रेलवे
भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल तंत्रों में से एक है। भारतीय रेल को सबसे बड़े रोजगारप्रदाता होने का सम्मान भी प्राप्त है। लगभग 15 लाख कर्मचारी विभिन्न पदों पर वर्तमान में कार्यरत हैं। देश भर के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोडऩे और रोजाना कई लाख यात्रियों के अलावा बड़ी मात्रा में आवश्यक सामानों की ढुलाई करने का कार्य भी रेल प्रणाली करती है। रेलवे का दूर-दराज के इलाकों में सतत विस्तार और बड़े शहरों में मेट्रो परियोजनाओं का प्रसार स्पष्ट दर्शाता है कि आने वाले समय में रोजगार के नए अवसरों का सृजन इस विशिष्ट क्षेत्र में होगा। दिलचस्प बात यह है कि दसवीं से लेकर इंजीनियरिंग-मेडिकल डिग्रीधारकों तक के लिए विभिन्न प्रकार के पद रेलवे परिचालन से जुड़े विभिन्न विभागों में हैं। ये भर्तियां रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड, यूपीएससी आदि द्वारा समय-समय पर संचालित की जाने वाली परीक्षाओं-साक्षात्कारों के माध्यम से की जाती हैं। इसके प्रमुख पदों में सहायक स्टेशन मास्टर, टिकट कलेक्टर, कॉमर्शियल अपे्रंटिस, ट्रैफिक, क्लर्क, गार्ड, टाइपिस्ट, राजभाषा सहायक के अलावा विभिन्न मैंनेजमेंट और टेक्नीकल कैडर का खासतौर से नाम लिया जा सकता है। रोजगार समाचार के लगभग प्रत्येक अंक में रेलवे की रिक्तियों से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित होते रहते हैं। ये विज्ञापन रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड द्वारा जारी किए जाते हैं। इनमें से प्रत्येक की अपनी अलग वेबसाइट्स हैं।
रेलवे द्वारा आयोजित की जाने वाली शीर्ष चयन परीक्षाओं में भारतीय रेलवे यातायात सेवा व भारतीय रेलवे लेखा परीक्षा, भारतीय रेलवे इंजीनियर्स सेवा, इंजीनियर्स सेवा आदि के लिए प्रत्याशियों का चयन किया जाता है। प्राय: यूपीएसपी द्वारा इनका आयोजन किया जाता है। जबकि ग्रुप सी वर्ग के पदों के लिए भर्ती रेलवे भर्ती बोर्ड के जरिए साल भर चलती रहती है। इसी प्रकार 12वीं पास युवाओं के लिए स्पेशल क्लास रेलवे अपे्रंटिस परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल सकता है। सफल प्रत्याशियों को चार वर्षीय इंजीनियरिंग कोर्स के साथ रेलवे से संबंधित व्यावहारिक ज्ञान भी प्रदान किया जाता है। सामान्य प्रकार के पदों, सहायक स्टेशन मास्टर, गार्ड्स, क्लर्क, टिकट कलेक्टर, ट्रैफिक अप्रेंटिस, स्टेनोग्राफर, कैटरिंग मैनेजर आदि के लिए भर्ती के लिए लिखित चयन परीक्षा होती है। इनमें ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्न पूछे जाते हैं। इनमें अंग्रेजी, हिंदी, सामान्य ज्ञान, अंकगणित, क्वांटिटेटिव एवं टेक्ट्स ऑफ रीजनिंग से संबंधित प्रश्न होते हैं।
रेलवे में बाकायदा सांस्कृतिक कोटा के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कलाकारों की भी चयन प्रक्रिया एवं उनके अनुभवों के आधार पर नियुक्ति की जाती है। इनकी आयु सीमा 18 से 33 वर्ष हो सकती है और इनका कम से कम दसवीं पास होना जरूरी है। इनके चयन में मान्यता प्राप्त संस्थान से संगीत, नृत्य, नाटक आदि में प्रमाणपत्र के अलावा लिखित चयन परीक्षा का भी सहारा लिया जाता है।
अगर ग्रुप डी के पदों की बात करें तो इनमें हेल्पर, खलासी, ट्रॉलीमैन, ट्रैकमैन इत्यादि का उल्लेख किया जा सकता है। इनमें आठवीं पास युवा अप्लाई कर सकते हैं। चयन का आधार लिखित परीक्षा, साक्षात्कार हो सकता है। आयु सीमा 18 से 33 वर्ष के बीच हो सकती है। रेलवे सिस्टम में मौजूदा लगभग 350 स्कूल कार्यरत हैं जिनमें लगभग साढ़े पांच हजार अध्यापक हैं।
इनकी भर्तियां टीजीटी, पीजीटी, प्राइमरी टीचर, फिजीकल एजुकेशन इंस्ट्रक्टर अथवा लाइब्रेरियन के रूप में लिखित परीक्षा के आधार पर की जाती है। अगर देखा जाए तो समाज के प्रत्येक वर्ग और कम और ज्यादा शिक्षित वर्ग के लोगों के लिए रेलवे में रोजगार की कमी नहीं है। इसकी चयन परीक्षा में सफल होने के लिए प्रैक्टिस और सैद्धांतिक ज्ञान का होना आवश्यक है।
- आंकड़ों के मुताबिक रेलवे में लगभग 4.5 लाख वर्कशाप कर्मचारी एवं कलाकार हैं और लगभग 9.5 लाख अन्य श्रेणियों से हैं।
- देश में मेट्रो परियोजनाओं के विस्तार की वृहत योजना है जिन पर आगामी 10 वर्षों में 1 लाख करोड़ से अधिक निवेश हो सकता है।
- आईटीआई से पास युवाओं के लिए रेलवे में सहायक लोको पायलट, फिटर, इलेक्ट्रिशियन, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक, वायरमैन, आर्मेचर एंड क्वाइल बाइंडर टर्नर इत्यादि पदों पर रोजगार की संभावनाएं।
- डिप्लोमाधारक इंजीनियरों के लिए सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल आदि शाखाओं से संबंधित जूनियर इंजीनियर पदों पर नियुक्ति के विकल्प हैं।
यदि इन क्षेत्रों पर नजर दौड़ाएं, तो कहा जा सकता है कि सरकारी क्षेत्र में नौकरी की कमी नहीं है। यदि आप पहले से ही सरकारी नौकरी करने का मन बन चुके हैं, तो आपके लिए इस क्षेत्र में अवसर ही अवसर हैं।
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