World Population Day 2020: थीम, इतिहास और महत्व

Jul 10, 2020, 19:05 IST

World Population Day 2020: यह हर साल 11 जुलाई को बढ़ती जनसंख्या और लिंग समानता, परिवार नियोजन के महत्व, गरीबी, मातृ स्वास्थ्य, मानव अधिकारों, इत्यादि जैसे मुद्दों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. आइए इस लेख के माध्यम से विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं.

World Population Day
World Population Day

World Population Day 2020: इस दिन का मुख्य लक्ष्य जनसंख्या के मुद्दों के महत्व पर दुनिया का ध्यान केंद्रित करना है. हम इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि COVID-19 महामारी ने हर जगह लोगों, समुदायों और अर्थव्यवस्थाओं को नष्ट और चौंका दिया है. लेकिन हर कोई समान रूप से प्रभावित नहीं होता है. उदाहरण के लिए, महिलाएं, जो फ्रंट-लाइन श्रमिकों का सबसे बड़ा हिस्सा हैं, कोरोनावायरस से लोगों की देखभाल कर रहीं हैं इत्यादि.

दुनिया भर में सप्लाई चैन्स भी डिस्टर्ब हुई हैं, जो गर्भ निरोधकों की उपलब्धता को प्रभावित कर रही है और अनपेक्षित गर्भावस्था के जोखिम को बढ़ा रही है. COVID-19 महामारी के दौरान, देश लॉकडाउन पर हैं, स्वास्थ्य और सिस्टम भी संघर्ष कर रहे हैं, कई सेवाएं प्रभावित हुई हैं जिनमें यौन और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं भी शामिल हैं और लिंग-आधारित हिंसा में भी वृद्धि हुई है.

UNFPA के शोध के अनुसार यदि 6 महीने तक लॉकडाउन जारी रहता है, तो स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, कम और मध्यम आय वाले देशों में 47 मिलियन महिलाएं आधुनिक गर्भ निरोधकों का उपयोग करने में सक्षम नहीं हो पाएंगी, जिसके परिणामस्वरूप 7 मिलियन अनपेक्षित गर्भधारण हो सकते हैं. यह भी उम्मीद है कि लिंग आधारित हिंसा के 31 मिलियन मामले बढ़ सकते  हैं.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव Antonio Guterres के अनुसार "Sustainable Development 2030 agenda is the world's blueprint for a better future for all on a healthy planet. On World Population Day we recognise that this mission is closely interrelated with demographic trends including population growth, aging, migration, and urbanisation".

जनसंख्या के मुद्दे में परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, बाल विवाह, मानवाधिकार, स्वास्थ्य का अधिकार, बच्चे के स्वास्थ्य, इत्यादि शामिल हैं. इसलिए, विश्व जनसंख्या दिवस प्रजनन स्वास्थ्य के महत्व और यह समग्र विकास और विकास योजनाओं और कार्यक्रमों को कैसे प्रभावित करता है पर ध्यान केंद्रित करता है .

पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

विश्व जनसंख्या दिवस 2020: थीम
UNFPA के अनुसार, इस वर्ष यह ध्यान केंद्रित करता है कि अब महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य और अधिकारों की रक्षा कैसे की जाए और COVID-19 पर ब्रेक लगाए जाएं.

 महिलाएं असुरक्षित रूप से श्रम बाजारों में काम करती हैं और COVID-19 के आर्थिक प्रभावों से बहुत प्रभावित हुई हैं. दुनिया भर में लगभग 60 प्रतिशत महिलाएँ अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में काम करती हैं, इसलिए गरीबी के और बढ़ने का अधिक खतरा है.स्कूल बंद होने और वृद्ध लोगों की बढ़ती जरूरतों के परिणामस्वरूप महिलाओं की अवैतनिक देखभाल का काम बढ़ गया है.

संयुक्त राष्ट्र परिषद हर साल विश्व जनसंख्या दिवस का विषय तय करती है लेकिन 2019 में विशिष्ट विषय का निर्णय नहीं किया गया और जनसंख्या और विकास पर 1994 के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अधूरे कारोबार पर वैश्विक ध्यान देने का आह्वान किया गया. 

आपको बता दें कि 1994 में, Cairo में जनसंख्या और विकास पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था, जहां 179 सरकारों द्वारा एक क्रांतिकारी कार्यक्रम को अपनाया गया था और महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकारों के लिए वैश्विक और राष्ट्रीय विकास प्रयासों में केंद्र को काम करने का आह्वान किया गया था. यह कार्यक्रम मूल रूप से परिवार नियोजन, सुरक्षित गर्भावस्था, प्रसव सेवाओं, रोकथाम और यौन संचारित संक्रमणों के उपचार सहित व्यापक प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल पर केंद्रित है. समाज की उन्नति के लिए कोई संदेह नहीं महिला सशक्तीकरण और प्रजनन स्वास्थ्य दोनों आवश्यक हैं.

2018 में विश्व जनसंख्या दिवस का विषय था "Family Planning was a human right".

विश्व जनसंख्या दिवस: इतिहास

विश्व जनसंख्या दिवस, जो जनसंख्या के मुद्दों की तात्कालिकता और महत्व पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है, को 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की तत्कालीन गवर्निंग काउंसिल द्वारा स्थापित किया गया था, जो कि फाइव बिलियन डे द्वारा उत्पन्न दिलचस्पी का ही परिणाम था, जो 11 जुलाई 1987 को मनाया गया.

कई संगठन जैसे संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA), सरकारें, और गैर-सरकारी संगठन इस दिन शैक्षिक गतिविधियों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं.

दिसंबर 1990 के संकल्प 45/216 द्वारा, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पर्यावरण और विकास के अपने संबंधों सहित जनसंख्या मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस को जारी रखने का निर्णय लिया।.

इस दिवस को पहली बार 11 जुलाई 1990 को 90 से अधिक देशों में चिह्नित किया गया था. तब से, कई UNFPA देश के कार्यालयों और अन्य संगठनों और संस्थानों ने सरकारों और नागरिक समाज के साथ साझेदारी में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया.

विश्व जनसंख्या दिवस कैसे मनाया जाता है?

यह एक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है जहां विभिन्न देश, संगठन भाग लेते हैं और दुनिया की आबादी से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं. इस दिन आयोजित गतिविधियों में सेमिनार, चर्चा, शैक्षिक सत्र, सार्वजनिक प्रतियोगिता, नारे, कार्यशालाएं, डिबेट, इत्यादि शामिल हैं. यही नहीं, यहां तक कि टीवी चैनल, समाचार चैनल, रेडियो प्रसारण जनसंख्या से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम और परिवार नियोजन का महत्व बताते हैं और दिखाते हैं.

11 जुलाई को, विश्व जनसंख्या दिवस, UNFPA का उद्देश्य महामारी के दौरान महिलाओं और लड़कियों की यौन और प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों और कमजोरियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

जनसंख्या के मुद्दों के महत्व के प्रति जनता का ध्यान आकर्षित करने और इस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता के लिए विश्व जनसंख्या हर साल 11 जुलाई को दुनिया भर में मनाया जाता है.

विश्व पर्यावरण दिवस का थीम, इतिहास और महत्व

Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
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