इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि आजकल कॉलेज छात्रों के पास अपने करियर में तरक्की करने के लिए अच्छी शैक्षिक क्वालिफिकेशन्स होनी चाहिये. यकीनन, इस तथ्य के कुछ अपवाद भी होंगे किंतु ज्यादातर मामलों में अगर कोई अपने करियर में तरक्की करना चाहता है तो उसके पास अच्छी शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए. पिछले वर्ष जारी मॉन्स्टर सैलरी इंडेक्स के अनुसार भी यह देखा गया है कि, उच्च शैक्षिक योग्यता और खासकर कोई मास्टर डिग्री रखने वाले लोगों को उन लोगों से अक्सर ज्यादा सैलरी मिलती है जिन लोगों ने कोई मास्टर डिग्री प्राप्त नहीं की होती है. उक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि, किसी बैचलर डिग्री धारक कर्मचारी को किसी मास्टर डिग्री धारक कर्मचारी के बनिस्पत रु.173.7/- प्रति घंटा (अर्थात 45.4%) कम सैलरी मिलती है. यह एक ऐसा अंतर है जो बीते वर्षों में बढ़ा है.
आजकल जॉब मार्केट में तीव्रता से आने वाले बदलावों को ध्यान में रखकर भी हमारे लिए यह अत्यावश्यक हो गया है कि हम निरंतर कुछ न कुछ सीखते रहें. हम अपने करियर के जिस भी स्तर पर हैं, उस पर ध्यान दिए बिना हमें अपने स्किल्स निखारने चाहियें और ज्ञान के आधार को लगातार बढ़ाते रहना चाहिए. इसलिये, इस आर्टिकल में हमने कुछ ऐसे कारणों पर चर्चा की है जो इस बात का सबूत हैं कि आपके करियर के लिए उच्च डिग्री किस तरह लाभ पहुंचा सकती है?
अब, यह कोई राज की बात नहीं है कि हर गुजरते दिन के साथ जॉब मार्केट ज्यादा से ज्यादा प्रतिस्पर्धी होते जा रहे हैं. आपके पास ऐसे कौशल या शैक्षिक योग्यतायें होनी चाहियें जो आपको अपने सहकर्मियों से अलग और ज्यादा काबिल शो करें और किसी जॉब के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार के तौर पर आपके जॉब प्रोफाइल को पेश करे. अगर कोई पूछे कि, ‘क्या नौकरी प्राप्त करने के लिए कोई उच्च डिग्री प्राप्त करना अनिवार्य है?’ तब, वास्तव में यह एक अनिवार्य अपेक्षा नहीं है. लेकिन, एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने या अपने करियर में तरक्की करने के लिए आपके पास कोई उच्च डिग्री होना वास्तव में अत्यावश्यक है. एम्पलॉयर्स आजकल ऐसे कैंडिडेट्स की तलाश में रहते हैं जिनके पास टेक्निकल स्किल्स के साथ ही विभिन्न स्किल्स हों और उन्नत कोर्स करते समय कैंडिडेट्स ये स्किल्स सीख लेते हैं. इसलिए, अगर आपके रिज्यूम में किसी उन्नत डिग्री का विवरण दिया गया है तो आपको अन्य एप्लिकेंट्स की तुलना में अवश्य ही ज्यादा महत्व दिया जायेगा.
मास्टर डिग्री कोर्सेज कॉलेज के अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स की तुलना में बहुत अधिक विशिष्ट होते हैं. जहां अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में किसी विषय के बारे में सिर्फ परिचय और शैक्षिक जानकारी ही दी जाती है, आपकी पसंद के मास्टर डिग्री कोर्स में थ्योरीज का प्रैक्टिकल एप्लीकेशन सिखाया जाता है और आपको अपने करियर एवं कार्यक्षेत्र में अपना व्यावसायिक नेटवर्क बढ़ाने में मदद मिलती है. इससे आपको अपने कार्यक्षेत्र के प्रमुख पेशेवरों के साथ इंटरेक्शन करने का मौका मिलता है. इन उन्नत कोर्सेज में छात्रों की लर्निंग प्रोसेस के एक अभिन्न अंग के तौर पर इंटर्नशिप्स और अन्य एप्लीकेशन आधारित प्रोजेक्ट्स भी शामिल होते हैं जिन्हें पूरा करने पर छात्रों को काफी लाभ मिलता है.
उन्नत कोर्सेज आपके ज्ञान को बढ़ाने के साथ ही विशिष्ट बनाने में भी मदद करते हैं. आप अपने अंडरग्रेजुएट कोर्स में ही आगे चलकर मास्टर डिग्री कर सकते हैं या फिर, आप अपने अंडरग्रेजुएट कोर्स से संबंधित किसी विषय में मास्टर डिग्री कोर्स कर सकते हैं. अपनी उच्च शिक्षा के एक हिस्से के तौर पर कोई छात्र किसी विशेषीकृत कोर्स का विकल्प भी चुन सकता है. उदाहरण के लिए, अगर किसी छात्र ने अपने अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की है तो वह अपनी मास्टर डिग्री के लिए फिल्म मेकिंग कोर्स का चयन भी कर सकता है. कई मास्टर डिग्रियां ऐसी हैं जो आपके जॉब प्रोफाइल में बहुमुखी प्रतिभा जोड़ती हैं और आपके स्किल्स को ज्यादा मार्केटेबल बनाती हैं जिससे आपके रिज्यूम और प्रोफाइल एम्पलॉयर की नजर में बहुत ज्यादा कीमती बन जाते हैं. कभी-कभार आपको इससे अपना करियर बदलने के भी अच्छे मौके मिल जाते हैं.
बहुत बार जब कभी आपको ऐसा लगता है कि आप किसी ऐसी नौकरी में फंस गये हैं जहां तरक्की के अवसर बहुत ही कम हैं, आपका रिज्यूम बहुत बढ़िया है और आप अपने पेशे में एक बहुत ही अच्छे एम्पलॉयी हैं फिर भी, आप अपने करियर में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. ऐसे किसी परिवेश में, कोई उन्नत कोर्स करना आपके लिए तरक्की करने के नये अवसर मुहैया करवा देता है. कई लोग MBA या ऐसा कोई अन्य मैनेजमेंट कोर्स करते हैं ताकि उनके स्किल्स और प्रोफाइल में कुछ विशेषताएं जुड़ जायें. बहुत से लोग कोई ऐसा मास्टर डिग्री कोर्स भी करते हैं जो उनके वर्तमान करियर से बिलकुल संबद्ध नहीं होता है लेकिन, वे ऐसा मास्टर डिग्री कोर्स अपने करियर में बदलाव लाने के लिए करते हैं. इसलिए, हम कह सकते हैं कि कोई मास्टर डिग्री कोर्स किसी भी छात्र के करियर में तरक्की करने के लिए एक मूल्यवान प्रारंभिक प्रयास साबित हो सकता है.
बहुत से लोग इस मुद्दे पर बहस करते हैं कि पैसा ही सबकुछ नहीं होता है और पेशेवरों को अपने करियर या नौकरी में मिलने वाले संतोष को ही पहली प्राथमिकता देनी चाहिए. लेकिन असल में, रुपये-पैसे की आपके करियर और निजी जीवन में बहुत अहम भूमिका होती है. अगर कोई उन्नत डिग्री प्राप्त करने पर आपको कोई अच्छी और ज्यादा कमाई वाली नौकरी मिलने के अवसर मिलते हैं तो फिर आपको अवश्य इसका लाभ उठाना चाहिए. किसी मास्टर डिग्री धारक पेशेवर के तौर पर, आपको किसी अंडरग्रेजुएट कैंडिडेट की तुलना में ज्यादा अच्छे वेतन और पोस्ट वाली नौकरी मिलने के कुछ अधिक चांस होते हैं. आजकल एम्पलॉयर्स भी किसी मास्टर डिग्री धारक पेशेवर को ही काम पर रखना चाहते हैं क्योंकि ऐसे कैंडिडेट्स अपने कार्यक्षेत्र में विशेषज्ञ होने के साथ ही ज्यादा टैलेंटेड और विस्तृत जानकारी रखने वाले एम्पलॉयी साबित होते हैं.
अगर स्पष्ट शब्दों में कहें तो कोई उन्नत कोर्स कर लेने पर आपको अपने करियर और कार्यक्षेत्र में ढेरों लाभ मिलते हैं. इससे आपके प्रोफाइल में भी चार चांद लग जाते हैं. अगर आपको ऐसा लगता है कि एक पूर्णकालिक उन्नत कोर्स करने के लिए आपके पास समय और उपयुक्त संसाधन नहीं हैं तो आप ऑनलाइन हायर डिग्री कोर्सेज भी कर सकते हैं. आपको अपनी तरफ से केवल कड़ी मेहनत करनी होगी और प्रतिबद्ध रहना होगा. जैसेकि बेंजामिन फ्रेंक्लिन ने कहा है, ‘ज्ञान में किया गया निवेश बढ़िया ब्याज का भुगतान करता है.’ इसलिये, अब आप किस बात का इंतजार कर रहे हैं? अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि आपको भी कोई हायर डिग्री कोर्स कर लेना चाहिए तो फिर देर न करें और अपनी जरूरत और रूचि के मुताबिक किसी अच्छे हायर डिग्री कोर्स में तुरंत अपना एडमिशन करवा लें.
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