इटली दुनिया में सेब का सबसे बड़ा निर्यातक है। 2023 में उसने करीब 995 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सेबों का निर्यात किया। यह दुनिया के कुल सेब निर्यात का लगभग 14.8% है। इटली के सेब खास तौर पर जर्मनी, स्पेन, सऊदी अरब और मिस्र जैसे देशों में बहुत पसंद किए जाते हैं। इटली सालाना लगभग 860,000 टन सेबों का निर्यात करता है। इटली के मुख्य सेब उत्पादक क्षेत्र उपजाऊ अल्पाइन घाटियों (खासकर दक्षिण टायरॉल और ट्रेंटिनो) में हैं। इटली से निर्यात किए जाने वाले तीन सबसे लोकप्रिय सेब गाला, फूजी और पिंक लेडी हैं। अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ें।
दुनिया में सेब का सबसे बड़ा निर्यातक देश:
मूल्य और मात्रा के हिसाब से इटली दुनिया का सबसे बड़ा सेब निर्यातक है। इटली अपने उच्च-गुणवत्ता वाले सेबों के लिए जाना जाता है। ये सेब लंबे समय तक ताजे रहते हैं और स्वाद में भी बेहतरीन होते हैं। इटली के सेब यूरोपीय संघ के सख्त गुणवत्ता दिशानिर्देशों के तहत उगाए जाते हैं। इसे कई बाजारों में इस बात की गारंटी के रूप में स्वीकार किया जाता है कि गुणवत्ता, सुरक्षा और पर्यावरण ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करते हैं। दक्षिण टायरॉल में इटली के लगभग आधे सेबों का उत्पादन होता है और यहां यूरोप की सबसे उन्नत कोल्ड स्टोरेज और पैकेजिंग प्रणालियों में से एक है।
इटली कितने सेबों का निर्यात करता है?
2023 के दौरान इटली ने लगभग 860,000 टन सेबों का निर्यात किया, जिनका मूल्य लगभग 995 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। इटली अमेरिका और चीन जैसे कई मजबूत प्रतिस्पर्धियों से आगे, सेब निर्यात करने वाला अग्रणी देश है।
दुनिया के शीर्ष 5 सेब निर्यातक देश
| रैंक | देश | वार्षिक निर्यात मूल्य (मिलियन अमेरिकी डॉलर में) |
| 1 | इटली | 995 |
| 2 | चीन | 970 |
| 3 | संयुक्त राज्य | 931 |
| 4 | न्यूजीलैंड | 532 |
| 5 | चिली | 446 |
नोट: डेटा WorldPopulationReview.com (2024 के आंकड़े) से लिया गया है।
1. इटली
इटली दुनिया में सेब का सबसे बड़ा निर्यातक है। यहां सेब उत्तरी पहाड़ों में उगाए जाते हैं, जहां की ठंडी जलवायु और आधुनिक खेती के तरीकों से कुरकुरे और स्वादिष्ट सेब पैदा होते हैं। इटली के सेब अपनी जबरदस्त मिठास, अच्छी बनावट और लंबे समय तक ताजा रहने के लिए जाने जाते हैं।
2. चीन
चीन सेब का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। 2023 में उसने लगभग 970 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सेबों का निर्यात किया। चीन सेब का शीर्ष उत्पादक है, जिसके ज्यादातर सेबों की खपत देश में ही हो जाती है। फिर भी, यह एशिया के देशों, खासकर वियतनाम, इंडोनेशिया और बांग्लादेश को निर्यात में तेजी से बढ़ रहा है। फूजी जैसे चीनी सेब अपने चमकीले लाल रंग और रसीले गूदे के लिए लोकप्रिय हो रहे हैं।
3. संयुक्त राज्य अमेरिका
अमेरिका तीसरे स्थान पर है, जो लगभग 931 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सेबों का निर्यात करता है। इसमें वाशिंगटन, न्यूयॉर्क और मिशिगन सबसे आगे हैं। अमेरिका के सेब मुख्य रूप से मेक्सिको, कनाडा और पूर्वी एशिया में भेजे जाते हैं। यहां से निर्यात की जाने वाली सबसे लोकप्रिय सेब की किस्में रेड डिलीशियस, गाला और ग्रैनी स्मिथ हैं।
4. न्यूजीलैंड
जब उत्तरी गोलार्ध में सेब का मौसम नहीं होता, तब न्यूजीलैंड बहुत सारे सेबों का निर्यात करता है। न्यूजीलैंड ने 2023 में लगभग 532 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सेबों का निर्यात किया। न्यूजीलैंड का सेब उद्योग जैज, एन्वी और ब्रेबर्न जैसी प्रीमियम किस्मों पर केंद्रित है।
5. चिली
चिली 446 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सेब निर्यात के साथ पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है। इसके मुख्य बाजार लैटिन अमेरिका, अमेरिका और यूरोप हैं। चिली के सेब मौले और ओ'हिगिंस जैसे मध्य क्षेत्रों में उगाए जाते हैं। रॉयल गाला और फूजी शीर्ष निर्यात की जाने वाली किस्में हैं। चिली को दक्षिणी गोलार्ध में होने का फायदा मिलता है, जिससे यह तब सेबों की आपूर्ति करता है जब दूसरे देश नहीं कर पाते।
कौन से अन्य देश सेबों का निर्यात करते हैं?
अन्य प्रमुख सेब निर्यातकों में पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस और सर्बिया शामिल हैं। ये देश कम मात्रा में निर्यात करते हैं लेकिन फिर भी वैश्विक बाजारों में मौसमी सेबों की आपूर्ति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उदाहरण के लिए, पोलैंड पूर्वी यूरोप में सबसे बड़ा सेब निर्यातक है।
सेबों के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
हजारों किस्में: दुनिया भर में सेब की 7,500 से अधिक विभिन्न किस्में उगाई जाती हैं, जो स्वाद, बनावट और दिखने में एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं।
हवा के कारण तैरते हैं: सेब दूसरे फलों से अलग होते हैं क्योंकि वे पानी में तैरते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके आयतन का लगभग 25% हिस्सा हवा होता है।
रोसेसी परिवार से संबंध: सेब गुलाब परिवार (रोसेसी) से संबंधित हैं। इसलिए वे वानस्पतिक रूप से गुलाब, नाशपाती और स्ट्रॉबेरी के करीबी माने जाते हैं।
प्राचीन इतिहास: सेब हजारों सालों से मनुष्यों द्वारा उगाए जा रहे हैं। इनकी उत्पत्ति मध्य एशिया के तियान शान पहाड़ों में हुई थी।
पकने के लिए एथिलीन: सेब एथिलीन गैस छोड़ते हैं। यह एक प्राकृतिक प्लांट हार्मोन है जो फलों को पकने में मदद करता है। इसी कारण से, जब एक पके हुए सेब को अन्य फलों के साथ रखा जाता है, तो वे जल्दी पक सकते हैं।
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