भारत में वर्तमान में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अपनी विशेषता है। इस विशेषता में यहां की जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता के साथ वन्यजीव भी शामिल हैं। बात जब वन्यजीवों की होती है, तो जंगल के राजा यानि कि बाघ के जिक्र बिना बात अधूरी से लगती है।
सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के तहत बीते कुछ वर्षों में भारत में बाघों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है। ऐसे में वर्तमान में हमें भारत के अलग-अलग राज्यों में बाघ देखने को मिल जाते हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में एक राज्य ऐसा भी है, जिसे बाघों का राज्य भी कहा जाता है। कौन-सा है यह राज्य, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
पढ़ेंः भारत का सबसे छोटा गांव कौन-सा है, जानें
भारत में बाघों की संख्या
भारत में बीते कुछ वर्षों में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के तहत बाघों की संख्या में करीब तीन गुना इजाफा देखने को मिला है, जिसमें सेव टाइगर प्रोजेक्ट की भी मदद मिलती है। भारत में बाघों की संख्या बढ़कर 3682 हो गई है। इससे पहले साल 2018 में बाघों की संख्या का आंकड़ा 2967 था।
भारत में बाघों वाला राज्य
अब सवाल है कि भारत में बाघों का राज्य किस राज्य को कहा जाता है, तो आपको बता दें कि यह दर्जा मध्य प्रदेश राज्य को दिया गया है, जो कि अपने यहां के बाघों के लिए जाना जाता है।
क्यों कहा जाता है बाघों का राज्य
मध्य प्रदेश पहली बार नहीं है, जब उसे बाघों का राज्य वाला दर्जा दिया गया है, बल्कि पहले भी राज्य को यह दर्जा दिया गया है। वर्तमान में मध्य प्रदेश बाघों की संख्या को लेकर पहले स्थान पर है। यहां कुल बाघों की संख्या 785 है, जबकि 2006 में यहां सिर्फ 300 बाघ हुआ करते थे।
मध्य प्रदेश में कहां देखने को मिलेंगे बाघ
यदि आप मध्य प्रदेश में पहुंच बाघों को देखने की योजना बना रहे हैं, तो इसके लिए आप मध्य प्रदेश के अलग-अलग वन्यजीवों अभयारण्य में पहुंच घूम सकते हैं। यहां आप कान्हा नेशनल पार्क, बांधवगढ़ नेशनल पार्क, पन्ना नेशनल पार्क, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व में बाघ देख सकते हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation