जब भी कोई नया गैजेट आता है,वो लोगों के बातचीत का केंद्र बन जाता है. स्कूल स्टूडेंट से लेकर इंजिनियर तक, उससे जुड़े महत्वपूर्ण और रुचिकर फीचर के बारे में बात करना शुरू कर देते हैं. लोगों का उत्साह तब दोगुनाजाता है जब वो रोबोट्स के बारे में सुनते हैं. डिमांड और कंज्यूमेरिज्म बढ़ने के साथ साथ, प्रोडक्टिविटी बढ़ाने की आवश्यकता दुनिया के हर कोने में महसूस की जा रही है. इस डिमांड ने उत्पादन और सेवा की ईकाईयों को रोबोट्स को उत्पादन और सेवा में शामिल करने पर मजबूर कर दिया है. रोबोटिक्स इंजीनियर के रूप में करियर शुरू करने की इच्छा रखने वालों के लिए, यह समय रोबोटिक्स का अध्ययन अत्यंत अनुकूल और लाभकारी है. दुनियाभर के हर कोने में रोबोटिक्स को कई तरह के विकास कार्यक्रमों से प्रोत्साहित किया जा रहा है. लेकिन, क्षेत्र से जुड़ी जानकारी के बिना, करियर बनाना मुश्किल हो सकता है. इस लेख में हमने रोबोटिक्स में करियर से जुड़े कुछ ऐसे तथ्यों को शामिल किया है जो इस क्षेत्र में आपकी सफलता को सुनिश्चित कर सकते हैं
निर्माण से लेकर सञ्चालन तक, रोबोट्स इन्सान पर निर्भर हैं. चाहे रोबोट्स के सञ्चालन की बात हो या तकनिकी खराबी को सही करना हो. रोबोट्स को कई स्तरों पर इंसानों की ज़रूरत होती है. जिसे कुछ खास तरह से प्रोफेशनल को तैनातकरके पूरा किया जाता है. . एक रोबोटिक्स प्रोफेशनल कि मुख्या जिम्मेदारी रोबोट्स का निर्माण, रखरखाव, रिपेयरिंग और उसके नए प्रयोगों के बारे में जागरूक करना है.
भारत में रोबोटिक्स प्रोफेशनल्स के लिए ढ़ेरों जॉब अपॉर्चुनिटीज उपलब्ध हैं. लेकिन, रोबोट डिजाइन इंजीनियर, फ्लेक्सिबल मेनूफैक्चरिंग इंजीनियर, ऑटोमेटेड प्रोडक्ट डिजाईनइंजीनियर , एनवायरनमेंटल एनालिसिसइंजीनियर , आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस-थिंकिंग मशीन एंड सिस्टम, मेडिकल इंस्ट्रुमेंटलइंजीनियर ,ओसीएन डाइविंगइंजीनियर , स्पेस सर्वे एंड एनालिसिसइंजीनियर , एग्रीकल्चरल इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर, सिस्टम डिजाईन एंड एनालिसिस इंजीनियर और मिनरल एक्सट्रैकशन इंजीनियर पापुलर करियर विकल्पों में गिना जाता है. इसके अलावा, रोबोटिक्स प्रोफेशनल्स के लिए जॉब अपॉर्चुनिटीज विभिन्न सेवा और उत्पादन के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते उपयोग के साथ ही बढ़ रहा है.
रोबोटिक्स प्रोफेशनल्स की सैलरी आमतौर पर उनके एक्सपीरियंस, एलीजिबिलिटी और उस कंपनी पर निर्भर करता है जहां वे काम करते हैं. अन्य देशों के रोबोटिक्स प्रोफेशनल्स भारत के रोबोटिक्स प्रोफेशनल्स की तुलना में अधिक कमाते हैं. भारत में एक रोबोटिक्स प्रोफेशनल 3 से 4 लाख रुपये प्रतिवर्ष कमा सकता है जबकि अमेरिका में एक रोबोटिक्स प्रोफेशनल 81 हज़ार डॉलर प्रति वर्ष कमा सकता हैं.
साइंस, फिजिक्स और मैथमेंटिक्स के साथ 12 वीं पास करने के बाद आप रोबोटिक्स इंजीनियरिंग के किसी भी बैचलर डिग्री कोर्स (बी.टेक) में प्रवेश ले सकते हैं. जबकि मास्टर डिग्री कोर्स में प्रवेश लेने के लिए, आपको बैचलर डिग्री कोर्स (बीई / बी। टेक) या इंजीनियरिंग की अन्य शाखा की परीक्षा पास करने की आवश्यकता है. बीटेक / बीई इलेक्ट्रॉनिक्स / मैकेनिकल / इलेक्ट्रिकल / कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग / इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग / इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक / बीई पूरा करने वाले छात्र एम.टेक कार्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए एलीजिबल माने जाते हैं.
रोबोटिक्स में चार साल का डिप्लोमा कोर्स
रोबोटिक्स में चार साल के बैचलर कोर्सेज
रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में दो साल के मास्टर कोर्स
इंस्टिट्यूट इन इंडिया
डिमांड और कंज्यूमेरिज्म के साथ मेनूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर्स की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने की ज़रूरत तेजी से महसूस होने लगी है. जिसे पूरा करने के लिए रोबोट को मेनूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर्स में शामिल करना बेहतर तरीका माना जा रहा है. इससे जॉब क्रिएशन नौकरियों को ब्रीडिंग ग्राउंड मिल गया है. जो इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं, यह उनके लिए इस क्षेत्र में करियर बनाने का अच्छा मौका हो सकता है. इस लेख में हमनें रोबोटिक्स से जुड़ी कुछ ज़रूरी जानकारी दी है जो इस फील्ड में करियर बनाने में आपकी मदद कर सकती हैं.