजूद है। साथ ही, यहां ऐतिहासिक रूप से मुगलों और नवाबों का शासन रहा, जिससे वक्फ जमीनों का इतिहास बना।
यहां कई मस्जिदें, दरगाहें, कब्रिस्तान, मदरसे और धार्मिक संस्थाएं स्थापित की गईं, जिनके लिए जमीनें वक्फ की गईं।
अन्य राज्य जिनमें बड़ी वक्फ संपत्तियां हैं:
राज्य | वक्फ संपत्तियाँ (अनुमानित) |
उत्तर प्रदेश | 1.5 लाख+ |
पश्चिम बंगाल | 77,000+ |
कर्नाटक | 60,000+ |
महाराष्ट्र | 45,000+ |
तमिलनाडु | 30,000+ |
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