फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के लिए रिक्वेस्ट करने के सुरक्षित तरीके

Oct 25, 2017, 17:43 IST

आप अपने कार्यालय तक आने जाने में कितना समय खर्च करते हैं? आपका जवाब जरुर ‘एक या दो घंटे’ हो सकता हैं, यदि आप नियमित रूप से ट्रैफिक जाम का सामना करते हैं.

5 Safe ways to request for flexible work timings
5 Safe ways to request for flexible work timings

आप अपने कार्यालय तक आने जाने में कितना समय खर्च करते हैं? आपका जवाब जरुर ‘एक या दो घंटे’ हो सकता हैं, यदि आप नियमित रूप से ट्रैफिक जाम का सामना करते हैं. यह आपकी प्रोडक्टिविटी और लाइफस्टाइल को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए आपको यात्रा के समय और वर्क शेड्यूल के बीच संतुलन बनाना पड़ेगा. इसमें फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल आपकी मदद कर सकता है.इसके लिए कंपनी की रजामंदी लेना मुश्किल हो सकता है क्योकि हर कंपनी अपने कर्मचारियों को सख्त अनुशासन में रखती है. इसलिए फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के लिए अनुरोध करने के कुछ सुरक्षित उपाय हमने इस लेख में दिए हैं.

आत्मविश्वास के साथ रखें अपनी बात

सतत विकास और ग्रोथ के लिए कंपनियां एक लक्ष्य निर्धारित करती हैं और निश्चित समय सीमा में उसको हासिल करने का लगातार प्रयास करती हैं. इसके लिए वो कंपनी में काम कर रहे प्रोफेशनल्स को बहुत सारी जिम्मेदारियां सौंपती हैं. असाइन किये गए कामों को पूरा करने के लिए प्रोफेशनल्स एक निर्धारित समय पर अपने कार्य क्षेत्र में रहते हैं. काम की अधिकता के कारण संस्थान के हर आदमी पर दबाव रहता है. काम के प्रति लापरवाही को रोकने के लिए प्रबंधन प्रोफेशनल्स में अनुशासन का वातावरण बनाता है जो आम तौर एक प्रोफेशनल को देर से काम पर जाने की अनुमति नहीं देता है. फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के आवेदन रिजेक्ट होने का एक यह भी एक कारण है कि संस्थान को लगता है कि इसका आवेदक की प्रोडक्टिविटी पर कोई सकारात्मक असर नहीं होगा.जबकि इसके विपरीत संस्थान को उन कामो को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा जो आवेदक को सौपे गए हैं. ऐसी स्थिति से बचने के लिए आवेदक को अपनी बात पूरे आत्मविश्वास के साथ रखनी चाहिए और बॉस को यह समझाने का प्रयास करना चाहिए कि कैसे फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल आपकी प्रोडक्टिविटी को बढ़ा सकता है ?  

फायदे बताएं

अक्सर मैनेजमेंट फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के आवेदन को आवेदक की स्किल्स और कार्यबल को खो देने के डर से भी रिजेक्ट कर देते हैं. यह खासकर तब होता है जब आवेदक अपने बॉस को फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के फायदे समझाने में विफल होता हैं. मैनेजमेंट को लगता हैं कि आवेदक के कार्यबल के अभाव में उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा. ऐसे में फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के आवेदक को चाहिए कि वह इससे होने वाले फायदे अपने बॉस को बताये और यह समझाने का प्रयास करे कि फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल का उत्पादकता पर सकारात्मक असर होगा. इसके लिए आप फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल से होने वाले फायदों की एक सूची बना सकते हैं.यह सूची बॉस को फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के फायदे समझाने में आपकी मदद कर सकती है और वो आसानी से आपके अनुरोध को मंजूरी दे सकते हैं. इसलिए फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के लिए आवेदन करने से पहले इससे होने वाले फायदे जान लें और अनुरोध करते समय उन फायदों को हाईलाईट करें. 

प्रॉपर चैनल का करें पालन

हर कॉर्पोरेट कंपनी में पदानुक्रम की व्यवस्था होती है. इस पदानुक्रम की सहायता से कंपनी के प्रोफेशनल्स की जवाबदेही तय होती है. जैसे एग्जीक्यूटिव अपने टीम लीडर, टीम लीडर अपने वाइस प्रेसिडेंट,वाइस प्रेसिडेंट अपने प्रेसिडेंट द्वारा निर्देशित होते हैं. इस तरह से कॉर्पोरेट कंपनियां अपने संस्थान में वर्कफोर्स को नियंत्रित करती करती हैं और प्रोफेशनल्स की जवाबदेही तय करती हैं. फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल की कई अर्जियां इस चैनल को न फॉलो करने की वजह से रिजेक्ट हो जाती हैं. प्रोफेशनल्स को अपने दैनिक गतिविधियों के लिए इस चैनल का पालन करना चाहिए. जब कोई प्रोफेशनल पदानुक्रम की व्यवस्था का पालन नहीं करता है, तो उसके के प्रति नकारात्मक वातावरण बन जाता है. इसलिए केवल फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के आवेदन के लिए ही नहीं बल्कि अपनी अन्य दैनिक गतिविधियों के लिए भी कंपनी के पदानुक्रम की व्यवस्था का पालन करें.

ट्रायल के लिए कहें

फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के आवेदन अक्सर अस्वीकार कर दिए जाते हैं. यह खासकर तब होता हैं जब प्रोफेशनल्स अपने बॉस को इसकी व्यवहार्यता समझाने में असफल होते हैं. बॉस के इनकार कर देने के बाद निराश होकर कहना बंद कर देते हैं और पुराने वर्क शेड्यूल के अनुसार ऑफिस आते जाते रहते हैं. ऐसा तभी होता है जब उनके पास कोई ठोस प्लान नहीं होता. वे अपने मैनेजर से ट्रायल के लिए नहीं कह पाते. इसलिए जब आपका बॉस फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के लिए इनकार कर दे,तो उससे फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के ट्रायल के लिए कहें. ट्रायल की समय सीमा एक सप्ताह या एक माह हो सकती है. आपका बॉस फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के अनुरोध को स्वीकार कर लेगा यदि उसे इसका कोई फायदा दिखाई देगा.

निष्कर्ष

फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के लिए अनुरोध करना एक ऐसी चीज है जिसे कंपनी गैर जरुरी समझती हैं और रिजेक्ट कर देती है. इसके अतिरिक्त यह आवेदकों के प्रति नकारात्मक वातावरण बनाती है. फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल के लिए अनुरोध करने के कुछ सुरक्षित तरीके हैं. इस लेख में हमने उन तरीको का जिक्र किया है, जिससे न केवल आप आसानी से अपनी बात कह सकते हैं बल्कि कंपनी को इसके लिए राजी भी कर सकते हैं.

Jagran Josh
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